UP News : उत्तर प्रदेश के पचास हजार रेल यात्रियो को तोहफा मिल गया है। प्रदेश मंे यात्रियो की सुविधाओ के लिए प्रदेश में पांच रूटो पर 12 नई मेंमो टेªने पटरी पर उतरने की तैयारी की जा रही है। दिसंबर तक ये ट्रेनें उत्तर व पूर्वाेत्तर रेलवे को मिल जाएंगी। इसके बाद इन्हें कानपुर, प्रतापगढ़ सहित पांच रूटों पर चलाया जाएगा। इससे करीब 50 हजार से एक लाख यात्रियों को राहत मिलेगी।
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति (डीआरयूसीसी) के सदस्य एसएस उप्पल ने बताया कि नई मेमू ट्रेनों की संख्या काफी कम है।यात्रियों की संख्या व डिमांड को देखते हुए कम से कम 30 मेमू ट्रेनों को पटरी पर उतारने की जरूरत है। ऐसे में रेलवे प्रशासन को इस ओर काम करने की जरूरत है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि कोरोना से पूर्व लखनऊ से 21 जोड़ी मेमू यानी 42 ट्रेनों का संचालन होता था। इससे रेलवे को रोजाना 3.60 लाख रुपये की आमदनी होती थी। मेल-एक्सप्रेस से 65 हजार यात्री सफर करते हैं। इनसे 60 लाख रुपये तक की आमदनी लखनऊ के प्रमुख स्टेशनों से होती रही है। कोरोनाकाल में मेल-एक्सप्रेस, पैसेंजर सहित मेमू ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया था। कोरोना संक्रमण के खत्म होने पर ट्रेनों को पटरी पर उतारा गया, लेकिन मेमू लंबे समय तक बंद रहीं।
दैनिक यात्रियों की मांग व रेलमंत्री से की गईं शिकायतों के बाद मेमू शुरू की गईं। इसका किराया बढ़ा दिया गया। इससे यात्रियों की नाराजगी बढ़ गई। रेलवे अधिकारी बताते हैं कि उत्तर रेलवे को मिलने वाली नई मेमू ट्रेनें लखनऊ से कानपुर, प्रतापगढ़, बाराबंकी, हरदोई रूट पर चलाई जाएंगी। पूर्वाेत्तर रेलवे को मिलने वाली मेमू ट्रेन सीतापुर के लिए चलाई जाएगी। सीतापुर जाने के लिए अभी पैसेंजर ट्रेनें हैं।
मेमू चलाने के लिए रूट का विद्युतीकरण पहले ही हो चुका है। इस रूट पर पहली बार मेमू चलेगी। बैठने के लिए आरामदायक सीटें होंगी। दिसंबर तक सभी मेमू ट्रेनें मिल जाएंगी। इसे नए वर्ष से शुरू किया जा सकेगा। रूटों पर डिमांड का आकलन किया जा रहा है, जिससे उन रूटों पर ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकेगी। दैनिक यात्रियों ने मेमू ट्रेनों की संख्या व उनके स्टॉपेज बढ़ाने की मांग उठाई। इस पर रेलवे बोर्ड की ओर से 12 नई मेमू ट्रेनें उत्तर व पूर्वाेत्तर रेलवे को दी गई है। रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि ये मेमू ट्रेनें सुविधाओं के लिहाज से अत्याधुनिक व सुविधाजनक होंगी। इसमें पेयजल व शौचालय की व्यवस्था रहेगी।