राज्य के सभी 75 जिलों के जिलाधिकारियों और संभागीय परिवहन आयुक्तों को भेजे गए पत्र में इस निर्देश को तत्काल लागू करने पर जोर दिया गया है
यूपी सरकार ने राज्य के सभी जिलों में नियम को सख्ती से लागू करने का लक्ष्य रखा गया है। परिवहन आयुक्त ने इस नीति का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए कदम भी सुझाए हैं। इस नीति का उद्देश्य लोगों की जान बचाना और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
हेलमेट नहीं तो तेल नहीं
राज्य के सभी 75 जिलों के जिलाधिकारियों और संभागीय परिवहन आयुक्तों को भेजे गए पत्र में इस निर्देश को तत्काल लागू करने पर जोर दिया गया है। इस पत्र में डेटा का हवाला दिया गया है जो दर्शाता है कि दोपहिया वाहन दुर्घटना के शिकार लोगों में बड़ी संख्या ऐसे लोगों की होती है जिन्होंने घटना के समय हेलमेट नहीं लगा रखा होता। इसमें राज्य में सड़क सुरक्षा उपायों की समीक्षा के दौरान इस महीने की शुरुआत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जारी किए गए निर्देशों पर भी प्रकाश डाला गया है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य में हर साल सड़क हादसों में 25-26 हजार लोग मारे जाते हैं। उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों को रोकने के लिए परिवहन विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। विभाग ने दोपहिया वाहनों से होने वाले हादसों और मौतों को कम करने के लिए सख्त नियम अपनाने के निर्देश जारी किए गए। इसमें हेलमेट नहीं तो पेट्रोल नहीं की नीति प्रस्तावित की है। परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने आठ जनवरी को एक पत्र जारी किया। इसमें पेट्रोल पंप संचालकों को निर्देश दिया कि वह बिना हेलमेट पेट्रोल न दें। या फिर उनके साथ बैठे युवक ने हेलमेट न लगाया हो। सभी जिलों के जिलाधिकारियों और संभागीय आयुक्तों को यह पत्र भेजा गया। इसे तत्काल लागू करने के लिए कहा गया।
पेट्रोल लेने के लिए बदल गए नियम
परिवहन आयुक्त की तरफ से जारी पत्र में कहा गया कि राज्य में सड़क सुरक्षा उपायों की समीक्षा की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जारी निर्देशों को भी बताया गया। जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य में हर साल सड़क दुर्घटनाओं के कारण 25-26 हजार लोगों की जान जाती है। इसमें कहा कि हेलमेट न पहनने से काफी मौतें होती हैं। इस नीति का उद्देश्य लोगों की जान बचाना और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस नीति का पालन सुनिश्चित करने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों और प्रशासनिक अधिकारियों को समय-समय पर समीक्षा करने के लिए कहा गया है।
पत्र में पेट्रोल पंप संचालकों से हेलमेट के इस्तेमाल को बढ़ावा देने में सहायता करने का भी आग्रह किया गया है। इसमें कहा गया है, पंप कर्मियों को इन निर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए और हेलमेट नहीं पहनने वाले दोपहिया सवारों को ईंधन देने से मना करना चाहिए, साथ ही बार-बार उल्लंघन करने वालों के बारे में अधिकारियों को सूचित करना चाहिए। वहीं परिवहन विभाग ने जनता से अपील की है कि वे जब भी दोपहिया वाहन से निकलें को सुरक्षा के दृष्टिकोण से हेलमेट अवश्य लगाएं। इस पहल का उद्देश्य वाहन चालकों में जिम्मेदारी की भावना पैदा करना तथा सड़क पर सुरक्षित व्यवहार की संस्कृति विकसित करना है। परिवहन आयुक्त ने कहा कि यह पहल 2019 में गौतमबुद्ध नगर में पहले भी शुरू की गई थी। लेकिन, इसे छिटपुट रूप से ही लागू किया गया था। अब इसे सभी जिलों में सख्ती से लागू करना है। परिवहन आयुक्त ने कहा कि श्सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का उपयोग करके जागरुकता अभियान चलाया जाना चाहिए।