UP News : सुल्तानपुर शहर में जल्द ही एक हजार करोड़ की लागत से रिंग रोड बनेगा। लोक निर्माण के राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने एक रिंग रोड बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है। करीब दो माह पहले प्रस्ताव तैयार कर विभाग ने शासन को भेज दिया है। विभाग के मुताबिक, शासन से प्रस्ताव की मंजूरी मिलने के बाद अंतिम मानचित्र तैयार करके भूमि चिह्नित की जाएगी। भूमि अधिग्रहण समेत निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। इसमें संभावित रिंग रोड निर्माण स्थल का मानचित्र भी बनाया है।
जाम से जूझ रहे शहर को जल्द ही बाहरी वाहनों के प्रवेश से छुटकारा मिल सकेगा। शहर के बाहर से रिंग रोड बनाई जाएगी। राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण विभाग ने प्रस्तावित मानचित्र शासन को भेज दिया है। प्रस्ताव की मंजूरी मिलते निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। निर्माण से शहर का विस्तार भी हो सकेगा। शहर के किनारे से रिंग रोड बनने से नगर क्षेत्र का विस्तार गोलाई में हो सकेगा। अभी तक प्रमुख मार्गों पर लोग लंबाई में बस रहे हैं।
प्रमुख मार्गों के बीच छूटी जगहों पर भी लोग बस सकेंगे। इसमें कॉलोनियों का विस्तार हो सकेगा। राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिशासी अभियंता विकास कुमार ने बताया कि रिंग रोड और प्रतापगढ़- अयोध्या सिक्स लेन का प्रस्तावित मानचित्र भेजा गया है। इसकी जल्द मंजूरी मिलने के आसार हैं। स्वीकृति मिलने के बाद अगली प्रक्रिया शुरू होगी।
एनएच की ओर से तैयार प्रस्ताव के मुताबिक रिंग रोड प्रयागराज-सुल्तानपुर हाईवे से अहिमाने के पास से निकल कर प्रस्तावित प्रतापगढ़- अयोध्या सिक्स लेन को जोड़ेगी। हसनपुर के पास से होते हुए सिक्स लेन से गुजरेगी। उत्तरी दिशा में आगे चलकर प्रस्तावित सिक्स लेन से निकलकर रिंग रोड कटका के पास प्रयागराज-अयोध्या हाईवे को जोड़ेगी।
सुल्तानपुर-प्रयागराज मार्ग से अहिमाने के पास से पूर्वी छोर से निकलकर रिंग रोड लोहरामऊ के पास सुल्तानपुर-वाराणसी हाईवे को जोड़ेगी। हाईवे से वाहन आगे टाटियानगर होते ही आजमगढ़, बलिया, अयोध्या, अंबेडकरनगर, बस्ती समेत अन्य जगहों के लिए जा सकेंगे। साथ ही सुल्तानपुर-लखनऊ हाईवे से प्रस्तावित प्रतापगढ़-अयोध्या सिक्स लेन होते हुए वाहन अयोध्या व अंबेडकरनगर या फिर आजमगढ़, बलिया के लिए निकल सकेंगे। सुल्तानपुर शहर अभी करीब चार किमी के दायरे में सिमटा है।
वार्ड के विस्तार के अभाव और आवागमन का सटीक मार्ग नहीं होने से शहर केवल प्रमुख मार्गों पर लंबाई में ही बढ़ पा रहा है। इसकी वजह से मुख्य शहर के करीब तीन किमी के दायरे में रोजाना जाम की समस्या बनी है। इसमें बाहरी वाहनों के आवागमन से जाम की समस्या और बढ़ गई है।