UP News : उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय राजधानी में अंतरराज्यीय सरकारी बसों की आवाजाही को दुरुस्त करने के लिए परिवहन विभाग की ओर से योजना तैयार की गई है। इसके तहत अब अलग.अलग राज्यों से आने वाली बसें के रुकने और चलने के लिए बस अड्डे तय किए जाएंगे। दिल्ली ट्रांसपोर्ट विभाग के एक नए नियम की बदौलत कश्मीरी गेट बस अड्डे से चलने वाले यूपी परिवहन विभाग की 170 बसें बंद हो सकती हैं। दिल्ली ट्रांसपोर्ट की तरफ से जारी एक पब्लिक नोटिस के अनुसार अब यूपी या पूर्वांचल के किसी भी राज्य से आने वाली तमाम बसों की एंट्री कश्मीरी गेट पर नहीं होगी।
सड़कों पर यातायात दबाव
मौजूदा समय में दिल्ली के तीनों बस अड्डों कश्मीरी गेट, आनंद विहार और सराय काले खां पर सभी राज्यों की बसें शुरू और समाप्त होती हैं। ऐसे में सड़कों पर यातायात दबाव बढ़ता है। इस नियम पर आम जनता से लेकर असोसिएशन और स्टेक होल्डर्स तक से आपत्तियां और सुझाव मांगे गए हैं। कश्मीरी गेट से चलने वाली यूपी परिवहन निगम की ये बसें केवल आनंद विहार बस अड्डे पर ही आकर खड़ी हो सकेंगी। ऐसे में यहां से पहले से ही रोजाना 1500 से अधिक बसें चलती हैं। जबकि कौशांबी डिपो से 700 बसें चलती हैं। जिसके कारण पहले यहां आसपास के लोग जो प्रदूषण की शिकायत करते हैं उनकी प्रदूषण की शिकायतें और बढ़ जाएंगी। ऊपर से अभी कुछ महीनों पहले ही बसों के इन और आउट का समय 50 मिनट से घटाकर 25 मिनट किया गया है। ऐसे में मजबूरी में इन सभी बसों को कौशांबी डिपो पर ही खड़ा करना पड़ेगा। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की कश्मीरी गेट से चलने वाली बसें यदि आनंद विहार शिफ्ट हो जाएंगी। तो आनंद विहार और कौशांबी बस अड्डा प्रदूषण का गढ़ बन जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि दिल्ली ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने पहले ही ऑल इंडिया परमिट वाली करीब 500 से अधिक गाड़ियों को आनंद विहार डिपो में खड़ी होने की अनुमति दे दी है।
परिवहन विभाग ने तैयार की योजना
परिवहन विभाग की योजना है कि जिस तरह से दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर दिशा के अनुसार राज्यों में जाने वाली ट्रेन मिलती है उसी तरह से बस अड्डों पर राज्य वार बसें शुरू हो और समाप्त हो। इसके लिए निश्चित राज्य से आने वाली बसों के लिए एक समर्पित बस अड्डा तय किया जाएगा। ये बसें लगभग तीस साल से चल रही हैं। पैसेंजर्स बगैर किसी से पूछे या जानकारी के सीधे कश्मीरी गेट पहुंचते हैं जब उन्हें इन रूट पर यात्रा करनी होती है तो अचानक में बसों की एंट्री को लेकर इतना बड़ा बदलाव किया गया तो फिर हजारों की संख्या में पैसेंजर्स परेशान होंगे। इसका सबसे अधिक खामियाजा उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों से उत्तराखंड जाने वाले पैसेंजर्स पर पड़ेगा क्योंकि गाजियाबाद के लोनी, भोपुरा, डीएलएफ-सीमापुरी और दिल्ली-सूर्यनगर बॉर्डर के हजारों यात्री बसों को पकड़ने के लिए कश्मीरी गेट ही जाते हैं। कश्मीरी गेट से उत्तराखंड जाने वाली यूपी परिवहन विभाग की सभी बसें मोहननगर चौराहे होते हुए ही निकलती हैं। ऐसे में जब कश्मीरी गेट से चलने वाली बसों को आनंद विहार शिफ्ट किया जाएगा तो उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ेगी