UP News – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक अभियान की शुरुआत की है. एक रिपोर्ट के मुताबिक बता दें कि इस पहल से हर साल लगभग 1 लाख युवा उद्यमी बन रहे हैं, जिससे राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है-
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए युवा उद्यमी विकास अभियान की शुरुआत की है. इस योजना के तहत, सरकार ₹5 लाख तक का ब्याज-मुक्त लोन (interest-free loan) देती है ताकि युवा अपना व्यवसाय शुरू कर सकें. इस पहल से हर साल लगभग 1 लाख युवा उद्यमी बन रहे हैं, जिससे राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है.
किन लोगों को मिलेगा इस योजना का लाभ?
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना (Chief Minister Young Entrepreneur Scheme) के तहत, 21 से 40 वर्ष की आयु के बीच के कम से कम 8वीं पास युवा ₹5 लाख तक का ब्याज-मुक्त लोन प्राप्त कर सकते हैं. इस योजना का लाभ उठाने के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे ट्रेनिंग प्रोग्राम (trainning programme) में भाग लेना अनिवार्य है. सभी शर्तों को पूरा करने के बाद, लाभार्थी को बैंक द्वारा लोन दिया जाएगा. इसके बाद, लोन लेने के 6 महीने तक किसी भी EMI का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होगी.
यूपी के किस जिले को मिला सबसे अधिक योजना का लाभ-
उत्तर प्रदेश में, महाराजगंज जिले के युवाओं को एक सरकारी योजना का सबसे अधिक लाभ मिला है, जिसका उद्देश्य युवाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने में मदद करना है. इस योजना के तहत, महाराजगंज में 1000 नए प्रोजेक्ट शुरू करने का लक्ष्य रखा गया था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा था कि कोई भी युवा जो पात्र है, वह इस योजना का लाभ उठाने से वंचित नहीं रहना चाहिए. इसके परिणामस्वरूप, महाराजगंज के बैंकों ने 1028 नए प्रोजेक्ट्स (new projects) को मंजूरी दी, जिससे जिले ने अपने लक्ष्य को पार कर लिया. इनमें से, 911 युवाओं को बिना ब्याज के लोन मिला, जिसने जिले में योजना की सफलता सुनिश्चित की.
किस बैंक ने सबसे अधिक लोन दिया है?
इस योजना के तहत सबसे अधिक जिस बैंक ने लोगों को लोन दिया है, वह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank Of India) है. जानकारी के मुताबिक, इस योजना का लाभ लेने के लिए बैंक को करीब 33 हजार से भी अधिक आवेदन आए थे. जिनमें से करीब 7159 लोगों के आवेदनों को मंजूरी दी गई और लोगों के दस्तावेज के वेरिफिकेशन के बाद 4532 लोगों को बैंक ने लोन दिया.
– इस योजना के तहत सबसे ज्यादा लोन देने की सूची में दूसरा नाम बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) का है. यहां करीब 3945 लोगों को लोन दिया गया.
– तीसरे स्थान पर रहा इंडिया बैंक, यहां 3300 से अधिक लोगों को लोन दिया गया है.
– चौथे स्थान पर पीएनबी बैंक आता है, यहां 2982 लोगों के लोन को पास किया गया.
– पांचवा स्थान रहा ग्रामीण बैंक का, यहां करीब 2646 लोगों को लोन दिया गया.
