फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद की महत्वाकांक्षी परियोजना जो लंबे समय से अटकी पड़ी थी अब गति पकड़ रही है. हरियाणा के लोक निर्माण विभाग ने हाल ही में इस परियोजना के लिए आवश्यक सर्वेक्षण कार्य को पूरा कर लिया है. यह परियोजना जिसे पिछले 12 वर्षों से फाइलों में ही दबी हुई थी अब धीरे-धीरे मूर्त रूप लेने लगी है.
परियोजना की महत्वाकांक्षा और इसके लाभ
एफएनजी परियोजना (Noida-Faridabad connectivity) का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच यात्रा को सुगम बनाना है. इसके पूरा होने से कालिंदी कुंज के रास्ते पर वाहनों का दबाव कम होगा, जहां अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है. इस परियोजना का अधिकांश काम नोएडा और गाजियाबाद क्षेत्र में ही हुआ है, जबकि फरीदाबाद में इसकी प्रगति ना के बराबर रही है.
बैठकें और सरकारी स्वीकृतियाँ
आगामी मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक (government approval) आयोजित की जा रही है, जिसमें इस परियोजना के आगे के चरणों पर चर्चा की जाएगी. इस बैठक में जिला उपायुक्त विक्रम सिंह की अध्यक्षता में सभी संबंधित विभागों से मंजूरियां लेने की योजना है. इसके बाद, योजना को चंडीगढ़ मुख्यालय को अंतिम स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा.
आगे की राह और चुनौतियां
नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) ने भी अपने क्षेत्र में यमुना पर बनने वाले पुल की अलाइनमेंट को तय करने के बाद सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर ली है. इस पुल का निर्माण हरियाणा सरकार द्वारा किया जाएगा जिसमें लागत का आधा हिस्सा नोएडा प्राधिकरण वहन करेगा.