UP News : उत्तर प्रदेश आने वाला नया साल में कानपुर के लोगों के पास सुनहरा तोहफा मिलेगा। रेल विभाग की दुनिया लगातार रेल की तकनीको मंे कोई कसर छोड़ने के मूड में नही है। हर समय डिजिटल इण्डिया डिजिटल की ओर अग्रसर है। मोतीझील से कानपुर सेंट्रल के बीच अंडरग्राउंड सेक्शन पर मेट्रो का ट्रायल रन दिसंबर में शुरू होगा।
पहुंचेगा सीएम का काफिला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2021 को आईआईटी से मोतीझील के बीच 9 किमी लंबे प्रायॉरिटी कॉरिडोर का उद्घाटन किया था। इस मार्ग पर 9 मेट्रो स्टेशन हैं। मोतीझील से आगे फूलबाग, मॉल रोड और कानपुर सेंट्रल तक अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन बनाने का काम पुरा हो चुका है। कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी सीएमआरएस जनवरी के पहले हफ्ते में निरीक्षण करेंगे। अगर सब कुछ ठीक रहा तो मकर संक्रांति के बाद किसी दिन कानपुर मेट्रो के 5 भूमिगत स्टेशन आम यात्रियों के लिए खोल दिए जाएंगे। माना जा रहा है कि, इस सेक्शन का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे।
जाम के झाम से छुटकारा
नए मेट्रो स्टेशन के शुरू होने से आईआईटी कानपुर से सेंट्रल कानपुर के बीच की 15 की किलोमीटर की दूरी महज 25 मिनट में तय की जा सकेगी। इसके लिए यात्रियों को 40 खर्च करने पड़ेंगे। कानपुर मेट्रो के विस्तार से लोगों को जाम से छुटकारा मिलेगा। मोतीझील से सेंट्रल स्टेशन तक ट्रैक पर क्रॉसओवर नहीं है। इस वजह से जिस ट्रैक पर ट्रेन सेंट्रल मेट्रो स्टेशन पहुंचेंगी, उसी ट्रैक से ही ट्रेन को वापस लौटना पड़ेगा। इस कारण ट्रेन आने की आवागमन बढ़कर 20-30 मिनट हो सकती है।
यात्रियो को मिलेगी सुविधा
औद्योगिक शहर कानपुर को नए साल का तोहफा इतिहास रचंेगा। मेट्रो अधिकारियों के अनुसार भूमिगत स्टेशनों में तेजी से काम जारी है। एक तरफ ट्रैक पूरा बिछाया जा चुका है। दूसरी तरफ बिछाने का काम जारी है। 5 स्टेशनों चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज और कानपुर सेंट्रल स्टेशन चालू होने पर यात्रियों की सुविधा में कोई कमी नहीं होगी। बाहर या अन्य छोटे.मोटे काम धीरे.धीरे पूरे कर लिए जाएंगे। मोतीझील से सेंट्रल स्टेशन तक ट्रैक पर क्रॉसओवर नहीं है। इस वजह से जिस ट्रैक पर ट्रेन यात्रियों को लेकर सेंट्रल मेट्रो स्टेशन पहुंचेंगी, उस ट्रैक से ही ट्रेन को वापस लौटना पड़ेगा। इस कारण ट्रेन आने की बारंबारता बढ़कर 20.30 मिनट हो सकती है।
बचे हिस्से पर काम जारी
दूसरी तरफ कानपुर सेंट्रल से नौबस्ता के बाद सेक्शन के बचे हुए हिस्से का काम जारी है। सेंट्रल से स्वेदशी कॉटन मिल के बाद दो टनल बोरिंग मशीन भी 4.80 किमी लंबी सुरंग बनाने में लगी हैं। मेट्रो ने आंतरिक तौर पर मई.2025 तक पूरे सेक्शन को चालू करने का लक्ष्य तय किया है। लेकिन सितंबर या अक्टूबर 2025 के पहले काम पूरा होने के आसार कम ही नजर आ रहे।