UP Expressway Projects: यूपी सरकार ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गंगा एक्सप्रेस-वे को जोड़ने के लिए 74 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेस-वे बनाने की योजना को मंजूरी दे दी है. यह एक्सप्रेस-वे दो जिलों की छह तहसीलों के 55 गांवों की भूमि पर आकार लेगा. योजना का क्रियान्वयन उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के ज़रिए किया जाएगा.
1000 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी
यूपीडा द्वारा कराए गए सर्वे के अनुसार इस लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए करीब 1000 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी. भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया एलाइमेंट (Alignment) जारी होने के बाद शुरू होगी. इस परियोजना पर लगभग 4000 करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है.
जेवर से लाडपुर तक होगा लिंक रोड का विस्तार
प्रस्ताव के अनुसार लिंक एक्सप्रेस-वे की शुरुआत यमुना एक्सप्रेस-वे के 30वें किलोमीटर से होगी, जिसे चोला से स्याना तहसील के लाडपुर गांव में गंगा एक्सप्रेस-वे के 44वें किलोमीटर से जोड़ा जाएगा. यह मार्ग जेवर से होकर सिकंदराबाद, खुर्जा, बुलंदशहर, शिकारपुर और स्याना तहसील तक फैलेगा.
किन-किन गांवों पर पड़ेगा सीधा असर?
इस परियोजना के अंतर्गत गौतमबुद्धनगर जिले की जेवर तहसील के 7 गांव और बुलंदशहर जिले की पांच तहसीलों के 48 गांव प्रस्तावित हैं. सर्वे के आधार पर जिन गांवों की पहचान की गई है. उनमें निम्न शामिल हैं:
| जिला | तहसील | संभावित गांवों की संख्या |
|---|---|---|
| गौतमबुद्धनगर | जेवर | 7 |
| बुलंदशहर | सिकंदराबाद | 2 |
| बुलंदशहर | खुर्जा | 15 |
| बुलंदशहर | बुलंदशहर | 18 |
| बुलंदशहर | शिकारपुर | 2 |
| बुलंदशहर | स्याना | 7 |
भू-उपयोग की रिपोर्ट तैयार
यूपीडा ने बुलंदशहर-खुर्जा विकास प्राधिकरण से भू-उपयोग (land use) रिपोर्ट मांगी थी, जो अब मिल चुकी है. इस रिपोर्ट के आधार पर तय किया जाएगा कि किस भूमि का अधिग्रहण करना है और कहां निर्माण किया जा सकता है. डा. अंकुर लाठर, उपाध्यक्ष, बुलंदशहर-खुर्जा विकास प्राधिकरण ने जानकारी दी कि रिपोर्ट यूपीडा को सौंप दी गई है.
एयरपोर्ट से यातायात को मिलेगा बड़ा लाभ
इस लिंक एक्सप्रेस-वे के बनने से जेवर एयरपोर्ट से गंगा एक्सप्रेस-वे तक सीधी और तेज कनेक्टिविटी मिलेगी. इससे न केवल देश-विदेश से आने वाले यात्रियों को सहूलियत होगी. बल्कि आसपास के जिलों के लोगों को भी तेज यातायात मार्ग का लाभ मिलेगा.
स्थानीय विकास और रोजगार की संभावना
इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से स्थानीय लोगों को रोजगार, बाजार तक बेहतर पहुंच, और औद्योगिक विकास के नए अवसर मिलेंगे. साथ ही जेवर एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र का इंफ्रास्ट्रक्चर विकास भी तेज होगा.
शासन की अंतिम मुहर के बाद बढ़ेगी रफ्तार
अब योजना शासन के पास भेजी गई है. जहां से अनुमोदन (approval) मिलने के बाद यूपीडा एलाइमेंट जारी करेगा. यह एलाइमेंट तय करेगा कि सड़क का वास्तविक रूट कहां से कहां तक जाएगा और इसके आधार पर ही अधिग्रहण व निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
