UP News : शहर के सीमा विस्तार को बुधवार को हरी झंडी मिल गई है। ऐसे में 15 गांव की करीब दो लाख आबादी को जल्द शहर जैसी सुविधाएं मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। सीमा विस्तार को लेकर काफी समय से अटकलें लगाई जा रही थी। इसके अलावा अन्य कार्यों को कराने पर भी सहमति बनी है। नगर निगम मुरादाबाद अपनी सीमा के विस्तार की तैयारी में है. प्रस्तावित योजना के मुताबिक निगम के अंतर्गत 20 नए वार्ड बनाए जाएंगे, जिससे 50 हजार से अधिक लोग शहरी क्षेत्र का हिस्सा बनेंगे।
3 दशक से नहीं हुआ सीमा विस्तार
इस विस्तार के तहत करीब 15 गांवों को नगर निगम की सीमा में शामिल किया जाएग. सीमा विस्तार का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है, और इसे कैबिनेट बैठक में मंजूरी मिलने की संभावना है। निगम ने 2016 में सीमा विस्तार का प्रस्ताव शासन को भेजा था. लेकिन तब प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिल पाई थी. 2016 में कुल दस गांवों को निगम की सीमा में जोड़ने का प्रस्ताव तैयार किया गया था. इसमें पाकबड़ा और नया मुरादाबाद के भी इलाके शामिल थे. हालांकि, 2017 में राजस्व ग्राम पाकबड़ा के पूरे क्षेत्र को नगर पंचायत पाकबड़ा घोषित कर दिया गया था. सीमा विस्तार के बाद नगर निगम के 20 वार्ड भी बढ़ जाएंगे मुरादाबाद को 1994 में नगर निगम का दर्जा मिला था. तब से लेकर अब तक नगर निगम में कुल 70 वार्ड हैं. पिछले 30 वर्षों से नगर निगम की सीमा का विस्तार नहीं हुआ है।.
यह नगर पंचायत सीमा में वादा ही रहा
नियमों के अनुसार पाकबड़ा नगर पंचायत में शामिल गांवों को नगर निगम की सीमा में शामिल नहीं किया जा सकता है. इसलिए अब नगर निगम ने नए गांवों को चिह्नित कर सीमा विस्तार का प्रस्ताव तैयार किया है. इसमें 15 नए गांव को चिह्नित किया गया है. यह सभी गांव शहरी सीमा से सटे हुए हैं. महापौर विनोद अग्रवाल की ओर से प्रयास किया जा रहा है कि इस प्रस्ताव को शासन से हरी झंडी मिले. ताकि शहरी क्षेत्र का विस्तार हो सके। निगम ने 2016 में सीमा विस्तार का प्रस्ताव शासन को भेजा था. लेकिन तब प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिल पाई थी. 2016 में कुल दस गांवों को निगम की सीमा में जोड़ने का प्रस्ताव तैयार किया गया था. इसमें पाकबड़ा और नया मुरादाबाद के भी इलाके शामिल थे. हालांकि, 2017 में राजस्व ग्राम पाकबड़ा के पूरे क्षेत्र को नगर पंचायत पाकबड़ा घोषित कर दिया गया था