UP News : उत्तर प्रदेश योगी सरकार ने मुख्य कदम उठाते हुए स्टेशन के बाहर के क्षेत्र में स्थित पांच रेलवे स्टेशनों को विकसित करने की योजना बनाई है। जिससे आने वाले समय में गाड़ियों के रुकने और उनके संचालन का काम इन स्टेशनों पर किया जा सके जिससे चारबाग रेलवे स्टेशन पर लोड थोड़ा काम हो सकेगा। लखनऊ के सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले चारबाग रेलवे स्टेशन रेलवे स्टेशन के बोझ को कम करने के लिए अब सरकार कवायत में जुट गई है।
लखनऊ के बाहर क्षेत्रों में स्थित पांच रेलवे स्टेशनों को विकसित किया जा रहा है। भविष्य में गाड़ियों का ठहराव और संचालन इन स्टेशनों पर होगा ताकि चारबाग का लोड कम किया जा सके।
दिशा के हिसाब से ट्रेनों का बंटवारा
पांच स्टेशनों पर ट्रेनों के स्टॉपेज बढ़ाए जाएंगे। चारबाग व जंक्शन तक ही आने वाली ट्रेनों को इन स्टेशनों से चलाया जा सकता है। साथ ही यहां लंबी दूरी की ट्रेनों को स्टॉपेज दिए जाएंगे, जिससे यात्री चारबाग, जंक्शन नहीं जाएंगे। इन स्टेशनों पर लिफ्ट, एस्केलेटर, वाटर वेंडिंग मशीनें, ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीनें लगाई जाएंगी। मल्हौर, आलमनगर, मानकनगर, ट्रांसपोर्टनगर एवं उतरेटिया को डायरेक्शनल स्टेशन के तौर पर विकसित किया जाएगा। दिशा के हिसाब से ट्रेनों का बंटवारा हो जाएगा। आलमनगर से बरेली के रास्ते मुरादाबाद रूट की ट्रेनों को, मानकनगर से कानपुर के रास्ते दिल्ली रूट की ट्रेनों को, मल्हौर व उतरेटिया से वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या एवं गोरखपुर रूट की ट्रेनों को चलाने की योजना पर काम हो रहा है। यानी एक दिशा के रूट पर जाने वाली ट्रेनों को एक स्टेशन पर शिफ्ट कर दिया जाएगा।
ऑपरेटिंग विभाग की ओर से योजना, मिलेगी राहत
लखनऊ जंक्शन पर ट्रेनों व यात्रियों का लोड शहर के पांच छोटे स्टेशन घटाएंगे। इन स्टेशनों पर चारबाग व लखनऊ जंक्शन जाने वाली ट्रेनों को भेजा जाएगा। ट्रेनों के स्टॉपेज भी बढ़ेंगे। यात्री सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। इसके लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेज दिया गया है। चारबाग में प्रतिदिन 257 से अधिक ट्रेनों की आवाजाही रहती है। इन ट्रेनों से करीब सवा लाख यात्री सफर करते हैं। लखनऊ जंक्शन पर भी यात्रियों का काफी दबाव है। ऐसे में चारबाग पर ट्रेनों व यात्रियों का लोड घटाने के लिए ऑपरेटिंग विभाग की ओर से योजना तैयार की गई है।