UP News : उत्तर प्रदेश में सरकार की ओर से एक और बड़ा प्रोजेक्ट लेकर आया गया है। इस प्रोजेक्ट में 5000 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके रेट तय हो गए हैं। सरकार नई परियोजना को इस भूमि पर डेवलप करेगी, जो लोगों के लिए विकास की होगी। किसानों को अच्छा मुआवजा देने के लिए भी सरकार प्रतिबद्ध है।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार प्रदेश में लगातार नए-नए डेवलपमेंट के कार्य कर रही है। अब एक और डेवलपमेंट का कार्य लेकर आया गया है। इसके तहत उत्तर प्रदेश में 5000 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।
सरकार की ओर से जमीन अधिग्रहण को लेकर प्रक्रिया जल्द शुरू हो जाएगी। जमीन के रेट तय हो गए हैं। किसानों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा दिया जाएगा।
जापानी और कोरियाई औद्योगिक शहरों का होगा विकास
योगी सरकार उत्तर प्रदेश में लगातार विकास के द्वार खोल रही है। अब यूपी में 5000 एकड़ जमीन का अधिग्रहण (Land acquisition) करके इसपर जापानी और कोरियाई औद्योगिक शहरों, फिनटेक हब, नए आवासीय व संस्थागत क्षेत्रों का विकास किया जाएगा। जमीन 2000 किसानों से ली जाएगी। किसानों को उचित मुआवजा भी दिया जाएगा।
यीडा करेगा अधिग्रहण
भूमि का अधिग्रहण यीडा (Land acquisition) की ओर से किया जाएगा। यीडा सेक्टर 4ए, 5, 5ए और 11 के 2,000 किसानों से जमीन लेगा। इस प्रोजेक्ट के तहत सेक्टर 5ए में 395 हेक्टेयर जमीन पर जापानी औद्योगिक शहर डेवलप किया जाएगा।
वहीं सेक्टर 4ए में 365 हेक्टेयर जमीन पर कोरियाई औद्योगिक शहर को अमलीजामा पहनाया जाएगा। इसके अलावा सेक्टर 11 में 250 एकड़ जमीन पर फिनटेक सिटी बनाई जाएगी।
किसानों से चल रही मुआवजे की बात
किसानों की भूमि अधिग्रहण (Land acquisition) के लिए मुआवजे की बातचीत जारी है। सरकार की ओर से दो ऑपश्न दिए गए हैं। इसमें पहला ऑपश्न 4,300 प्रति वर्गमीटर की दर से मुआवजा राशि है।
वहीं इसमें दूसरा लाभ नहीं दिया जाएगा। जबकि दूसरा विकल्प 3,808 प्रति वर्गमीटर की दर से मुआवजा और 7% विकसित आबादी प्लॉट दिए जाएंगे। किसानों की ओर से दूसरा ऑप्शन ज्यादा पसंद किया जा रहा है।
5232 एकड़ जमीन का हुआ अधिग्रहण
उत्तर प्रदेश में एक रिपोर्ट आई है, जिसके अनुसार यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Expressway Industrial Development Authority) की ओर से 2021-22 से जून 2025 तक 5,232 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है।
इस जमीन पर एयरपोर्ट, अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क, टॉय पार्क और अपैरल पार्क आदि विकसित किए जा रहे हैं। नए औद्योगिक शहरों और हब के लिए 5,000 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।
क्या होगी शहरों की खासियत
कोरियाई सिटी (Korean City) में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग पर जोर दिया जाएगा। इसमें चिप्स, सेमीकंडक्टर, एआई हार्डवेयर और कैमरा मुख्य रूप से बनाए जाएंगे। यह शहर क्लस्टर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 10 किमी दूर होगा। वहीं, जापानी सिटी में सेमीकंडक्टर और एडवांस टेक्नोलॉजी क्लस्टर बनाया जाएगा।
इसके साथ आवासीय और वाणिज्यिक सिटी डेवल की जाएगी। यीडा के (YEIDA) के सीईओ अरुण वीर सिंह के अनुसार दोनों क्लस्टर को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। यहां 70% भूमि मैन्युफैक्चरिंग व 30% भूमि सहायक सुविधाओं के लिए होगी।
फिनटेक सिटी का भी होगा निर्माण
योजना के तहत सेक्टर 11 में 250 एकड़ भूमि पर फिनटेक सिटी (Fintech City) बनाई जाएगी। सेक्टर 5 को आवासीय और ग्रुप हाउसिंग परियोजनाओं के साथ बनाया जाएगा। इस शहर में नागरिक सुविधाओं के लिए भी भूमि को आरक्षित किया जाएगा। इसमें बच्चों के लिए आश्रय गृह और अनाथालय बनाया जाएगा।