UP News – हाल ही में आई एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में 15 किलोमीटर लंबी तीसरी और चौथी रेलवे लाइन बिछाई जाएगी… रेलवे विभाग ने पड़ाव के पास जलीलपुर गांव में रेलवे ट्रैक के किनारे पेड़ों की कटाई और साफ-सफाई का काम शुरू कर दिया है।
वाराणसी कैंट स्टेशन और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के बीच नई रेल लाइन परियोजना (new rail line project) को मंजूरी मिलने के बाद शनिवार से कार्य शुरू हो गया है। रेलवे विभाग ने पड़ाव के पास जलीलपुर गांव में रेलवे ट्रैक के किनारे पेड़ों की कटाई और साफ-सफाई का काम शुरू कर दिया है।
रेलवे लाइन के किनारे स्थित मकानों पर मीटर के पास लाल निशान लगाए जाने से मकान मालिकों में भय और हड़कंप मच गया है। कटाई और साफ-सफाई के साथ लगाए गए इन निशानों के बारे में पूछने पर, कर्मचारियों के अलग-अलग जवाब (कोई इसे केबल का निशान बता रहा है तो कोई कुछ बताने से मना कर रहा है) से ग्रामीणों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
राजघाट (मालवीय) पुल के जर्जर होने के कारण वाराणसी और पं. दीन दयाल उपाध्याय (पीडीडीयू) नगर जंक्शन के बीच ट्रेनों की रफ्तार कम हो जाती है। इस समस्या को देखते हुए, रेलवे विभाग ने इस खंड पर ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए लगभग 15 किलोमीटर लंबी तीसरी और चौथी रेल लाइन बिछाने (laying railway line) का निर्णय लिया है। इस परियोजना से रेल यातायात (rail traffic) सुगम होगा और ट्रेनों की आवाजाही में तेजी आएगी।
जिसको लेकर रेलवे विभाग की ओर से जलीलपुर गांव स्थित रेलवे लाइन के किनारे पेड़ कटाई और साफ सफाई का कार्य शुरू हो गया है। इसके अलावा आठ पिलर, रेल लाइन के किनारे गड्ढा खोदकर पिलर गाड़ने के लिए पावर मशीन सहित अन्य उपकरण आ गए है।
एडीआरएम बृजेश यादव (DRM Brijesh Yadav) के अनुसार, वाराणसी और पीडीडीयू नगर जंक्शन के बीच बिछने वाली नई रेलवे लाइन का डिजाइन तैयार है और इसके अनुरूप कार्य शुरू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रेलवे लाइन बिछाने के लिए विभाग के पास पर्याप्त जमीन उपलब्ध है, और नई रेल बिछाने का कार्य उसी जमीन पर किया जाएगा।
