उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में ज़िलों और स्थानों के नाम को परिवर्तित करने को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है. हाल ही में शाहजहांपुर जिले के जलालाबाद का नाम बदलकर परशुरामपुरी कर दिया गया. इसके बाद कई अन्य शहरों और जिलों के नाम को परिवर्तित करने की मांग तेज होने लगी है.
अलीगढ़ को हरिगढ़ बनाने की मांग
उत्तर प्रदेश में स्थित अलीगढ़ जिले का नाम बदलकर हरिगढ़ करने की मांग लंबे समय से उठाई जा रही है. गुरुवार को हिंदू गौरव दिवस कार्यक्रम के दौरान यह मुद्दा सुर्खियों में आ पहुंचा. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में इस प्रस्ताव को सबके समक्ष रखा.
इस विषय पर उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि बाबूजी (पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह) की जन्मभूमि अलीगढ़ अब हरिगढ़ के नाम से जानी जाए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कल्याण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए.
2021 से जारी मांग
इस मांग को साल 2021 में जिला पंचायत की बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष विजय सिंह की अध्यक्षता में यह प्रस्ताव पास किया गया था. के अंतर्गत या लिखा गया था कि अलीगढ़ का नाम परिवर्तित कर हरिगढ़ रखा जाए. इसके बाद हाल ही में विजय सिंह ने यह प्रस्ताव सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने भी रखा था.
योगी सरकार ने पहले भी बदले हैं कई शहरों और स्थानों के नाम
योगी सरकार द्वारा पहले भी कई शहरों और जगहों के नाम बदले गए हैं, इसके अंतर्गत:-
- फैज़ाबाद को अयोध्या कर दिया गया.
- इलाहाबाद का नाम परिवर्तित कर प्रयागराज रखा गया.
- मुगलसराय रेलवे स्टेशन अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन नाम से जाना जाता है.
- गोरखपुर नगर निगम के करीब 12 से अधिक वार्डों के नाम भी बदले गए.
- 2022 में गोरखपुर के मुंडेरा बाज़ार का नाम चौरी चौरा कर दिया गया.
- देवरिया के तेलिया अफगान का नाम बदलकर तेलिया शुक्ल कर दिया गया.
उमा भारती ने भी रखी अपनी राय
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी. उन्होंने इस विषय पर अपनी राय रखते हुए कहां है कि शाहजहांपुर का नाम भी बदला जाना चाहिए. समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि “अखिलेश यादव अक्सर कहते हैं कि नाम में क्या रखा है, परंतु असल मायने वही समझ सकता है जिसके अंदर राष्ट्रीय स्वाभिमान हो.”