UP News : उत्तर प्रदेश के कानपुर से मध्य प्रदेश के सागर तक के लिए नेशनल हाईव यात्रियों के लिए डिजाइन की गई है। वही इसका प्रस्ताव पास हो गया है। मध्य प्रदेश के पूरे और सागर तक के अधिकांश हिस्से पर दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस.वे पर सफर शुरूआत होगी। बीते दिनों में एक्सप्रेस वे पर यातायात शुरू कर दिया गया है। इस रूट पर अब यात्रियों को फ्यूल स्टेशन रेस्टोरेंट और अन्य फैसिलिटी के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
यातायात साधन में बड़ा इजाफा
कानपुर-सागर हाईवे के बन जाने से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र आदि राज्यों से आने-जाने वाले भारी वाहनों को सहूलियत होगी। साथ ही साथ इसके बन जाने से ट्रैफिक में भी कमी आएगी। वहीं इस ग्रीन हाईवे की कुल लंबाई की बात करें तो ये 112 किलोमीटर लंबा बनने वाला है। ये हाईवे कानपुर नगर, महोबा, हमीरपुर और फतेहपुर से होकर गुजरेगी। इस हाइवे की मंजूरी मिलने के बाद कानपुर से महोबा तक के 96 गांवों की तो मानों लॉटरी लग गई है। आने वाले समय में इन गावों की तस्वीर पूरी तरह से बदल जाएगी। इस हाईवे के प्रस्ताव को केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को इस परियोजना के लिए डीपीआर बनाने की मंजूरी दे दी है।
96 गांवो की लाटरी का मिला संकेत
इस ग्रीन हाईवे के बन जाने से 96 गांवों का विकास होगा। इन इलाकों में क्षेत्रीय विकास, रोजगार के अवसरों, पर्यटन, कृषि और उद्योग को बढ़ा मिलेगा। इससे यहां के स्थानीय लोगों को भी लाभ पहुंचेगा। जिसके वजह से आर्थिक क्षेत्र मजबूत होगा। इन गांवों की तस्वीर बनने का अनुमान है। इस हाईवे को लेकर केंद्र सरकार ने साल 2021 में ही ऐलान कर दिया था। जिस दौरान कानपुर से सागर तक नेशनल हाईवे के समानान्तर रमईपुर में बने रिंग रोड से लेकर महोबा के कबरई तक बनाने का प्लान था। लेकिन अब इस प्रोजेक्ट को कानपुर नगर, फतेहपुर, हमीरपुर और महोबा के 96 गांवों के आस-पास से गुजरेगा। इसको लेकर सर्वेक्षक का काम भी पूरा हो चुका है। उम्मीद है जल्दी ही इस पर काम भी शुरू हो जाएगा।
मध्य प्रदेश में सफर होगा आसान
कानपुर से सागर तक बनने वाले इस ग्रीन हाइवे के बन जाने से मुंबई तक की यात्रा सरल हो जाएगी। इसके बन जाने से कानपुर-सागर हाईवे पर यातायात का दबाव कम होगा। वर्तमान में कबरई से कानपुर के बीच नियमित एक्सीडेंट होते रहते हैं। इस वजह से खूनी हाईवे भी कहा जाने लगा है। इस हाईवे को ग्रीन हाईवे बन जाने से हादसों में कमी आने की उम्मीद की जा रही है। कानपुर से मध्य प्रदेश एक्सप्रेस वे पर अलग.अलग जगह पर बनाए गए रेस्ट एरिया में फूड कोर्ट, फ्यूल स्टेशन एवं अन्य फैसिलिटी उपलब्ध करवाने की तैयारी लगभग पूर्ण कर ली गई है। वहीं महीने के अंत तक फ्यूल स्टेशन भी शुरू हो जाएंगे। साल के अंत तक रेस्ट एरिया में लगभग सभी सुविधाएं मिलने लगेंगीं जिससे यात्रियों को सफर में और अधिक सुगमता होगी