UP News : वैसे तो यूपी में ऐसे कई जिले हैं जो अपनी खास चीजों के लिए दुनिया भर में विख्यात है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यूपी (UP News ) का एक जिला चीनी का कटोरा कहलाता है। यह जानना रुचिमय हो सकता है कि आखिर यूपी के इस जिले को चीनी का कटोरा क्यों कहा जाता है और किस वजह से इसका नाम चीनी का कटोरा रखा गया है।
यूपी में कई जिलों की कहानी काफी रुचि में है। कुछ जिले अपने खाने पीने के लिए प्रसिद्ध है, कुछ घूमने के लिए और कुछ अपने रहन-सहन के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यूपी (UP Maximum Sugar Mill) का एक जिला ऐसा भी है, जिसे चीनी का कटोरा कहा जाता है। आई खबर के माध्यम से जानते हैं कि इस जिले का नाम चीनी का कटोरा किस वजह से रखा गया है।
खेती में नंबर वन पर है यूपी
बता दें कि देश के सबसे ज्यादा गन्ना उत्पादन करने वाले राज्य में यूपी की गिनती होती है। यूपी में मिट्टी गन्ने की खेती (UP sugarcane cultivation) के लिए अनुकूल मानी जाती है और साल 2022-23 के आंकड़े पर गौर करें तो यूपी में कुल 2252.2 लाख टन गन्ने का उत्पादन हुआ था।
यूपी (Maximum Sugar Mill) के अलग-अलग जिलों में जोचीनी मिलें चल रही है, उनकी संख्या को देखे तो प्रदेश में तकरीबन 125 चीनी मिल हैं, जिसमे सबसे ज्यादा मील वेस्ट यूपी में आती हैं। जो बिजनौर, शामली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और मेरठ में मौजुद हैं। इनमे पूर्वांचल में पूर्वांचल के गोरखुर से लेकर कुशीनगर में भी मिल शामिल की गई हैं।
कहां है चीनी की सबसे बड़ी मिल
यूपी के लखीमपुर जिले (Lakhimpur district of UP) में बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती की जाती है। यूपी में यहां कुल 9 चीनी मिल स्थापित की गई हैं। इस वजह से लखीमपुर को ‘चीनी का कटोरा’ (Chini Ka Katora) कहा जाता है। एक समय ऐसा भी था, जब देवरिया जिले में सबसे ज्यादा चीनी मिल थीं, तब उसे चीनी का कटोरा कहा जाता था। लखीमपुर में स्थानीय किसान तो यहां की चीनी मिलों में अपना गन्ना लाते हैं और साथ ही पश्चिमी यूपी के अलग-अलग जिलों में गन्ने की फसल को यहां की चीनी मिलों (Maximum Sugar Mill District)में ट्रांस्फर किया जाता है। जिसके बाद चीनी तैयार होती है।
क्यों कहा जाता है इसे चीनी का कटोरा
दरअसल, बता दें कि यूपी के मुजफ्फरनगर जिले (Muzaffarnagar district of UP) के खतौली में एशिया की सबसे बड़ी चीनी मिल है।भारत का विश्व में चीनी उत्पादन में दूसरा नंबर है और पहले नंबर पर ब्राजील है। जानकारी के मुताबिक भारत में चीनी का पहली बार यूज 25 सौ साल पहले हुआ था। लखीमपुर में सबसे ज्यादा चीनी मिल है और सबसे ज्यादा गन्ना होता है इसलिए चीनी का कटौरा कहा जाता है।