UP New Expressway : उत्तर प्रदेश की सड़क कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए योगी सरकार लगातार नए-नए एक्सप्रेसवे बना रही है। इसी के चलते अब यूपी देश का सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य बन गया है। अब यूपी वालों के लिए एक गुड न्यूज है। दरअसल, प्रदेश में 400 किलोमीटर लंबा नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से लखनऊ से गाजियाबाद के बीच की दूरी आधी हो जाएगी। आईये नीचे खबर में जानते हैं कहां से गुजरेगा नया एक्सप्रेसवे –
उत्तर प्रदेश को देश के हर कौने के साथ जोड़ने के लिए और यातायात व्यवस्था को मजबूत करने के लिए एक के बाद एक नए एक्सप्रेसवे और हाईवे का निर्माण करवाया जा रहा है। सरकार के इन प्रयासों से आज दुनिया भर में उत्तर प्रदेश सबसे मजबूत रोड इंफास्ट्रक्चर वाला राज्य बन गया है। फिलहाल यूपी में 7 संचालित एक्सप्रेसवे है और पांच एक्सप्रेसवे निर्माणधीन है।
हाल ही में सरकार ने यूपी वालों को एक और नए एक्सप्रेसवे (New Expressway) की सौगात दी है। जल्द ही लखनऊ को गाजियाबाद को कनेक्ट करने के लिए नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे गाजियाबाद से कानपुर तक होगा, जो बाद में लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे (Lucknow-Kanpur Expressway) से जाकर जुड़ेगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की कुल लागत लगभग 30,000 करोड़ रुपये आएगी। हाल ही में सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य फरवरी 2026 से शुरू हो सकता है।
नया एक्सप्रेसवे बनने से आधी हो जाएगी दूरी –
प्रदेश में नए एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण यानी UPDA द्वारा किया जाएगा। दरअसल मौजूदा समय में दिल्ली-एनसीआर से लखनऊ आने-जाने में लोगों को काफी ज्यादा समय लगता है। वहीं ट्रैफिक जाम का भी लोगों का सामना करना पड़ता है। नया एक्सप्रेसवे बने से ये सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
उत्तर प्रदेश लोक निर्माण राज्य मंत्री बृजेश सिंह के मुताबिक, यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। नया एक्सप्रेसवे गाजियाबाद से शुरू होकर कानपुर तक जाएगा। इसी वजह से दोनों महानगहारों के बीच का सफर आधा हो जाएगा। इससे न केवल लोगों का सफर आसान हो जाएगा, बल्कि ईंधन की भी बचत होगी। इसके साथ नया एक्सप्रेसवे बनने से प्रदेश की आर्थिक और व्यापारिक गतिधिवियों में भी सुधार होगा।
400 किलोमीटर बनाया जाएगा नया एक्सप्रेसवे –
बता दें कि अभी तक नए एक्सप्रेसवे की लंबाई फाइनल नहीं हुई है। हाल ही में सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक, नए नए एक्सप्रेसवे की लंबाई करीब 300 से 400 किलोमीटर हो सकती है। इस एक्सप्रेसवे को 6 लेन बनाया जाएगा, अनुमान है कि भविष्य में इसे आठ लेन बनाया जा सकता है। लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे (Lucknow-Kanpur Expressway) पहले से ही बन रहा है, जो आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra-Lucknow Expressway) से जुड़ा है। नया हिस्सा गाजियाबाद से कानपुर तक बनेगा और कानपुर में मौजूदा एक्सप्रेसवे से मिल जाएगा। इससे दिल्ली से लखनऊ तक सफर आसान हो जाएगा। लखनऊ से दिल्ली जाने वालों को लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे के अलावा एक अन्य रास्ता मिल जाएगा।
इस दिन शुरू होगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य –
UPDA के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि नए एक्सप्रेसवे (new expressways) का निर्माण कार्य फरवरी 2026 से शुरू करने की तैयारी है। एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अलग अलग चरण में किया जाएगा। पहले चरण में भूमि अधिग्रहण और डिजाइन का काम किया जाएगा। पर्यावरण मंजूरी और अन्य कानूनी प्रक्रियाएं भी तेजी से निपटाई जा रही हैं।
एक्सप्रेसवे (New Expressways in UP) के लिए कुल 30,000 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया गया है। इसमें से बड़ा हिस्सा इंफ्रास्ट्रक्चर विकास पर खर्च होगा, जैसे पुल, फ्लाईओवर और सर्विस रोड। इस एक्सप्रेसवे से कई जिलों को लाभ मिलेगा। गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, अलीगढ़, इटावा और कानपुर जैसे क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। निर्माण के दौरान हजारों मजदूरों को काम मिलेगा। बाद में पर्यटन और व्यापार बढ़ने से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। किसानों की जमीन अधिग्रहण (land acquisition) के लिए उचित मुआवजा दिया जाएगा, ताकि कोई असुविधा न हो।
पूर्वांचल और पश्चिमी के हिस्सों को जोड़ेगा नए एक्सप्रेसवे –
उत्तर प्रदेश लोक निर्माण राज्य मंत्री बृजेश सिंह ने बताया कि यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश को पूर्वांचल और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ेगा। यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की तरह यह भी हाई-स्पीड कॉरिडोर बनकर तैयार होगा। इस एक्सप्रेसवे पर वाहन 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ पाएंगे। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी, toll plazaऔर इमरजेंसी सर्विसेज की व्यवस्था होगी।
यह परियोजना उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर को विश्वस्तरीय बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है। फरवरी 2026 से शुरू होने वाला निर्माण कार्य समय पर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इससे यात्रियों को राहत मिलेगी और राज्य की प्रगति को नई गति मिलेगी।
