आने वाले दीपावली के त्योहार से पूर्व, जिलेवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण समाचार है। सिविल एयरपोर्ट का उद्घाटन होने जा रहा है, जो स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगा। इस एयरपोर्ट से हवाई सेवा 5 नवंबर से प्रारंभ होने जा रही है। पहली उड़ान सरसावा से हिंडन एयरपोर्ट के लिए मात्र 30 मिनट में पहुंच जाएगी, जो यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाएगा।एयरपोर्ट के उद्घाटन के साथ ही, यहां की खाली पड़ी जमीन पर विस्तार की संभावनाओं पर चर्चा भी शुरू हो गई है। यह विकास न केवल हवाई यात्रा को बढ़ावा देगा, बल्कि क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को भी गति प्रदान करेगा। स्थानीय निवासियों के लिए यह एक नई उम्मीद और अवसर लेकर आया है, जिससे वे हवाई परिवहन का लाभ उठा सकेंगे। इस नई सुविधा के माध्यम से जिले का विकास और भी तेज होगा, और यह लोगों की यात्रा को सरल और सुलभ बनाएगा। अब देखना यह है कि इस एयरपोर्ट के माध्यम से क्षेत्र में और क्या संभावनाएं खुलती हैं।
सरकार ने एयरपोर्ट अथॉरिटी को 65 एकड़ भूमि आवंटित की है, जिसमें से फिलहाल के समय में केवल 20 से 25 एकड़ पर ही निर्माण कार्य चल रहा है। इस बीच, चर्चा है कि जब हवाई सेवाएं प्रारंभ होंगी, तो बची हुई जमीन का उपयोग करके एयरपोर्ट को फैलाया जाएगा। इस विस्तार में बड़े पैमाने पर पार्किंग सुविधाओं के साथ-साथ अन्य इमारतों का निर्माण किया जाएगा, जिसमें स्टाफ के लिए आवासीय क्वार्टर भी शामिल होंगे।
हाल ही में घोषित किए गए अनुसूची के मुताबिक, पहली उड़ान 19 सीटर एरोप्लेन से हिंडन एयरपोर्ट तक की रहेगी। सरसावा से हिंडन एयरपोर्ट पहुंचने के लिए केवल 30 मिनट का समय लगेगा। इसी क्रम में, मुरादाबाद तक की यात्रा करने में भी ज्यादातर 40 मिनट का समय लगेगा। इस योजना के तहत, यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए एयरपोर्ट का विकास किया जाएगा, जिससे हवाई यात्रा को और भी सुगम बनाया जा सके। सरकार की इस पहल से क्षेत्र में हवाई परिवहन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश में स्थित वाराणसी, गोरखपुर और कुशीनगर के बीच की दूरी काफी अधिक है, जिससे वहां पहुंचने में एक घंटे से ज्यादा का समय लग सकता है। इसका मतलब यह है कि यदि किसी को इन शहरों में कोई काम है, तो वह सुबह जल्दी निकलकर शाम तक वापस लौट सकता है।
इन तीनों दूरस्थ शहरों के लिए स्पाइसजेट एयरलाइंस अपनी सेवाएं प्रदान करने जा रही है, जिसमें एक ही समय में 78 यात्री यात्रा कर सकते हैं। इसके अलावा, छोटी दूरी के लिए 19-19 सीटों वाले विमान भी उपलब्ध रहेंगे, जो यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगे।
हालांकि, हवाई सेवाओं का अनुसूची पहले ही जारी किया जा चुका है, लेकिन एयरलाइंस कंपनी ने अभी तक इस संबंध में कोई विस्तृत जानकारी साझा नहीं की है। यात्रियों को इस नई सेवा का इंतजार है, जो उन्हें यात्रा में और अधिक सुविधा प्रदान करेगी।
सरसावा सिविल एयरपोर्ट से उड़ान सेवाओं का विस्तार करते हुए पांच शहरों के लिए उड़ानें शुरू करने की योजना बनाई गई है। इनमें से मुरादाबाद और वाराणसी विशेष रूप से औद्योगिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध हैं। सूत्रों के अनुसार, हिंडन, मुरादाबाद और कुशीनगर का चुनाव इस उद्देश्य से किया गया है कि देश का मध्यम वर्ग भी हवाई यात्रा की सुविधाओं का लाभ उठा सके। यह योजना प्रधानमंत्री की उड़ान योजना के अंतर्गत तैयार की गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य हवाई यात्रा को सभी वर्गों के लिए सुलभ बनाना है।
इस पहल से न केवल हवाई यात्रा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि संबंधित शहरों में औद्योगिक विकास को भी गति मिलेगी। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि इस योजना के तहत शुरू की जाने वाली उड़ानों से यात्रियों को सुविधा और आराम मिलेगा, जिससे वे अपने गंतव्यों तक जल्दी और सुरक्षित रूप से पहुंच सकेंगे।
सिविल एयरपोर्ट का उद्घाटन समारोह हाल ही में किया गया है, लेकिन अभी तक इसका आधिकारिक नामकरण नहीं हुआ है। टर्मिनल भवन पर सिर्फ “सरसावा एयरपोर्ट” लिखा गया है। उद्घाटन समारोह के समय यह उम्मीद जताई जा रही थी कि प्रधानमंत्री इस एयरपोर्ट को किसी प्रमुख हस्ती के नाम पर समर्पित करेंगे, लेकिन इस संबंध में कोई सूचना जारी नहीं की गई।
इस उद्घाटन के साथ ही क्षेत्र में हवाई यात्रा की संभावनाएं बढ़ गई हैं, लेकिन नामकरण की कमी ने लोगों में कुछ निराशा भी उत्पन्न की है। स्थानीय नागरिकों और यात्रियों को अब इस बात का इंतजार है कि कब इस एयरपोर्ट का नामकरण किया जाएगा और किस महान व्यक्ति के नाम पर इसे समर्पित किया जाएगा।
सरसावा एयरपोर्ट का उद्घाटन एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल क्षेत्र की विकास की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि हवाई यात्रा को भी सुगम बनाएगा। सभी की नजरें अब इस एयरपोर्ट के भविष्य पर टिकी हुई हैं।