UP News : उत्तर प्रदेश में स्थित गोरखपुर में विकास की रफ्तार को तेज करने की दिशा में 15 कॉलोनियों को शीघ्र ही गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) से नगर निगम को सौंपा दिया जाएगा। यह निर्णय कॉलोनियों में साफ-सफाई, कूड़ा प्रबंधन और अनेकों आवश्यक सेवाओं में सुधार के लिए लिया गया है। यह प्रस्ताव आनंद वर्द्धन जो की जीडीए के उपाध्यक्ष हैं और गौरव सिंह सोगरवाल जो की नगर आयुक्त है की अध्यक्षता में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में स्वीकृत किया गया। हाल ही में हुई एक बैठक में यह निर्णय लिया गया कि शहर की विभिन्न कॉलोनियों की सफाई व्यवस्था, कूड़ा प्रबंधन और अन्य आवश्यक सेवाओं का कार्य प्राधिकृत एजेंसियों को सौंपा जाएगा। यह कार्य नगर निगम के निर्धारित नियमों और शर्तों के अनुसार किया जाएगा।
बैठक में यह भी बताया गया कि इन योजनाओं के सुचारू देखरेख के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता नगर निगम द्वारा प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, जीडीए ने ऑक्टोरेड टैंक की मरम्मत और अन्य लंबित कार्यों के लिए एक विस्तृत अनुमान तैयार किया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी कार्य समय पर और सही तरीके से किया जा सके।
हस्तांतरण के अंतर्गत आने वाली प्रमुख कॉलोनियों में वसुंधरा एंक्लेव, वैशाली आवासीय योजना, यशोधरा कुंज, अमरावती निकुंज, बुद्ध विहार (पार्ट ए, बी, सी), सिद्धार्थपुरम, शास्त्रीनगर और गोरखपुर में स्थित जीडीए टावर सम्मिलित हैं। इस निर्णय से इन कॉलोनियों में निवास करने वाले हजारों लोगों को कई प्रकार की सुविधाएं सीधे मिलेंगी।
इसके अतिरिक्त, कूड़ा प्रबंधन के लिए डोर टू डोर कलेक्शन की व्यवस्था जारी की जाएगी, जिससे नागरिकों को कूड़े के निपटान में आसानी होगी। स्थानीय प्रशासन इस प्रक्रिया को सुचारू रूप से लागू करने के लिए तत्पर है, जिससे इन कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को बेहतर सेवाएं मिल सकें।
गोरखपुर नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने हाल ही में घोषणा की कि कॉलोनियों के हस्तांतरण की
विधि जल्द ही पूरी की जाएगी। उन्होंने बताया कि कॉलोनियों के उचित देखरेख के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। यह निर्णय गोरखपुर के शहरी विकास में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है, जो न केवल सेवाओं में सुधार की अपेक्षा शहर को का सूत्र बनाने में मदद करेगा। सोगरवाल ने कहा कि आने वाले समय में शहर की सफाई और गुणवत्ता में सुधार के लिए इस तरह के और भी कार्य किए जाएंगे।