व्यापारियों और कारोबारियों ने केंद्रीय बजट में शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की उम्मीद पूरी होने का अनुमान लगाया है। व्यापार की मजबूती के लिए यातायात जाम को कम करने के लिए फ्लाईओवर निर्माण, नई हवाई सेवाएं, नाइट लैंडिंग की सुविधा जैसी सुविधाएं मिलने की मांग पर बल दिया है।
इंफ्रास्ट्रक्चर सुधरे तो फले-फूले व्यापार
खरीदार जाम की समस्या के चलते बाजार तक आना ही नहीं चाहता। इसके हल के लिए बजट में फ्लाई ओवर और एलिवेटेड रोड के लिए धन का प्रावधान होने की उम्मीद है। बड़े कारोबारियों को आकर्षित करने के लिए एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग और कोलकाता सहित प्रमुख शहरों के लिए कनेक्टिंग व सीधी फ्लाईट की मांग भी व्यापारियों की ओर से की गई। व्यापारियों का कहना है कि यदि जीएसटी को सरल न किया गया तो व्यापार बुरी तरह प्रभावित होगा। आज स्थिति यह है कि जीएसटी से व्यापार बंदी की कगार पर पहुंच गया है। व्यापारियों की ओर से बजट में ऑनलाइन बाजार पर अतिरिक्त टैक्स लगाने या फिर व्यापारियों को भी 24 घंटे दुकान खोलकर व्यापार करने जैसे अप्रत्यक्ष प्रावधान होने की उम्मीद है।
जरीब चौकी चौराहे पर रेलवे ओवरब्रिज, कालपी रोड चौड़ीकरण के साथ ही पनकी पड़ाव ओवरब्रिज, पनकीधाम समानांतर ओवर ब्रिज के निर्माण से जाम की समस्या का निदान हो सकता है। करीब 10 साल पहले गंगा के किनारे 30 किलोमीटर लंबे गंगा लिंक इनर सर्किल रोड का प्रस्ताव भी पास नहीं हो सका है। यह रोड बनने से सिविल लाइंस, नवाबगंज, स्वरूप नगर और वीआइपी रोड पर लगने वाला जाम खत्म हो जाएगा। प्रयागराज में महाकुंभ से पहले जो इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया, अब वैसा ही कानपुर का भी होगा। बजट में हुई इस घोषणा से अनवरगंज-मंधना एलीवेटेड ट्रैक, गोल चौराहे से रामादेवी तक एलीवेटेड रोड, इनर सर्किल गंगा लिंक रोड और गंगा पर प्रस्तावित पुलों की निर्माण प्रक्रिया में और तेजी आने की उम्मीद है। शहर में चल रहे मेट्रो के निर्माण के लिए 106.75 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं।
कानपुर के विकास को लगेंगे पंख
व्यापारियों ने दिल्ली प्रगति मैदान की तर्ज पर शहर में ष्कानपुर व्यापार व उद्यम प्रगति केंद्र खोले जाने की भी मांग बजट में पूरी होने की उम्मीद जताई है। कहा कि यह केंद्र किसी भी बंद पड़ी मिल के कंपाउंड में शुरू किया जा सकता है। इस तरह के केंद्र खुलने के बाद शहर के कारोबार को एक्सपोजर मिलेगा। एक ही जगह पर कारोबारी अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर सकेंगे। बाहरी कारोबारी एक ही जगह पर आकर उत्पादों को पसंद कर ऑर्डर दे सकेंगे। जीटी रोड पर गोल चौराहे से रामादेवी तक एक हजार करोड़ की लागत से एलीवेटेड रोड बनाने के प्रयास चल रहे हैं। बजट में घोषणा से अब इसमें तेजी आएगी। आईआईटी से गोल चौराहे तक जीटी रोड को मॉडल रोड बनाने का 111 करोड़ का प्रस्ताव भी लंबित है। महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया गया था। इसी हिसाब से वहां गंगा पर दो नए पुल बनाए गए थे। सड़कें चौड़ी की गई थीं।
रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे पर भी काफी काम हुआ। महाकुंभ में अब तक 58 करोड़ से ज्यादा लोग पहुंच चुके हैं, लेकिन प्रयागराज के अंदर कोई समस्या नहीं आई। कानपुर में जनसंख्या और वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अरसे से सड़कों और पुलों की जरूरत महसूस की जा रही थी। रिंग रोड पर तो काम शुरू हो चुका है, लेकिन गंगा पर पुलों की जरूरत है। जीटी रोड पर जाम की समस्या से निपटने के लिए अनवरगंज-मंधना रेलवे लाइन को एलीवेटेड बनाने की कवायद भी शुरू हो चुकी है। बजट में घोषणा से साफ हो गया है कि राज्य सरकार भी अपना अंशदान जल्द देगी। कानपुर शहर के विकास को नए पंख लगने वाले हैं, शहर के नए विकास और विस्तार को लेकर जो योजनाएं पिछले सालों से अटकी थीं, आज उन्हें हरी झंडी मिल गई है, इस योजना को मंजूरी मिलने के बाद शहर में कई बुनियादी सुविधाओं को विकसित किया जाएगा।