लखनऊ को दुनिया के उन शहरों में शामिल किया गया है, जहां तेजी के साथ विकास हो रहा है और भूमि की कीमतें सबसे तेजी से बढ़ रही हैं। यूपी में शहरी और ग्रामीण बुनियादी ढांचे को विकसित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं। इस परियोजना से उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास में एक नई ऊंचाई पर पहुंचेगा। लखनऊ में रियल एस्टेट, होटल इंडस्ट्री और चिकित्सा क्षेत्र में भी नए निवेश देखने को मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश देश की आर्थिक तरक्की में प्रमुख भूमिका निभाएगा।
बुनियादी ढांचे का विकास हो सरकार की शीर्ष प्राथमिकता
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में तेजी से हो रहा बुनियादी ढांचा विकास दिखाता है कि देश को गरीबी एवं बेरोजगारी से निकालने के लिए स्थिर कानून-‘व्यवस्था और बुनियादी ढांचे का विकास कितना अहम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ वर्षों के भीतर उत्तर प्रदेश में हालात काफी सुधर गए हैं और इससे आने वाले समय में तेज गति से आर्थिक वृद्धि सुनिश्चित हो पाएगी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि यूपी में 1.25 लाख करोड़ रुपये से हाइवे निर्माण और विकास कार्य कराए जाएंगे। इससे यूपी भारत की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला तीसरा राज्य बन जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार लखनऊ को न केवल एयरो सिटी, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सिटी के रूप में भी विकसित कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यूपी आज अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त हो रहा है और राज्य के हर नागरिक को बेहतर बुनियादी ढांचा और सार्वजनिक सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। उत्तर प्रदेश भारत की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सके, इस संकल्प को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार लगातार बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर दे रही है, ये सब केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राजधानी लखनऊ में कहा, उन्होंने आगे बताया कि प्रदेश में 1.25 लाख करोड़ रुपये से हाइवे निर्माण और विकास कार्य कराए जाएंगे ताकि यूपी भारत की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला तीसरा राज्य बन सके। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि अगले कुछ वर्षों में इसे 5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य है, यूपी में अब तक 1़.25 लाख करोड़ रुपये की सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है, एक लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं और 1.25 लाख करोड़ रुपये की योजनाएं पाइपलाइन में हैं, जिनसे हाइवे निर्माण एवं विकास कार्य कराए जाएंगे, कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश में अब तक 3.5 लाख करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं को हरी झंडी दी जा चुकी है।
UP में योगी सरकार बिछाएगी सड़कों का जाल
योगी ने कहा कि महाकुंभ न केवल आस्था का महापर्व है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने अनुमान लगाया कि इस आयोजन से उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में लगभग 3 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि होगी। गडकरी ने शुक्रवार को लखनऊ में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ 1028 करोड़ रुपये से मुंशी पुलिया और खुर्रमनगर फ्लाईओवर सहित अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को भारत की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प को लेकर सीएम योगी के नेतृत्व में राज्य सरकार लगातार बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर दे रही है। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यूपी आज अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त हो रहा है और राज्य के हर नागरिक को बेहतर बुनियादी ढांचा और सार्वजनिक सेवाएं प्रदान की जा रही हैं,
उन्होंने आगे कहा कि यहां डबल इंजन की सरकार राजधानी लखनऊ को न केवल एयरो सिटी, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ;एआई, सिटी के रूप में भी विकसित करने में जुटी है। केंद्र सरकार सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों को कम करने लिए सरकार मोटर वाहनों के उपयोग के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को कैशलेस उपचार प्रदान करने के लिए एक योजना तैयार कर रही है। इसके अतिरिक्त सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने राजमार्गों के बुनियादी ढांचे के विकास परियोजनाओं और भूमि अधिग्रहण के मुआवजे के भुगतान में तेजी लाने के लिए भूमि अधिग्रहण अधिसूचना प्रक्रिया को डिजिटल बनाने के लिए भूमिराशि पोर्टल लॉन्च किया है। शुल्क प्लाजा के माध्यम से यातायात की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने और का उपयोग करके उपयोगकर्ता शुल्क के संग्रह में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह कार्यक्रम को अखिल भारतीय आधार पर लागू किया गया है।