साढ़ स्थित डिफेंस कॉरिडोर को दिल्ली-कानपुर.प्रयागराज एनएच-2 राष्ट्रीय राजमार्ग से फोरलेन मार्ग द्वारा जोड़ा जाएगा। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के इस्टीमेट को मंजूरी देने के साथ ही प्रदेश सरकार ने बजट में धन आवंटन भी कर दिया है। बजट अवमुक्त होते ही भूमि अधिग्रहण और पुनर्ग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस मार्ग के चौड़ा होने से डिफेंस कॉरिडोर को विस्तार मिलेगा और निवेश तेजी से बढ़ेगा।
कानपुर के सरसौल से यहां तक बनेगी फोरलेन सड़क
प्रयागराज हाईवे पर सरसौल के नर्वल मोड़ से साढ़ चौराहा तक 15.650 किमी सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा। इस कार्य में 2.33 अरब रुपये खर्च होना है। इसके बन जाने से उद्यमियों को माल लाने और ले जाने में किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। सड़क के चौड़ीकरण का बजट केंद्रीय सड़क निधि से मिल जाए इसके लिए पहले पीडब्ल्यूडी की मुख्य अभियंता समिति प्रोजेक्ट को मंजूर करेगी। डिफेंस कॉरीडोर बनने फतेहपुर, हमीरपुर, महोबा के साथ ही मध्य प्रदेश तक सीधी पहुंच होगी। अभी फतेहपुर और हमीरपुर से होते हुए चित्रकूट और मध्य प्रदेश के अलग-जिलों में आवागमन होता है। इन जिलों के लिए टू लेन रोड के साथ ही व्यवसायिक वाहनों के लोड के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है। ऐसे में यहां फोर लेन मार्ग की जरूरत है। फोर लेन मार्ग तो कानपुर. हमीरपुर हाईवे को जोड़ने के लिए रमईपुर तक फोरलेन सड़क प्रस्तावित है।
इसी तरह सरसौल से नर्वल होते हुए साढ़ तक जाने वाली सड़क फोरलेन बनाने का प्रस्ताव भी शासन को भेजा गया था। डिफेंस कॉरीडोर तक पहुंच का आसान बनाने के लिए सरसौल के नर्वल मोड़ से फोरलेन रोड बनाई जाएगी। 16 किमी लंबी इस रोड में एक आरओबी, एक पुल के साथ ही 18 मीटर चौड़ी रोड का निर्माण किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग ने डिफेंस कॉरीडोर तक रोड बनाने के लिए 217 करोड़ रुपये का बजट मांगा है, जो पूर्व में भेजे गए प्रस्ताव से 12 करोड़ रुपये अधिक है। शासन जल्द ही प्रस्ताव को वित्त व्यय समिति के सामने भेजेगा। इसी वित्तीय वर्ष में सड़क के बजट को मंजूरी मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही डिफेंस कॉरिडोर में औद्योगिक इकाइयां लगाने के दौरान मशीनरी और कल-पुर्जे भारी वाहनों द्वारा लाने-ले जाने के लिए बेहतर सड़क भी मिलेगी। वहीं इससे आस-पास के गांव का विकास होने के साथ ही रोजगार के संसाधन भी बढ़ेंगे। ऐसे में डिफेंस कॉरीडोर बनने से अतिरिक्त मार्ग आवागमन के लिए मिलेगा। डिफेंस कारीडोर को प्रयागराज हाईवे से सीधे कानपुर-सागर हाईवे से रमईपुर से साढ़ होते हुए जहानाबाद होते हुए बांदा और हमीरपुर पहुंचना आसान होगा।
अब आवागमन होगा आसान, बजट में धनराशि आवंटित
कॉरिडोर में निवेश के लिए तमाम बड़े समूहों ने प्राधिकरण से भूखंड आवंटित करने का आग्रह किया है। यही वजह है कि प्राधिकरण ने विस्तार की कवायद तेज की है। भूमि अधिग्रहण के लिए अधिसूचना भी जारी की जा चुकी है। अब किसानों से आपसी सुलह समझौते के आधार पर भूमि लेने की बातचीत चल रही है। एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण 206 हेक्टेयर में साढ़-कुढनी रोड पर डिफेंस कॉरिडोर की स्थापना कर रहा है। अभी यहां पहुंचने के लिए सरसौल और रमईपुर से टू लेन सड़क बनी है। ऐसे में सरसौल से नर्वल होते हुए साढ़ तक की सड़क को टू लेन से फोरलेन करने का प्रस्ताव 204 करोड़ रुपये का तैयार किया गया था। अभी नर्वल मोड से साढ़ होते हुए डिफेंस कारीडोर तक पांच से सात मीटर चौड़ी सड़क है, लेकिन अब यह रोड दोनों ओर नौ-नौ मीटर चौड़ी होगी। इसके साथ ही इस रोड पर नर्वल मोड़ के पास आठ सौ मीटर रेलवे ओवर ब्रिज और इससे आगे सचौली में 71 मीटर लंबे पुल का निर्माण करने के लिए पहले ही बजट को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।
बीते दिनों शासन ने पूर्व में भेजे गए प्रस्ताव में कमियों को दुरुस्त करके तत्काल संशोधित प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। जिसके बाद पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने दोबारा से प्रस्ताव तैयार किया। 16.100 किमी लंबी सड़क के चौड़ीकरण के लिए पीडब्ल्यूडी ने दोबारा से 217 करोड़ का संधोधित प्रस्ताव स्वीकृति के लिए भेजा है। प्रस्ताव को वित्त व्यय समिति के सामने स्वीकृति के लिए जल्द रखा जाएगा। एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण साढ़ गांव में डिफेंस कॉरिडोर बसा रहा है। यहां अडानी समूह ने एम्युनेशन कांप्लेक्स बनाने के साथ ही उत्पादन भी शुरू कर दिया है। कई अन्य इकाइयों का निर्माण हो रहा है। यह कॉरिडोर टू लेन मार्ग से साढ़ से नर्वल होते हुए सरसौल में एनएच टू से जुड़ा हुआ है। जबकि टू लेन मार्ग से ही कानपुर हमीरपुर हाईवे से रमईपुर में जुड़ता है।