UP Expressway : उत्तर प्रदेश में सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए सरकार काफी समय से काम रही है। प्रदेश में लगातार नए नए एक्सप्रेसवे और हाईवे का निर्माण किया जा रहा है। अब यूपी वालों के लिए गुड न्यूज है। सरकार प्रदेश में एक और नया लिंक एक्सप्रेसवे बनाने की तैयारी कर रही है। इसके बनने से आठ राज्यों को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। चलिए जानते हैं विस्तार से –
यूपी की विकास गति को तेज करने के लिए योगी सरकार लगातार सड़कों का जाल बिछा रही है। जिसके चलते अब प्रदेश देश का सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य बन गया है। अब सरकार ने यूपी वालों को एक और गुड न्यूज दी है। दरअसल, यूपी में एक और नया लिंक एक्सप्रेसवे (new link expressway) बनाया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से 8 राज्यों का सफर काफी आसान हो जाएगा।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर हरियाणा तक आने वाले समय में सफर और फर्राटेदार होने वाला है। पानीपत-बागपत-मेरठ लिंक एक्सप्रेसवे (Meerut Link Expressway) को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। चलिए नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं। इस लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य कब से शुरू होगा।
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि अगर सब कुछ सही रहता है तो पानीपत-बागपत-मेरठ लिंक एक्सप्रेसवे (Link Expressway) का काम जल्द ही शुरू हा सकता है। हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें यह बताया गया है कि जल्द ही इस एक्सप्रेसवे के लिए सर्वे कराया जाएगा।
आठ राज्य होंगे कनेक्ट –
बागपत से राष्ट्रीय लोकदल के सांसद राजकुमार सांगवान ने इस एक्सप्रेसवे (UP expressway) को बनाने की मांग उठाई थी। बता दें कि इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 80 किलोमीटर है। राजकुमार सांगवान के अनुसार यह एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा ही नहीं बल्कि आठ राज्यों की कनेक्टिविटी मजबूत होगी। इसके साथ ही मेरठ और बागपत में विकास को रफ्तार मिलेगी। यह एक्सप्रेसवे बनने से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
ये एक्सप्रेसवे होंगे कनेक्ट
दरअसल, राजस्थान के बीकानेर से डबवाली नेशनल हाइवे (Dabwali National Highway) का निर्माण हो चुका है. इसे आगे पानीपत तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस प्रस्तावित है. वाराणसी से कोलकात नेशनल हाईवे के निर्माण की भी योजना है. इसे गंगा एक्सप्रेसवे से कनेक्ट किए जाने का प्लान है।
गंगा एक्सप्रेसवे को विस्तार –
गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) को हरिद्वार तक विस्तार देने की भी योजना पर काम चल रहा है। इसी को देखते हुए नए एक्सप्रेसवे का निर्माण 8 राज्यों का सफर आसान कर देगा।