UP National Highway: उत्तर प्रदेश में प्रयागराज से रायबरेली के बीच की 120 किलोमीटर की दूरी पर नेशनल हाईवे का चौड़ीकरण जोरों पर है. इस मार्ग पर यातायात का दबाव बढ़ने के कारण इसे चौड़ा करने की आवश्यकता महसूस की गई. योगी सरकार ने महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इस परियोजना को प्राथमिकता दी है.
राख की आपूर्ति से मिलेगी राहत
मंडलायुक्त ने रायबरेली के डीएम से एनटीपीसी ऊंचाहार से राख की आपूर्ति का अनुरोध किया है जिससे मिट्टी की कमी (soil-shortage-solution) की समस्या हल हो सकेगी. इसके प्रारंभ होने से परियोजना की गति में तेजी आने की उम्मीद है.
बड़ी लागत और लक्ष्य
चौड़ीकरण परियोजना पर कुल 1636 करोड़ रुपये (Prayagraj-Raebareli-road-expansion-cost) का खर्च अनुमानित है, जिसे नवंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस कदम से प्रयागराज और रायबरेली के बीच यात्रा समय में कमी आएगी और यातायात आसान होगा.
पुल और फोरलेन का विस्तार
प्रयागराज से रायबरेली के बीच विभिन्न स्थानों पर फोरलेन और पुलों (bridge-construction) का निर्माण हो रहा है, जिसमें सई नदी पर एक महत्वपूर्ण पुल शामिल है. इससे लखनऊ, बरेली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आने वाले पर्यटकों को भी सहूलियत होगी.
गंगा पर पांटून पुल की योजना
लवायन गांव के पास गंगा पर पांटून पुल (pontoon-bridge-Ganga) बनाने की योजना है जो महाकुंभ की भीड़ को संभालने के लिए क्रियाशील होगी. यह पुल झूंसी से आने वाले वाहनों को अरैल की ओर मोड़ने में सहायक होगा जिससे यातायात का दबाव कम होगा.
रिवर फ्रंट पर इंटरलाकिंग टाइल्स
रिवर फ्रंट पर बनने वाली सड़कों पर डामरीकरण की जगह इंटरलाकिंग टाइल्स (interlocking-tiles-installation) का उपयोग किया जाएगा जो बाढ़ के समय में भी टिकाऊ रहेंगी. मंडलायुक्त ने इस परियोजना की समीक्षा करते हुए समयबद्ध तरीके से काम पूरा करने की हिदायत दी है.