UP circle rate Update : बढ़ती महंगाई के बीच जमीनों के रेट सातवें आसमान पर जा पहुंचे हैं, लेकिन पिछले दस साल से यूपी की राजधानी लखनऊ में सर्किल रेट नहीं बढ़ रहे थे, जिसकी वजह से सरकार के राजस्व को तो नुकसान हो ही रहा था। इसके साथ किसानों की जमीन अधिग्रहण होने पर उन्हें उचित रेट नहीं मिल रहा था। हाल ही में सरकार ने सर्किल रेट को बढ़ा दिया है। इससे जमीनों और प्रॉपर्टी रेट (land rate) में उछाल आएगा।
उत्तर प्रदेश में लगातार प्रॉपर्टी की कीमतों में तेजी हो रही है, लेकिन पिछले दस सालों से सर्किल रेट में कोई बढ़ौतरी नहीं की गई थी, जिसकी वजह से सरकार की ओर से किसी भी परियोजना को लेकर किए गए जमीन अधिग्रहण में किसानों को उनकी भूमि की उचित कीमत नहीं मिल पा रही थी। इससे किसानों को तो नुकसान हो ही रहा था। इसके साथ ही सरकार के राजस्व पर भी प्रभाव पड़ रहा था। ऐसे में सरकार ने यूपी की राजधानी लखनऊ (Lucknow Circle Rate) में लंबे समय के बाद नया सर्किल रेट लागू कर दिया है।
राजधानी लखनऊ (Lucknow Circle Rate) में लंबे समय से अटके इस बड़े बदलाव के साथ ही जमीनों के रेट में भी उछाल आएगा। नए सर्किल रेट में अलग अलग वर्ग की जमीन और मकानों के लिए अलग-अलग प्रतिशत से बढ़ौतरी की गई है। इस पर अधिकारियों का कहना है कि इससे सरकार के राजस्व को तो फायदा होगा। इसके साथ ही आम लोगों को उनकी जमीन के रेट भी सही मिलेंगे।
नए प्रावधानों के तहत व्यावसायिक भूमि पर 25 फीसदी, कृषि भूमि पर 15 फीसदी और बहुमंजिला इमारतों पर 20 फीसदी तक की वृद्धि की गई है। वहीं कार्यालय, गोदाम और दुकानों के सर्किल रेट (Up circle rate) में लगभग 20 प्रतिशकी की बढ़ौतरी हुई है।  इससे पहले के सर्किल रेट को लागू किया गया था तो कुछ इलकों के सर्किल रेट में कुछ कमियां रह गई थी। 
पहले सर्किल रेट में हुए थे ये बदलाव –
एक दश्क पहले जब पिछली बार सर्किल रेट (circle rate latest update) में बदलाव किया गया था, तब कुछ क्षेत्रों में दुकान, कार्यालय और गोदाम के सर्किल रेट में कमियां रह गई थी। इस बार उन खामियों में सुधार करने के लिए ऐसे स्थानों पर सर्किल रेट में 40 प्रतिशत का इजाफा किया गया है। इससे अब समान श्रेणी की संपत्तियों के मूल्यांकन में एकरूपता आएगी।
राजस्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नया सर्किल रेट लागू होने से न केवल जमीन खरीद-फरोख्त की कीमतों (Property Rate Hike) में उछाल आएगा। बल्कि स्टाम्प शुल्क से सरकार की आय में भी बढ़ौतरी होगी। रियल एस्टेट कारोबारियों का मानना है कि इससे प्रॉपर्टी बाजार में हलचल बढ़ेगी, हालांकि खरीदारों को प्रॉपर्टी खरीदने में अधिक पैसे चुकानें होंगे। इससे उनपर बौझ बढ़ेगा।
राजधानी में घर खरीदना हुआ महंगा –
सरकार ने एक दश्क यानी 10 साल बाद राजधानी में नए सर्किल रेट (new circle rate update) लागू गए दिए हैं। ऐसे में जहां पर जमीन और प्लॉट की ज्यादा डिमांड है वहां पर इनकी कीमतों में तगड़ा उछाल आया है। इसके साथ ही विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर की संभावनाओं को देखते हुए कीमतें तय की गई हैं। 
वहीं फैजाबाद रोड पर 33 से 36,000 तक वर्गमीटर में बढ़ौतरी हुई है, कानपुर रोड पर 15 से 55,000 तक वर्गमीटर में इजाफा हुआ है, किसान पथ आउटर रिंग रोड पर 15 से 20,000 तक की बढ़ौतरी देखी गई है, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway Property Rate) पर 6 से 10,000 तक वर्गमीटर में वृद्धि, आगरा एक्सप्रेसवे पर 15,000 तक वर्गमीटर में इजाफा हुआ है
और लखनऊ रायबरेली रोड जमीन के रेट की बात करें तो यहां पर 18,000 से 55,000 तक वर्गमीटर में बढ़ौतरी हुई है। ऐसे में राजधानी में नए सर्किल रेट (new circle rate) लागू होने से प्रॉपर्टी की कीमतों में बड़ा उछाल आया है। इससे लखनऊ में घर खरीदना काफी महंगा हो गया है।

 
			 
                                 
                              
		 
		 
		 
		