UP New Expressway: बनारस से कोलकाता तक बनने जा रहे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए बड़ी खबर है. चंदौली के रेवासा से शिहोरिया कैमूर (पहला चरण) तक लगभग 27 किलोमीटर लंबी छह लेन की सड़क निर्माण की अनुमति में आ रही सभी समस्या दूर हो गई हैं. इस परियोजना के लिए राष्ट्रीय हरित अधिकरण से सभी जरूरी मंजूरियाँ प्राप्त हो चुकी हैं.
परियोजना का भूमि अधिग्रहण और पर्यावरणीय संरक्षण
इस परियोजना में चंदौली में 22.85 किलोमीटर और बिहार के कैमूर में 4.25 किलोमीटर लंबी सड़क पर कार्य किया जाना है. कैमूर में लगभग 1.56 हेक्टेयर भूखंड वन क्षेत्र में आता है, जिसके लिए समकक्ष भूमि का अधिग्रहण कर वहाँ नया वन क्षेत्र विकसित करने की योजना है. बिहार के खैती गांव में इसके लिए जमीन चिह्नित की गई है.
परियोजना को मिली हरी झंडी
बिहार सरकार ने खैती गांव में जरूरी भूखंड भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को हस्तांतरित कर दिया है. अनुमति प्राप्त करने के लिए फाइल एनजीटी को भेज दी गई है और दिल्ली मुख्यालय से इस परियोजना को शीघ्र आरंभ करने का दबाव है. गुरुग्राम की कंपनी एनकेएस प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड ने प्रोजेक्ट के रूट पर ऑफिस भी खोल लिया है और जल्द ही कार्यादेश जारी किया जाएगा (Project Execution Order).
परियोजना की लागत और चरण
पहले चरण की परियोजना को 994 करोड़ रुपये में पूरा करना होगा. इस परियोजना के लिए 85% जमीन की खरीद पहले ही हो चुकी है. इस परियोजना की कुल लंबाई 620 किलोमीटर है और इसे 13 चरणों में पूरा किया जाएगा. इससे बनारस से कोलकाता तक की यात्रा का समय 15 घंटे से घटकर मात्र आठ घंटे रह जाएगा