UP News : जिले में विकास को लेकर दो बड़ी सौगातें मिली हैं। बाराबंकी-बहराइच हाईवे के चौड़ीकरण परियोजना को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने मंजूरी दे दी है। इस परियोजना के तहत बाराबंकी से बहराइच जिले की सीमा तक का 32 किमी लंबा हाईवे जहां 550 करोड़ रुपये की लागत से फोरलेन होगा। वहीं सरयू नदी पर 354 करोड़ रुपये से करीब 1300 मीटर लंबा नया पुल भी बनेगा। हाईवे के दोनों ओर 110 फीट चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाएगा।प्राधिकरण ने भूमि पैमाइश और सर्वेक्षण का कार्य तेजी से शुरू कर दिया है। भूमि पैमाइश और सर्वेक्षण कार्य के बाद हाईवे चौड़ीकरण का काम राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की देखरेख में तेजी से शुरू होगा। इससे बाराबंकी-बहराइच मार्ग पर यात्रा करने वाले लोगों को बेहतर सुविधाएं और सुरक्षित यातायात का लाभ मिलेगा। बता दें कि हाईवे चौड़ीकरण की यह परियोजना न केवल क्षेत्र में यातायात सुविधा को बेहतर बनाएगी बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास में भी अहम भूमिका निभाएगी।
स्थानीय नागरिकों ने इस परियोजना पर तेजी से काम होने पर खुशी व्यक्त की है। एनएचएआई ने दोनों प्रोजेक्ट की धनराशि मंजूर करते हुए टेंडर प्रकिया भी शुरू कर दी है। यह हाईवे प्रदेश की राजधानी लखनऊ को नेपाल से जोड़ता है और बौद्ध परिपथ कहलाता है। 10 साल पहले इस सड़क का चौड़ीकरण हुआ था। लेकिन यातायात के बढ़ते दबाव व महादेवा कॉरिडोर के निर्माण के साथ ही इस हाईवे पर दबाव बढ़ गया है। आए दिन डायवर्जन किया जाता है। इससे सड़क हादसे बढ़ गए हैं।
इसी को लेकर दो साल पहले एनएचएआई ने फोरलेन हाईवे का प्रस्ताव तैयार कर एनएचएआई मुख्यालय दिल्ली भेजा था। आखिरकार इसे मंजूरी मिल गई। वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय प्रबंधक जेपी सिंह ने बताया कि चौड़ीकरण का प्रस्ताव पहले ही स्वीकृत हो चुका था। अब भूमि माप और सर्वेक्षण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि जैसे ही सर्वेक्षण कार्य पूरा होगा, निर्माण कार्य तुरंत शुरू किया जाएगा। इसी क्रम में रामनगर तहसील क्षेत्र में रानी बाजार, मसौली, बिंदौरा और रामनगर चौराहे पर भूमि मापने और चिन्हित करने का काम चल रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के कर्मचारी हाईवे के दोनों ओर प्रस्तावित भूमि की माप कर रहे हैं और चिन्हित स्थानों का सर्वेक्षण भी किया जा रहा है।