UP News : यूपी में अब मानसून विदाई की ओर बढ़ रहा है। अब बीते कुछ समय से यूपी में बारिश का सिलसिला थमा हुआ है। जैसे-जैसे सितंबर का तीसरा सप्ताह खत्म हो रहा है, बारिश में भी कमी नजर आ रही है, लेकिन अब इसी बीच मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश (UP Ka Mausam) के कई जिलों में बारिश को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है। आइए खबर में जानते हैं यूपी के मौसम के बारे में।
यूपी में कई दिनों से ही बारिश बंद होने के बाद तेज चटक धूप निकल रही है।इस दौरान बादल दिख तो रहे हैं, लेकिन बरसे नहीं। अब मानसून की विदाई का समय आ रहा है लेकिन मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अभी यूपी में बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है और इस बार बारिश दशहरे तक हो सकती है।आइये खबर के माध्यम से जानते हैं कि लखनऊ समेत पूरे यूपी का मौसम (weather of up) कैसा रहने वाला है।
यूपी में 20 सितंबर तक कितनी हुई बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक अगस्त महीने में जहां सामान्य कोटे से 2 प्रतिशत कम बारिश रिकॉर्ड (Rain record in UP) की गई है। वहीं, 20 सितंबर तक यह कमी बढ़कर 3 प्रतिशत तक पहुंच गई। यानी प्रदेश में जितनी बारिश होनी चाहिए थी, उससे अब तक कम ही रिकॉर्ड की गई है।
कैसा रहेगा लखनऊ का मौसम
बीते दिनों यूपी के लखनऊ में मौसम (Weather in Lucknow) साफ रहा है। हालांकि इस दिन कुछ एक हिस्सें बादलों की आवाजाही लगी रही , लेकिन इस दौरान बादल बरसे नहीं। मौसम विभाग का कहना है कि आज 23 सितंबर सोमवार को भी बारिश के कोई आसार नहीं है। इस दिन आसमान साफ रहेगा और दिन का अधिकतम तापमान 36 डिग्री और रात का न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। यानी देखा जाए तो दिन के मुकाबले रात के तापमान में अंतर काफी बढ़ गया है।
कब होगी मानसून की विदाई
भारतीय मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) ने पूर्वानुमान जताया है कि इस बार मानसून की विदाई अक्टूबर के पहले सप्ताह में होने के आसार है। यानी कि नवरात्रि और दशहरे के दौरान भी बारिश की संभावना बनी रह सकती है। इस दौरान पूर्वी यूपी (UP Ka Mausam) के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी है, जबकि पश्चिमी यूपी में बारिश का सिलसिला थमा हुआ है।
इन 5 जिलों में हुई सबसे ज्यादा बारिश
इस मानसूनी सीजन (UP monsoon season) में यूपी के सिर्फ पांच जिले ऐसे रहे, जहां सामान्य से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। इन जिलों में एटा, संभल, हमीरपुर, बिजनौर और फिरोजाबाद का नाम शामिल हैं। खासतौर पर एटा जिले में हर बार की तरह इस साल भी ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है।
एक्सपर्ट का कहना है कि इसकी वजह एटा की भौगोलिक स्थिति है, क्योंकि यह मध्य-पश्चिम हिस्से में मौजुद है और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी यहां ज्यादा देर तक टिकी रहती है, जिससे ज्यादा बारिश होती है।
जानिए क्या है बारिश का 5 साल का रिकॉर्ड
अगर बीते पांच सालों के बारिश के आंकड़ों (Rainfall data for past five years) पर गौर करें तो यूपी में बारिश का पैटर्न लगातार असंतुलित ही रहा है। इससे पहले 2022 में सबसे कम बारिश रिकॉर्ड की गई थी, जो सामान्य से 29 प्रतिशत कम रही। वहीं, 2023 में भी स्थिति सुधरी नहीं, बल्कि ऐसी ही बनी रही और 17 प्रतिशत कम बारिश दर्ज हुई। इसके बाद साल 2024 में अब तक बारिश सामान्य स्तर पर ही रही है।
आने वाले दिनों में कैसा रहेगा उत्तर प्रदेश का मौसम
मौसम विभाग के वैज्ञानिक का कहना है कि अभी फिलहाल में मानसून अपने आखिरी चरण में है।मौसम विभाग का कहना है कि 23 से 27 सितंबर तक पश्चिमी और मध्य यूपी का मौसम सूखा रहने के आसार है, जबकि पूर्वी हिस्सों में कहीं-कहीं हल्की बारिश (UP Rain Alert) और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है। हालांकि बंगाल की खाड़ी में एक्टवि होने के चलते अगले कुछ दिनों में बारिश का रुख फिर से तेज होने के आसार है।