UP News : उत्तर प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी को सुधारने के लिए एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जा रहा है, और इनसे जोड़ने हेतु कई लिंक एक्सप्रेसवे भी बन रहे हैं. इसी कड़ी में आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के इन 6 गांवों के किसानों को बंपर मुआवजा मिलेगा… इस रिपोर्ट से जुड़ी पूरी डिटेल जानने के लिए इस खबर को पूरा पढ़ लें-
उत्तर प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी को सुधारने के लिए एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जा रहा है, और इनसे जोड़ने हेतु कई लिंक एक्सप्रेसवे भी बन रहे हैं. इसी क्रम में, फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है. यह लिंक एक्सप्रेसवे (link expressway) राज्य की महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी परियोजनाओं में से एक है.
जानें लिंक एक्सप्रेसवे का रूट-
प्रस्तावित फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, कुदरैल (इटावा) से शुरू होकर गंगा एक्सप्रेसवे, सयाइजपुर (हरदोई) पर समाप्त होगा. यह उत्तर प्रदेश का सबसे महंगा लिंक एक्सप्रेसवे होगा, जिसके एक किलोमीटर के निर्माण पर करीब ₹83 करोड़ का खर्च आने का अनुमान है.
इन गांवों की ली जाएगी जमीन-
प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेसवे के लिए हरदोई जिले की सवायजपुर तहसील (Sawaijpur tehsil of Hardoi district) के सात गांव (कनकापुर उबरिया, मरकडा, रायपुर, सैदपुर, सरसई, तिमिरपुर) की जमीनें आपसी सहमति के आधार पर खरीदी जाएंगी। यह खरीद एक्सप्रेसवे परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए की जाएगी.
मिलेगा मोटा मुआवजा-
इन गांवों को करीब 50.65 करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा. जमीन के मूल्य का निर्धारण सर्किल रेट (circle rate) से चार गुना के आधार पर तय किया गया है. इस प्रस्ताव को डीएम की अगुवाई में हुई बैठक में मिली है.
गंगा एक्सप्रेसवे-आगरा एक्सप्रेसवे होंगे कनेक्ट-
फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण (Construction of Farrukhabad Link Expressway) होने से गंगा एक्सप्रेस वे आगरा एक्सप्रेस वे के साथ ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से सीधा जुड़ जाएगा. एक्सप्रेसवे हरदोई से गुजरने से जिले के विकास को भी रफ्तार मिलेगी.
बड़े शहरों का सफर होगा आसान-
हरदोई में लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से महानगरों की राह आसान हो जाएगी। यह एक्सप्रेसवे रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा. इसके साथ ही, किसानों को भी उनकी उपज का उचित और अच्छा मूल्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी. कुल मिलाकर, यह परियोजना जिले के समग्र विकास (holistic development) को गति देगी और आर्थिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करेगी.
