Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर का चेहरा बीते कुछ वर्षों में काफी बदल चुका है. इस बदलाव की एक बड़ी मिसाल है गंगा एक्सप्रेसवे जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास में एक नई क्रांति ला रहा है. यह एक्सप्रेसवे न केवल यातायात की समस्याओं को कम कर रहा है, बल्कि स्थानीय जनजीवन को भी सुधार रहा है. इसके बनने से क्षेत्र के 12 जिलों में जमीन की कीमतें बढ़ी हैं और सामाजिक-आर्थिक विकास को गति मिली है.
गंगा एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे न केवल मेरठ और प्रयागराज के बीच की दूरी को कम करेगा बल्कि यह महाकुंभ मेले से पहले लोगों के लिए एक बड़ी सुविधा के रूप में सामने आया है. यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है और इसे योगी आदित्यनाथ की एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है. इसके चलते मेरठ से प्रयागराज के बीच की यात्रा को महज 8 घंटे में पूरा किया जा सकेगा जो पहले काफी ज्यादा समय लेती थी.
स्थानीय निवासियों को मिलने वाले लाभ
गंगा एक्सप्रेसवे के बनने से स्थानीय निवासियों को अपार लाभ हो रहा है. इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से न केवल यात्रा का समय कम होगा बल्कि यह क्षेत्रीय व्यापार को भी बढ़ावा देगा. स्थानीय उद्योग और पर्यटन को भी इससे खासा फायदा होगा जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. इसके अलावा इस एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक कॉरिडोर विकसित किए जा रहे हैं जो और भी निवेश को आकर्षित करेगा.
गंगा एक्सप्रेसवे
इस एक्सप्रेसवे की एक खास विशेषता यह है कि इसे भारतीय वायुसेना के लिए भी उपयोगी बनाया गया है. शाहजहांपुर में इस पर एक हवाई पट्टी विकसित की गई है, जहां भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान उतर सकते हैं. यह न केवल सामरिक महत्व रखता है बल्कि आपातकालीन स्थितियों में इसका उपयोग और भी महत्वपूर्ण हो सकता है.