Expressway in UP : उत्तर प्रदेश में लगातार नए नए हाईवे और एक्सप्रेसवे बनाये जा रहे हैं। अब यूपी में 9 और नए एक्सप्रेसवे बनाने का प्रस्ताव पास कर दिया गया है। इन नए एक्सप्रेसवे (New Expressway in UP) का निर्माण यूपी के इन जिलों में किया जाएगा। इसकी वजह से यहां पर रोजगार के भी नए नए मौके बन रहे हैं। आइए जानते हैं इस बारे में पूरी जानकारी।
देश में एक्सप्रेस-वे बनाए जाने का सिलसिला फिलहाल जारी है। यूपी में सात एक्सप्रेस-वे संचालित हैं। वहीं 5 एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है। 9 नए एक्सप्रेस-वे (9 new expressways) बनने का प्रस्ताव फाइनल कर दिया गया है।
इन एक्सप्रेसवे के बनने की वजह से यहां पर रोजगार के भी नए नए मौके बनने वाले हैं। इसकी वजह से यहां के आम लोगों को काफी लाभ होने वाला है। आइए जानते हैं इस बारे में पूरी जानकारी।
यूपी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
एक्सप्रेसवे का नया रिकॉर्ड यूपी में बनने जा रहा है। छह एक्सप्रेसवे राज्य में संचालित हैं। छह निर्माणाधीन हैं और नौ नए एक्सप्रेसवे का प्रस्ताव फाइनल हो गया है। इनमें चित्रकूट से रीवा लिंक एक्सप्रेस वे, (Chitrakoot to Rewa Link Expressway) मेरठ-हरिद्वार एक्सप्रेसवे और लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे के अलावा गोरखपुर सिलीगुढ़ी एक्सप्रेसवे और गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे प्रमुख हैं। इन एक्सप्रेसवे पर लगभग 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे।
एक्सप्रेसवे प्रदेश के नाम से जाना जाता है यूपी
एक्सप्रेसवे प्रदेश के नाम से जाने जाने वाले यूपी में प्रगति कार्य लगातार रफ्तार पकड़ रहा है। प्रदेश में फिलहाल छह एक्सप्रेसवे संचालित हैं। जिसमें से एक मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे (Meerut-Delhi Expressway) एनएचएआई ने तैयार किया है। निर्माणाधईन छह एक्सप्रेसवे में से तीन यूपीडा और तीन एनएचएआई तैयार कर रहा है।
इसके अलावा प्रस्तावित नौ एक्सप्रेसवे में से सात यूपीडा और दो एनएचएआई में तैयार किये जाने वाले हैं। नौ नए एक्सप्रेसवे तैयार होने के बाद यूपी में एक्सप्रेसवे (Expressway in UP) की कुल लंबाई 4374 किलोमीटर तक की होने वाली है। इस रिकार्ड के आसपास आने में भी अन्य राज्यों को कम से कम पांच वर्ष लग जाएंगे।
औद्योगिक विकास को मिली गति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश को हर जिले के साथ देश के हर हिस्से से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए सरकार द्वारा लगातार एक्सप्रेसवे (New expressway in UP) का निर्माण किया जा रहा है। नौ नए एक्सप्रेसवे इसी प्रक्रिया के तहत बनाने की तैयारी प्लानिंग हो रही है। इसकी वजह से औद्योगिक विकास को तीव्र गति मिलने वाली है।
फिलहाल यूपी में संचालित हैं ये एक्सप्रेस वे
- नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे जिसकी लंबाई 24.53 किमी की है।
- यमुना एक्सप्रेसवे जिसकी लंबाई 165 किमी तक की है।
- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra-Lucknow Expressway) जिसकी लंबाई 302 किमी है।
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे जिसकी लंबाई 341 किमी की है।
- बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) की लंबाई 296 किमी है।
- मेरठ – दिल्ली एक्सप्रेसवे जिसकी लंबाई 96 किमी है।
- यूपी में संचालित इन सभी एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1224.53 किमी है।
इन एक्सप्रेसवे पर चल रहा है काम
यूपी में फिलहाल गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे लंबाई 91 किमी, गंगा एक्सप्रेसवे लंबाई 594 किमी,चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे लंबाई 15.20 किमी, दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेसवे (Delhi-Saharanpur Expressway) लंबाई 210 किमी, बलिया लिंक एक्सप्रेसवे लंबाई 114 किमी, लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे लंबाई 63 किमी पर काम चल रहा है। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई के बारे में बात करें तो ये लगभग 1087.20 किमी की है।
इन एक्सप्रेसवे पर होगा काम
- 49.96 किमी लंबाई वाले लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है।
- 90.84 किमी लंबाई वाले फर्रुखाबाद – लिंक एक्सप्रेसवे (Farrukhabad – Link Expressway) पर काम चल रहा है।
- 74.30 किमी लंबाई वाले जेवर लिंक एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है।
- 118.90 किमी लंबाई वाले झांसी लिंक एक्सप्रेसवे (Jhansi Link Expressway) पर काम चल रहा है।
- 320 किमी लंबे विन्ध्य एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है।
- 120 किमी लंबे मेरठ – हरिद्वार लिंक एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है।
- 70 किमी लंबे चित्रकूट से रीवा लिंक एक्सप्रेसवे (Chitrakoot to Rewa Link Expressway) पर काम चल रहा है।
- 519 किमी लंबे गोरखपुर – सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है।
- 700 किमी लंबे गोरखपुर – शामली एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है।
- इन सभी एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 2063 किमी तक की रहने वाली है।