.UP News : आने वाला नया साल में कानपुर वासियों के लिए बेहद खुशखबरी है। इस बार महाकुंभ में देश विदेश से 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों के पहुंचने का अनुमान है. ऐसे में श्रद्धालुओं और पर्यटकों बेहतर ट्रांसपोर्ट सुविधा प्रदान करने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने महाकुंभ में 7 हजार 552 बसों को चलाने की योजना बनाई है. इनमें से 452 बसें कानपुर डिपो से भेजी जाएंगी अब कानपुर से राजस्थान, उत्तराखंड और दिल्ली के लिए सीधी बसें मिलेंगी. इसके तहत क्षेत्रीय प्रबंध विभाग ने उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम ने चिह्नित रुटों पर वातानुकूलित (एसी) स्लीपर बसें चलाने का प्रस्ताव भेजा है।सरकार ने कहा इस बार बसे बहुत कम है यात्रियों की संख्या अधिक होने के चलते बसों में जगह नहीं मिलती। एक रूट पर एक बस संचालित होने के चलते ऊपर नीचे बैठकर सफर करना पड़ता है, कई बार रोडवेज बसों के टायर और अन्य तकनीकी खराबी आ जाती है जिसके चलते यात्रियों को हमेशा डर सताता रहता है। यात्रियों ने भी सरकार से नई रोडवेज बसें देने की मांग की है। इस समस्या के निदान के लिए क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुमार ने संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के बाद अनिल कुमार ने बताया कि यात्रियों की सहूलियत के मद्देनजर यूपीएसआरटीसी से अनुबंधित लगभग 640 से अधिक बसों को अलग-अलग रूटों पर चलाया जाएगा।
प्रयागराज में अगले साल 13 जनवरी से 26 जनवरी तक आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले में भी कानपुर रोडवेज बसें और ई-बसों को तैनात किया जाएगा. इसके तहत रोडवेज की 452 बसें और लगभग 90 ई-बसों को महाकुंभ में आवगमन के लगाई जाएंगी. बड़ी संख्या में बसों के प्रयागराज जाने से अलग-अलग रुटों पर सफर करने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हो सकती है क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुमार के मुताबिक, एसी स्लीपर बसों के संचालन की मंजूरी मिलते ही इसका संचालन शुरू कर दिया जाएगा. ये बसें सिग्नेचर ग्रीन्स सिटी बस अड्डे से होते हुए झरकटी बस अड्डे पर जाएंगी. माना जा रहा है कि इन बसों के संचालन से यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।
हालांकि विभाग ने एसी स्लीपर बसों का किराया अभी निर्धारित नहीं किया है, उम्मीद जताई जा रही है कि इन बसों का संबंधित रुट पर चलने वाली जनरथ बसों से किराया अधिक होगा. इस संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुमार ने बताया कि यूपीएसआरटीसी मुख्यालय को यहां से चार एसी स्लीपर बसों के संचालन का प्रस्ताव भेजा गया है। उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम से मंजूरी मिलने का बाद बसों का संचालन शुरू हो जाएगा. ये बसें झरकटी बस अड्डें से चलेंगी, जो जयपुर, देहरादून, वाराणसी और केंद्रीय राजधानी दिल्ली तक जाएंगी। इससे यात्रियों को इन शहरों तक पहुंच आसान होगी और भीड़भाड़ से निजात मिलेगी. कानपुर से हर रोज बड़ी संख्या में जयपुर, देहरादून, वाराणसी और दिल्ली का सफर करते हैं. इन बसों के संचालन से प्राइवेट बसों के मनमानेपन से यात्रियों को निजात मिलेगी