UP Expressway : उत्तर प्रदेश की हर जिले के साथ सड़क कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए योगी सरकार एक के बाद एक नया एक्सप्रेसवे बना रही है। नए एक्सप्रेसे बनने से ट्रैफिक जाम से छूटकारा मिलेगा और सफर भी आसान होगा। इसके अलावा, प्रदेश की आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियां में भी तेजी आएगी। अब सरकार ने यूपी में दूसरा सबसे लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway) बनने जा रही है। चलिए जानते हैं यह एक्सप्रेसवे किन किन जिलों से होकर गुजरेगा।
उत्तर प्रदेश भारत देश का सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य है। दुनिया भर में एकमात्र ऐसा राज्य है जिसकी सबसे तगड़ी सड़क कनेक्टिविटी है। उत्तर प्रदेश की प्रगति के लिए सरकार एक के बाद एक नए एक्सप्रेसवे (New Expressway update), हाईवे और रिंग रोड का निर्माण कर रही है।
फिलहाल यूपी में 9 एक्सप्रेसवे है। हाल ही में रिपोर्ट सामने आई है जल्द ही सरकार इनकी संख्या को बढ़ाकर 21 करने वाली है। योगी सरकार ने प्रदेश में 12 नए एक्सप्रेसवे बनने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। बस अब इस बड़ी परियोजना पर काम शुरू होना बाकी है।
यूपी में बनेगा दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे –
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Shamli Expressway) पूर्वी यूपी के गोरखपुर से शुरू होकर पश्चिमी यूपी के शामली तक जाएगी। फिलहाल इस एक्सप्रेसवे को लंबा और चौड़ा किया जाएगा। रिपोर्ट में पता चला है कि जल्द ही इस एक्सप्रेसवे को एक्सटेंशन किया जाएगा।
इस एक्सप्रेसवे के बनकर तैयार होने के बाद गोरखपुर से शामली की दूरी 200 किलोमीटर तक कम हो जाएगी। ऐसा होने इस एक्सप्रेसवे से यात्रा करे पर 6 घंटे का कम समय लगेगा। गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे के बनने से सफर तो आसान होगा ही, इसके साथ ही प्रदेश की प्रगति में भी बड़ी भूमिका निभाएगा।
22 जिलों और 37 तहसीलों से होकर गुजरेगा ये एक्सप्रेसवे –
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे को 6-लेन ग्रीनफील्ड कॉरिडोर (Greenfield Expressway) बनाया जाएगा। इसकी लंबाई 700 किलोमीटर होगी। बता दें कि यह उत्तर प्रदेश का यह एक्सप्रेसवे सबसे लंबा होगा। जो 22 जिलों और 37 तहसीलों को जोड़ेगा। फिलहाल, पश्चिमी यूपी के लोग आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Expressway New) के माध्यम से गोरखपुर तक जाते हैं। हालांकि इस नए एक्सप्रेसवे बनने के बाद यह दूरी 200 किलोमीटर तक कम होगी, जिससे करीब 6 घंटे समय की बचत होगी।
ये होंगे रूट?
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Shamli Expressway Update) यूपी के पूर्वी छोर को पश्चिमी छोर से कनेक्ट करेगा। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश के 22 जिलों से होकर किया जाएगा, जिनमें संत कबीर नगर, बहराइच, शाहजहांपुर, सिद्धार्थ नगर, लखनऊ, सीतापुर, संभल, बिजनौर, बलरामपुर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, हरदोई, बदायूं, रामपुर, मुरादाबाद, बरेली, अमरोहा, मेरठ, आगरा और शामली शामिल हैं।
एक्सप्रेसवे पर खर्च होंगे 35,000 करोड़ रुपये –
हाल ही में सामने आई रिपोर्ट में पता चला है कि गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Shamli Expressway) की ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट फिलहाल तैयार किया जा रहा है। इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने एक कंसल्टेंट को नियुक्त किया है, जो पूरी प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार कर रहा है। रिपोर्ट के अंतिम रूप लेने के बाद भूमि अधिग्रहण का काम शुरू किया जाएगा। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए लगभग 35,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
कुछ ही घंटों में होगा सफर –
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Shamli Expressway) बनने के बाद पूर्वी यूपी से पश्चिमी यूपी यानी गोरखपुर से शामली सिर्फ 6 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। वहीं, शामली से हरिद्वार जाने में महज 2 ही घंटे का समय लगेगा, यानी गोरखपुर से शामली और फिर हरिद्वार तक मात्र 8 घंटे में पहुंच जा सकता है।
इस बड़े एक्सप्रेसवे के बनने के बाद उत्तर प्रदेश में सड़क नेटवर्क और मजबूत होगा। इससे परिवहन व्यवस्था में बड़ा सुधार होगा। यह एक्सप्रेसवे यूपी (Up Expressway) में आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियों को तेज करने में भी मदद करेगा। गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे के बनने से यूपी में रोजगार के रास्ते भी खुलेंगे। दरअसल, एक एक्सप्रेसवे के किनारे कई बड़ी कंपनियां उद्योग लगाएगी।
