UP News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई का अल्टीमेटम अपने ही अंदाज में दिया। कहा कि बहुत से लोग जो बातों से नहीं मानते हैं। उन्हें दूसरे तरीके से भी समझा रहे हैं। कहा कानून.व्यवस्था के प्रति लोगों का विश्वास अपराधियों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई से जागता है। जो भी अपराध करेगा, उसको उसी के अनुुपात में सजा मिलेगी। यूपी के सीएम ने जिला प्रशासन से अपील किया है। यूपी के डीजीपी ने अपराधियों की धरपकड़ और गश्त व्यवस्था को पहले से ज्यादा मजबूत करने के लिए नाकाबंदी योजना लागू करने के निर्देश दिए है।
अपराध रोकने के लिए नाकाबंदी फॉर्मूला
डीजीपी ने मातहतों को निर्देश दिया है कि इस योजना को शुरू करने से पहले शहर की यातायात व्यवस्था की भी समीक्षा कर ली जाए। यह ध्यान रखा जाए कि नाकाबंदी की कार्रवाई पर कहीं भी यातायात व्यवस्था बाधित न हो। इसके तहत हर प्रमुख स्थानों व सीमाओं पर नाकाबंदी कर समय समय पर चेकिंग की जाएगी। अगर कहीं कोई घटना हो जाती है तो अपराधियों के पकड़ने के लिए इस योजना के तहत त्रिस्तरीय चेकिंग की जाएगी। सीमा पर निकास व प्रवेश मार्गों के साथ बैरियर प्वाइन्ट सीसी कैमरे की निगरानी में रहेंगे। डीजीपी प्रशांत कुमार ने इस संबंध में सभी आईजी, डीआईजी, पुलिस कमिश्नर व कप्तानों को नाकाबंदी योजना बनाकर देने को कहा है।
प्रदेश सरकार पूरी तरह सचेत और सक्रिय
प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा को लेकर पूरी तरह गंभीर है। इस गंभीरता का परिणाम है कि महिला और बाल अपराध से जुड़े मामलों में लगातार कम कर रही हैं। अपराधियों के मन में कार्रवाई का भय है। सीएम योगी ने कहा कि 2017 में सरकार आने के बाद सबसे पहले हमने शोहदों पर लगाम कसने के लिए जो कार्रवाई की। एंटी रोमियो स्क्वाड इसका एक उदाहरण है। बताते हुए दुख होता है कि एंटी रोमियो स्क्वाड का जब गठन हुआ तब इसका विरोध किया गया। ये बोलने में भी कोई संकोच नहीं है। इसलिए महिला सुरक्षा को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह सचेत और सक्रिय है। हमारी सरकार प्रदेश में हर बेटी को और हर व्यापारी को सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
चप्पे-चप्पे पर अपराधियो के लिए संकट
सभी चिन्हित बिन्दुओं, हॉट स्पाटस पर सूचना मिलते ही चेकिंग शुरू कराने के लिए सभी जरूरी संसाधन जुटा लिए जाए। बैरियर, बूथ को सही कर लिया जाए। ये सभी स्थान आपरेशन त्रिनेत्र व्यवस्था के तहत सीसी कैमरों की जद में कर लिए जाए। सभी पुलिस अधिकारी अपने अधीन थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज को इस बारे में ब्रीफ कर दे। साथ ही यूपी-112 के वाहनों व कर्मचारियों को भी इस योजना में शामिल कर लिया जाए।