महाकुंभ मेला 2025 में प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है, ट्रेन, बस, कार या हवाई यात्रा से पहुंच सकते हैं। मेला स्थल तक 8.10 किलोमीटर पैदल चलना होगा, नो व्हीकल जोन के कारण वाहनों को पार्किंग स्थल पर खड़ा करना होगा।
मौनी अमावस्या पर महाकुंभ आ रहे हैं तो पढ़ लें जरूरी निर्देश
भक्तों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर आप शाही स्नान के दिन महाकुंभ जा रहे हैं, तो आपको 10 से 12 किमी के करीब चलना होगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि शाही स्नान के समय भीड़ ज्यादा होती है। इसलिए गाड़ियों की आवाजाही लंबी दूरी से ही रोक दी जाती है। इसके अलावा आम दिनों में आपको यहां 4 से 5 किमी तक चलना होगा। इसलिए अगर आप यहां जा रहे हैं, तो सामान का ध्यान रखें। यह मेला 26 फरवरी 2025 तक चलने वाला है। अभी से भीड़ देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में यहां भीड़ और बढ़ सकती है।
144 वर्षों बाद प्रयागराज में संगम किनारे लगे महाकुंभ मेले में हर कोई आस्था की डुबकी लगाना चाहता है, बुधवार को महाकुंभ मेले का सबसे अहम स्नान पर्व हैं, मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ में 10 करोड़ से अधिक लोगों के डुबकी लगाने की उम्मीद लगाई जा रही है, ऐसे में हर किसी के मन में एक सवाल है कि महाकुंभ में कैसे पहुंचे कितना पैदल चलना होगा, अगर आप मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान करने प्रयागराज महाकुंभ आ रहे हैं, महाकुंभ मेला में शामिल होने के लिए लोग प्रयागराज के आस-पास स्थित इन स्टेशन के लिए टिकट बुक कर रहे हैं। ध्यान रखें कि हर स्टेशन से आपको मेले के लिए ऑटो या कैब नहीं मिलने वाली। कुछ ही स्टेशन है, जहां से ऑटो की सुविधा मिलती है। लेकिन ऑटो भी आपको मेले के बिलकुल बाहर तक नहीं उतारने वाले हैं। ऑटो आपको मेले से 5 से 7 किमी की दूरी पर उतार देंगे, जिसके बाद आपको पैदल ही यात्रा करना होगा।
कैसे पहुंचे और कितना चलना होगा पैदलए जानिए सबकुछ
यह खबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि महाकुंभ आने वाले लोगों के मन में कई सवाल हैं, हम आपको बताएंगे कि ट्रेन से सफर के बाद आपको कौन-कौन सी लोकल सवारी मिलेगी और कितना पैदल चलना होगा। आप ट्रैन से फाफामऊ तक ही जा सकेंगे, यहां बेला कछार स्टेशन से बाहर निकलने के बाद पहला विकल्प पैदल चलने का है, वैसे यहां पर शटल बस का इंतजाम प्रशासन ने किया है, लेकिन भीड़ ज्यादा होने की वजह से आप को देरी हो सकती है, हालांकि लोग पैदल चलकर फाफामऊ बाईपास जा रहे हैं और वहां से ऑटो और ई-रिक्शा मिल जा रहा है, जिसका किराया 50 से 100 रुपए प्रति व्यक्ति है,
यहां से आपको मेला स्थल से कुछ डोरी पर उतार दिया जाएगा। यहां से आपको 5 किलोमीटर पैदल चलना होगा, हां ध्यान रहे मौनी अमावस्या के दिन यह सुविधा उपलब्ध नहीं होगी, लिहाजा आपको उस दिन 10 किलोमीटर पैदल चलना होगा। महाकुंभ मेले से जुड़ी पूरी जानकारी पता नहीं होने की वजह से यात्रियों को प्रयागराज में ज्यादा परेशानी हो रही है। सबसे ज्यादा परेशानी लोगों को लंबा चलने की वजह से पड़ रही है। क्योंकि, ऑटो या कैब सुविधा नहीं होने की वजह से और मेला के आसपास गाड़ियों की आवाजाही रोकने की वजह से यात्रियों को कई किमी तक अपने सामान के साथ लंबा चलना भारी पड़ रहा है।