उत्तर प्रदेश में स्थित लखनऊ हाईवे पर बाराबंकी से रूपईडीहा तक जल्द ही वाहन तेज रफ्तार से चलेंगे, इसके लिए बाराबंकी से नेपाल के बॉर्डर तक हाईवे को फोरलेन में बदलने की योजना बनाई जा रही है। केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सांसद डॉ. आनंद कुमार गोंड को एक पत्र भेजकर इस योजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने की जानकारी बताई है। पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि इस हाईवे के विकास के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे यात्रा की सुविधा में सुधार होगा और क्षेत्र के विकास में तेजी आएगी। यह परियोजना न केवल स्थानीय लोगों के लिए लाभकारी होगी, बल्कि व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा देगी।
सरयू नदी पर घाघरा घाट के निकट एक नए पुल के निर्माण को अनुमति मिल गई है। इस पुल के बनने से बहराइच, गोंडा, बलरामपुर और श्रावस्ती जैसे चार जिलों का लखनऊ से संपर्क और बेहतर होगा। यह परियोजना न केवल स्थानीय लोगों के लिए फायदेमंद होगी, बल्कि नेपाल जाने वाले यात्रियों के लिए भी सुविधाएं बढ़ाएगी।
वर्तमान में, बाराबंकी से बहराइच होते हुए नेपाल के बॉर्डर तक पहुंचने के लिए केवल दो लेन की सड़क उपलब्ध है। इस स्थिति के कारण यात्रियों को अधिक समय लग रहा है और अक्सर सड़क दुर्घटनाएं भी होती हैं। नए पुल के निर्माण से इन समस्याओं का समाधान होगा और यात्रा को सुगम बनाएगा। यह विकास क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।
घाघरा घाट के निकट सरयू नदी पर स्थित पुल अब जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। इस कारण वहां नियमित रूप से तकनीकी खराबियों के चलते यातायात में बाधा उत्पन्न हो रही है, जिससे यात्रियों को ट्रैफिक का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन अब एक नई उम्मीद जगी है, क्योंकि फोरलेन पुल के निर्माण से इन समस्याओं का समाधान संभव हो सकेगा। यह परियोजना यात्रियों के लिए यात्रा को सुगम बनाएगी और जाम की समस्या को कम करेगी।
जिला प्रशासन ने नई सड़क निर्मित करने के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस परियोजना के तहत, हाईवे के किनारे स्थित गांवों में सर्वेक्षण का कार्य चल रहा है। घाघरा घाट से बहराइच के मध्य में इस मार्ग का निर्माण किया जाएगा, जिसमें तीन बाइपास का निर्माण शामिल है। इनमें से एक बाइपास कैसरगंज और दूसरा जरवल कस्बे में बनाया जाएगा। इसके अलावा, एक और स्थान पर भी बाइपास का निर्माण किया जाएगा। प्रशासन का मानना है कि इस परियोजना से स्थानीय लोगों को बेहतर आवागमन की सुविधा मिलेगी और इससे आर्थिक गतिविधियों में भी बढ़ोतरी होगी।
सांसद डॉ. आनंद कुमार गोंड ने हाल ही में संसद सत्र के दौरान केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इस बैठक में उन्होंने घाघरा घाट पर एक नया पुल बनाने और बाराबंकी से रूपईडीहा तक फोरलेन हाईवे के निर्माण के लिए तेजी से कार्यवाही करने का आग्रह किया।
केंद्रीय मंत्री ने सांसद को एक पत्र भेजकर सूचित किया है कि इस हाईवे को बाराबंकी से नेपाल बॉर्डर तक फोरलेन के रूप में अनुमति दे दी गई है। वर्तमान में, इस परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है, जो कि इस विकास कार्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। सांसद डॉ. गोंड ने इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त किया है और आशा जताई है कि यह कार्य जल्द ही शुरू होगा।
लखनऊ हाईवे को फोरलेन बनाने के लिए जिला प्रशासन ने किसानों की जमीन का सर्वेक्षण शुरू कर दिया है। इसके साथ ही, जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी चल रही है। प्रशासन का उद्देश्य इस परियोजना को समय पर पूरा करना है, ताकि यातायात की सुविधाओं में सुधार किया जा सके। किसानों को उचित मुआवजा देने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। यह परियोजना क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगी।