देश की अत्यधिक लोकप्रिय ट्रेन शताब्दी, वंदे भारत और राजधानी जैसी प्रीमियम ट्रेनें अपने सफर के समय केवल कुछ ही प्रमुख स्टेशनों पर रुकती हैं। इन ट्रेनों का उद्देश्य यात्रियों को तेज़ और सुविधाजनक यात्रा प्रदान करना है, इसलिए ये मुख्य स्टेशनों पर एक या दो मिनट ही रुकती हैं। परंतु हाल ही में एक ट्रेन ने सभी को चौंका दिया है,
क्योंकि यह ट्रेन 20-30 नहीं, बल्कि लगभग 88 स्टेशनों पर रुकती है। हालांकि, आजकल इस ट्रेन में सफर करने के लिए लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। यात्रियों की बढ़ती संख्या ने इस ट्रेन की लोकप्रियता को और बढ़ा दिया है।देश की सबसे लंबी दूरी की यात्रा करने वाली ट्रेन, जिसका नंबर 15909/15910 है, अवध असम कहलाती है। यह ट्रेन असम के डिब्रूगढ़ से शुरू होकर राजस्थान के लालगढ़ तक जाती है। इस यात्रा के समय यह ट्रेन 3100 किलोमीटर से ज्यादे दूरी तय करती है और लगभग 88 स्टेशनों पर रुकती है। इसके स्टॉपेज की संख्या इतनी अधिक है कि उन्हें गिन पाना काफी मुश्किल है।
दिवाली और छठ पूजा के त्योहारों के कारण इस ट्रेन में लंबे समय से वेटिंग लिस्ट चल रही है, जिससे यात्रियों को टिकट प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है। इस ट्रेन की लोकप्रियता और लंबी दूरी के कारण, यह यात्रियों के बीच खासा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
अवध असम ट्रेन 88 स्टेशनों पर रुकते हुए अपनी यात्रा जारी रखती है। इन स्टेशनों पर रुकने का समय कहीं दो से लेकर पांच मिनट तक होता है, यदि दो से पांच मिनट का समय मानें, तो इस ट्रेन को स्टेशनों पर रुकने में चार घंटे से ज्यादे का वक्त लग जाता है। यह ट्रेन पूरे नौ राज्यों से होते हुए चलती है। इनमें असम, नागालैंड, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान शामिल हैं, जहां यह ट्रेन अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिए रुकती है।
इस यात्रा के दौरान, यात्रियों को विभिन्न राज्यों की संस्कृति और दृश्यावलियों का अनुभव करने का मौका मिलता है। ट्रेन की यह यात्रा न केवल लंबी है, बल्कि यह यात्रियों के लिए एक यादगार अनुभव भी बन जाती है। इसके अलावा, इस ट्रेन की लोकप्रियता के कारण, यात्रियों को टिकट प्राप्त करने में भी कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, विशेषकर त्योहारों के समय।
त्योहारों के दौरान यात्री हर हाल में अपने घर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कारण से 88 स्थानों पर रुकने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ देखी जा रही है। दिवाली से लेकर छठ पूजा तक यात्रियों की लंबी वेटिंग लिस्ट बनी हुई है। इस समय रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ बढ़ गई है, और लोग अपने घर जाने के लिए परेशान हैं।
यात्री अपनी यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन ट्रेनों की सीमित संख्या और बढ़ती मांग के कारण स्थिति और भी जटिल होती जा रही है। ऐसे में यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है, जिससे उनकी चिंता और बढ़ गई है। इस स्थिति को देखते हुए रेलवे प्रशासन भी यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन करने पर विचार कर रहा है। लेकिन, अभी तक कोई ठोस कदम उठाया नहीं गया है। यात्रियों की उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें घर जाने का मौका मिलेगा।
देश में सबसे लंबी यात्रा करने वाली ट्रेन 22504 और 22503 विवेक एक्सप्रेस (साप्ताहिक) है। यह ट्रेन असम के डिब्रूगढ़ से निकलकर तमिलनाडु के कन्याकुमारी तक की यात्रा करती है। इस ट्रेन को एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचने में कुल 4153 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है। पूरे सफर में यह ट्रेन 59 स्टेशनों पर रुकती है।
वहीं, कम दूरी तय करने वाली अवध असम एक्सप्रेस 88 स्थानों पर रुककर अपनी यात्रा करती है। विवेक एक्सप्रेस की यह लंबी यात्रा न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक है, बल्कि यह विभिन्न राज्यों के बीच संपर्क को भी मजबूत बनाती है। यात्रियों को इस ट्रेन से यात्रा करने का एक अद्वितीय अनुभव मिलता है, जो उन्हें विभिन्न स्थानों की संस्कृति और परंपराओं से अवगत कराता है।