केंद्रीय परिवहन सड़क और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कानपुर के रमईपुर से महोबा के कबरई तक बनने वाले 112 किलोमीटर लंबे ग्रीन हाइवे की डीपीआर को जल्द ही पूरा करने का आदेश दिया है. यह हाइवे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की तर्ज पर बनाया जाएगा और इससे 96 गांवों की सूरत बदलने की उम्मीद है. इस ग्रीन हाइवे से न केवल पर्यावरणीय लाभ होगा बल्कि स्थानीय निवासियों को बेहतर परिवहन सुविधाएं भी मिलेगी.
विकास की नई दिशा में कानपुर और महोबा
यह ग्रीन हाइवे कानपुर नगर, फतेहपुर, हमीरपुर और महोबा जैसे जिलों के 96 गांवों (Villages of Kanpur, Fatehpur, Hamirpur, Mahoba) से होकर गुजरेगा. इसके निर्माण से इन इलाकों में विकास की गति तेज होगी और साथ ही साथ यह क्षेत्र शहरीकरण की ओर अग्रसर होगा. ग्रीन हाइवे की योजना से न केवल आवागमन सुगम होगा, बल्कि इन क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी.
परिवहन में सुधार और समय की बचत
ग्रीन हाइवे के निर्माण से कानपुर से महोबा तक की यात्रा में समय की बचत होगी और यात्रा में आसानी होगी. इस हाइवे के बन जाने से भारी वाहनों की आवाजाही में कमी आएगी, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आने की भी संभावना है. यह हाइवे सागर तक जाने वाले मार्ग को भी सुदृढ़ करेगा, जिससे लोगों को दूसरे राज्यों तक जाने में आसानी होगी.