UP New Expressway : उत्तर प्रदेश की पहचान अब एक्सप्रेसवे स्टेट के रूप में होने लगी है। यहां पर कई एक्सप्रेसवे (UP expressway) पर कार्य चल रहा है। अब एक और नया एक्सप्रेसवे यूपी में बनाया जाएगा जो प्रदेश के 164 गांवों से होकर गुजरेगा। इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम भी जल्द ही शुरू किया जाएगा। आइये जानते हैं इस एक्सप्रेसवे से जुड़ी पूरी डिटेल।
पिछले कुछ समय में उत्तर प्रदेश को कई एक्सप्रेसवे (expressways in UP) की सौगात मिली है। इससे उत्तर प्रदेश अब पूरे देश में कनेक्टिविटी के मामले में नंबर वन हो गया है। अब एक और नया एक्सप्रेसवे (new expressway in UP) उत्तर प्रदेश में बनकर तैयार हो जाएगा तो कई शहरों तक आवागमन और भी आसान हो जाएगा। यह नया एक्सप्रेसवे प्रदेश के मुख्य जिलों के 164 गांवों से होकर गुजरेगा। इस एक्सप्रेसवे (UP expressway news) के लिए जमीन अधिग्रहण का काम भी अब शुरू हो जाएगा।
नया एक्सप्रेसवे इस हाईवे से जुड़ेगा –
उत्तर प्रदेश में बनने वाले गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Siliguri Expressway) की कनेक्टिविटी कुशीनगर-लखनऊ हाईवे से भी होगी। इसके लिए इस नए एक्सप्रेसवे को जगदीशपुर जंगल कौड़िया फोरलेन (Jagdishpur Jungle Kauriya Four Lane) से जोड़ा जाएगा, जो गोरखपुर जिले के सरंडा गांव से बनना शुरू होगा। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर के 23 गांवों व कुशीनगर के 141 गांवों से होकर सिलीगुड़ी के लिए निकलेगा।
इतने किलोमीटर होगी लंबाई-
यह नया एक्सप्रेसवे कुल 525 किलोमीटर लंबा होगा, लेकिन गोरखपुर और कुशीनगर (gorakhpur kushinagar expressway) में यह 86 किलोमीटर लंबा होगा, पहले देवरिया के इसमें शामिल होने के कारण यह लंबाई 110 किलोमीटर से अधिक थी। अब गोरखपुर मंडल के गांवों में इसकी दूरी कम कर दी गई है। इस एक्सप्रेसवे (UP ka nya expressway) का सर्वे और अलाइनमेंट दोबारा कराया गया है। इसी कारण इसे बनने में देरी भी हो गई, नहीं तो यह कभी का पिछले साल ही पूरा हो जाता। 
बढ़ेंगे जमीन के रेट, भू मालिकों की होगी मौज-
पहले इस नए एक्सप्रेसवे का रूट (expressway roots in UP) कुछ और ही तय किया गया था। बाद में इसे बदलते हुए  गोरखपुर से कुशीनगर जिलों के गांवों से निकालना  तय किया गया। इन दो जिलों के जिन 164 गांवों से यह एक्सप्रेसवे गुजरेगा, वहां की जमीन के रेट (property rates in UP) भी अब हाई हो जाएंगे। इससे भू मालिकों की मौज हो जाएगी।
NHAI ने की यह प्रक्रिया शुरू –
अब नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (national highway authority of india) ने इस नए एक्सप्रेसवे के लिए गोरखपुर व कुशीनगर जिलों के 164 गांवों के राजस्व नक्शे प्रशासन से मांगे हैं। इन नक्शों के बाद जमीन अधिग्रहण (land acquisition rules in UP) का कार्य तेजी से शुरू हो जाएगा।
इसके बाद मुआवजा राशि वितरित की जाएगी। इन गांवों में बसंतपुर खास, लुहसी, हेमछापर, मटिहनिया जनुबी, भापुरवा, गौरा, राउतपुर, रमवापुर, नैयापार खुर्द, कर्महा तप्पा पतरा, महराजी तप्पा पतरा, सोनवे गोनरहा, बसंतपुर तप्पा केवटली, बसंतपुर मुतंजा, अगया तप्पा पतरा, उसका, महुअवा खुर्द, सरंडा और बसंतपुर एहतेमाली मुख्य रूप से शामिल हैं। कुशीनगर जिले की तमकुहीराज तहसील के कई गावों के राजस्व नक्शे भी एनएचएआई (NHAI) की ओर से मांगे गए हैं।
प्रदेश में खुलेंगे विकास व रोजगार के अवसर-
जब गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Siliguri Expressway) जब बनकर तैयार हो जाएगा तो उत्तर प्रदेश (UP news) में विकास व रोजगार के नए द्वार खुलेंगे। गोरखपुर और कुशीनगर जिलों से होकर गुजरने वाले इस एक्सप्रेसवे को लेकर एनएचएआई (NHAI) ने पूरा खाका तैयार कर लिया है।

 
			 
                                 
                              
		 
		 
		 
		