Expressway: यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए गुणवत्ता परक सड़क मार्गों का होना बेहद जरूरी है। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में एक्सप्रेसवे का निर्माण यातायात को सुगम बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। राज्य में कुल 15 एक्सप्रेसवे हैं, जिनमें से कई का निर्माण कार्य जारी है और कुछ जल्द ही खुलने वाले हैं। इन नए मार्गों के खुलने से राज्य के विभिन्न शहरों के बीच सफर करना आसान हो जाएगा, जिससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी। आइए जानते हैं, उत्तर प्रदेश में किन प्रमुख एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है और वे किन शहरों को जोड़ेंगे।
गंगा एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा और बड़ा एक्सप्रेसवे है। यह 594 किमी. लंबा मार्ग मेरठ से प्रयागराज तक फैला होगा, जिसे 2025 में महाकुंभ मेले से पहले आम जनता के लिए खोलने की योजना है। इस एक्सप्रेसवे के खुलने से मेरठ से प्रयागराज की यात्रा महज 8 घंटे में पूरी हो सकेगी। इसके साथ ही, इस पर वाहनों की अधिकतम रफ्तार 120 किमी. प्रति घंटे तक हो सकेगी।
कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे
कानपुर और लखनऊ के बीच बनने वाला यह 63 किमी. लंबा एक्सप्रेसवे यात्रा के समय को घटाकर 35-45 मिनट कर देगा। इसके निर्माण से इन दोनों शहरों के बीच लगने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान होगा। फिलहाल, इसका 50% सिविल कार्य पूरा हो चुका है और 2025 के जून तक इसके खुलने की संभावना है।
नोएडा-कानपुर एक्सप्रेसवे
नोएडा से कानपुर को जोड़ने के लिए 380 किमी लंबा गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे तैयार किया जा रहा है। यह मार्ग गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर और उन्नाव जैसे शहरों को जोड़ेगा। इसके बनने के बाद गाजियाबाद से कानपुर की दूरी सिर्फ 5 घंटे 40 मिनट में तय की जा सकेगी।