UP News : हाईवों पर कोहरे के चलते हादसों का खतरा बढ़ गया है। कोहरे के चलते कुछ दूरी तक का भी दिखाई नहीं देता है। नेशनल हाईवों और स्टेट हाईवे की हालत काफी खराब है। लेकिन सड़क से रेडियम पट्टी गायब है। जो कि सर्दी और कोहरे के दिनों में चालक की काफी मदद करती है।
हाईवों पर कोहरे के चलते बढ़ा हादसों का खतरा
कोहरे के चलते हादसों को खतरा बढ़ गया है। चालकों को वाहन चलाते समय काफी दिक्कत हो रही है। एनएचएआई के परियोजना ठंड को देखते हुए सभी नेशनल हाईवे पर रोड सेफ्टी कार्य शुरू हुआ है। कई तरह के संकेतक लगाए जा रहे हैं। घुमावदार स्थानों पर खास फोकस है। कोहरे को ध्यान में रखते हुए वाहन चलाते समय विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।
कोहरे के मौसम में एनएचएआई ने उठाए सक्रिय कदम
जिला जौनपुर के रास्ते प्रयागराज से आजमगढ़, दोहरीघाट और गोरखपुर जाना अब आसान हो जाएगा। यह सड़क अभी दो लेन की है, लेकिन वाहनों का अत्यधिक लोड है। इसके कारण कई बार यात्रियों को बेहद परेशानी होती है। वाहनों को लंबे समय तक ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ता है। इस हाईवे का 149 किलोमीटर हिस्सा फोरलेन किया जाएगा, कार्य पूर्ण होने के बाद वाहनों को आवागमन में सुविधा होगी। प्रोजेक्ट में जौनपुर और फूलपुर से मुंगराबादशाहपुर के बीच में नया बाईपास बनेगा, जबकि आजमगढ़ से दोहरीघाट के बीच ग्रीनफील्ड सड़क बनाई जाएगी। एनएचएआई ने बयान में कहा कि कोहरे के दौरान सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए शमन प्रयासों को इंजीनियरिंग और सुरक्षा जागरूकता, उपायों के दो शीर्षकों के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है।
प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना के तहत डीपीआर शुरू
इस हाईवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे समेत कई दूसरे नेशनल हाईवे से इंटरलिंक किया जाएगा, इसमें एनएच-19, एनएच-31, एनएच-731, एनएच 135-ए, एनएच-28 व एनएच-24 शामिल हैं। चार रेलवे ओवरब्रिज, तीन इंटरनचेंज, तीन टोल प्लाजा, दो रेस्ट एरिया, पांच मध्यम ब्रिज और 11 छोटे ब्रिज समेत कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी। प्राधिकरण में पूर्वी क्षेत्र के क्षेत्रीय अधिकारी एसके आर्या ने बताया कि परियोजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इस तरह सिक्स लेन हाईवे पर वाहनों का लोड कम किया जा सकेगा और वाहन इस मार्ग पर डाइवर्ट हो सकेंगे। प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना के नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) ने 4,045 करोड़ की सड़क परियोजना को स्वीकृति प्रदान की है, शीघ्र ही डीपीआर बनेगा। सड़क निर्माण 2834 करोड़ में होगा जबकि बाकी धनराशि जमीन अधिग्रहण में खर्च की जाएगी।
तेज ठंड में गाड़ियां लेगी रफतार
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने बड़ी योजना पर काम शुरू किया है। इस हाईवे के बनने से बनारस को भी फायदा होगा, क्योंकि अभी प्रयागराज जाने के लिए सबसे सुगम मार्ग राजातालाब होते हुए गोपीगंज और हंडिया सिक्स लेन ही है, लेकिन जब प्रयागराज-जौनपुर हाईवे का फोरलेन कार्य पूरा हो जाएगा तो लोगों को बनारस आने के लिए भी एक और बेहतर रास्ता मिलेगा।