UP News : उत्तर प्रदेश गोरखपुर का विकास को दोगुणी गति से हुआ। प्रमुख सड़कों का चौड़ीकरण और नए फोरलेन की स्वीकृति के साथ शहर को कूड़ा मुक्त बनाने की दिशा में नगर निगम के नाम बड़ी उपलब्धि जुड़ी। रेलवे प्रशासन ने कुछ प्रमुख ट्रेनों के समय में पांच से 40 मिनट तक का बदलाव किया है। पहले से चल रही एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों को भी टाइम टेबल में शामिल कर लिया गया है। इसके साथ ही पूर्वाेत्तर रेलवे की चार सुपरफास्ट भी एक्सप्रेस ट्रेन में बदल जाएंगी।
उम्मीदों से भरा होगा नया वर्ष
पूर्वाेत्तर रेलवे में एक जनवरी से नया टाइम टेबल लागू हो जाएगा। रेलवे प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। इसके साथ ही गोरखपुर से होकर व बनकर चलने वाली गोरखधाम सहित 31 ट्रेनों की टाइमिंग भी बदल जाएगी। अब गोरखधाम 15 मिनट पहले ही रवाना हो जाएगी। नए साल में कुसम्ही- डोमिनगढ़ थर्ड लाइन और गोरखपुर-नकहा जंगल डबल लाइन पर ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। वित्त वर्ष में (मार्च तक) गोरखपुर जंक्शन होकर गोरखपुर कैंट-डोमिनगढ़ स्टेशन के बीच तीसरी लाइन और गोरखपुर से नकहा जंगल तक डबल लाइन बिछ जाएगी। तीसरी और डबल लाइन के लिए निर्माण कार्य तेज हो गया है। गोरखपुर के रास्ते खलीलाबाद से बैतालपुर तक करीब 85 किमी तथा बुढ़वल से गोंडा 62 किमी तक तीसरी लाइन के लिए सर्वे पूरा हो चुका है। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार है। अब मुख्यालय गोरखपुर के रास्ते लखनऊ से छपरा के शेष बचे और बुढ़वल से सीतापुर लगभग 88 किमी के बीच रेल लाइनों पर तीसरी व चौथी लाइन बिछाने के लिए सर्वे चल रहा है।
चारों तरफ दिखा रहा विकास
रेलवे प्रशासन ने थर्ड लाइन के लिए चरणवार सर्वे कार्य शुरू कर दिया है। इसके साथ ही इलेक्ट्रिक इंटरलाकिंग सिस्टम भी कार्य करने लगेगा। यह सभी कार्य पूरा होते ही पूर्वाेत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर में भी ट्रैक क्षमता के साथ बढ़ जाएगी ट्रेनों की गति मिलेगी। इस ठंड में अगर आप हैदराबाद, सिकंदराबाद के लिए रेल यात्रा शुरू करने वाले हैं या फिर हैदराबाद से गोरखपुर समेत पूर्वांचल की तरफ आने वाले हैं तो आपको ट्रेन मिलने में असुविधा कम होने की संभावना सामने आया है। पूर्वोत्तर रेलवे ने इस रूट पर चलने वाली कुछ ट्रेनों को जहां निरस्त कर दिया गया है वहीं कई के मार्ग बदल दिए गए हैं। मुख्यालय गोरखपुर में रेलवे प्रशासन ने तीसरी और डबल लाइन के लिए निर्माण कार्य तेज कर दिया है। गोरखपुर जंक्शन और कैंट के बीच भी निर्माण शुरू हो गया है। धर्मशाला पुल और तरंग क्रासिंग के बीच तीसरी लाइन के लिए कम पड़ रही भूमि का पेच भी लगभग सुलझा लिया गया है। जल्द निर्माण कार्य आरंभ हो जाएगा। गोरखपुर जंक्शन और नकहा जंगल के बीच भी निर्माण शुरू हो गया है। गोरखपुर के रास्ते बाराबंकी से छपरा तक तीसरी रेल लाइन (थर्ड लाइन) बिछेगी। लगभग 425 किमी मुख्य रेलमार्ग पर थर्ड लाइन बिछाने का प्रस्ताव तैयार हो चुका है। हालांकि, कुसम्ही से कैंट करीब 10 किमी और गोंडा कचहरी-करनैलगंज तक (23.65 किमी) तीसरी लाइन का निर्माण पूरा हो गया है।