UP New City : उत्तर प्रदेश भारत देश में सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य है। यहां पर लोगों को बेहतर आवासिय सुविधाएं देने के लिए योगी सरकार एक के बाद एक नया शहर बसा रही है। हाल ही में योगी सरकार ने प्रदेशवासियों को एक बड़ी सौगात दी है। दरसअल, यूपी में सरकार ने विदेशों जैसे पांच नए हाईटेक शहर बसाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए 60 हजार हेक्टेयर भूमी का अधिग्रहण होगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नाम से मशहूर जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) जल्द ही शुरू होने वाला है। जेवर एयरपोर्ट के शुरू होने से रियल स्टेट बजार में उछाल आ सकता है। दरअसल, एयरपोर्ट की वजह से आसपास के इलाके में तेजी से रियल स्टेट (real estate) और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है।
यहां प्रॉपर्टी की कीमतें अभी से ही आसमान छूने लगी हैं। हालांकि, योगी सरकार इससे भी बड़ा प्लान तैयार किया है। हाल ही में सामने आई रिपोर्ट में पता चला है कि सरकार जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) के विकास के साथ-साथ नोएडा में 60 हजार हेक्टेयर जमीन पर पांच नए शहर बसाने जा रही है। योगी सरकार के इस बड़े प्रोजेक्ट को तैयार होने में करीब 10 सालों का समय लगेगा।
प्रॉपर्टी में आएगा बूम –
इस खबर के सामने आते ही नोएडा और उसके आसपास के इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतें सातवें आसमान पर जा पहुंची हैं। हाउसिंग सोसाइटी हो या फिर इंडस्ट्रियल एरिया दोनों की प्रॉपर्टियों के रेट (property rates) में उछाल देखने को मिला है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इन इलाकों में पिछले तीन सालों में प्रॉपर्टी के रेट डबल हो गए हैं। नोएडा एक्सप्रेसवे (Noida Expressway) के साथ प्रीमियम आवासीय परियोजनाएं अब 2 करोड़ रुपये से लेकर 10 करोड़ रुपये तक के लग्जरी फ्लैट्स बेच रही है।
कई बड़ी कंपनियों के आने से मिलेगी नौकरी –
नोएडा में जैसे विकसित शहर में पहले से ही सैमसंग, एलजी (LG) और होंडा (Honda), माइक्रोसॉफ्ट, टीसीएस (TCS) और इंफोसिस जैसी देश की प्रमुख टेक्निकल कंपनियां मौजूद हैं, इनकी वजह से बड़ी परियोजनाओं को पूरा करने में मदद मिलती है। बता दें कि पांच नए (new cities update) शहरों को यमुना एक्सप्रेसवे के पास बसाया जाएगा। क्योंकि यहां पर इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। यह नोएडा, मथुरा, आगरा और बुलंदशहर के बीच के क्षेत्र को विकसित होने में मदद करेगा, जिससे व्यापार के लिए कई नए क्षेत्र खुलेंगे।
इस उद्देश्य ये बसाए जाएंगे पांच नए शहर –
योगी सरकार की ओर से पांच नए शहर बसाने की योजना तैयार की जा चुकी है। इसमें दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र (DNGIR) या न्यू नोएडा, हेरिटेज सिटी (Heritage City), न्यू आगरा, टप्पल-बाजना और आईआईटीजीएन (IITGN) शामिल हैं। न्यू नोएडा और आईआईटीजीएन (IITGN ), जो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के पास हैं, उसको औद्योगिक केंद्रों को स्थापित करने के लिए बसाया जाएगा।
वहीं, धार्मिक पर्यटन और ब्रज संस्कृति के लिए हेरिटेज सिटी (Heritage City) को डेवलेप किया जाएगा। न्यू आगरा का उद्देश्य ताज के शहर में एक पर्यटन जिला जोड़ना है। टप्पल-बाजना को भी एक इंडस्ट्रियल टाउनशिप के रूप में तैयार किया जाएगा।
क्या होगा टाउनशिप में खास?
नया नोएडा (New Noida ) लगभग 209 वर्ग किलोमीटर में फैले हुआ है। इसमें 80 गांव शामिल हैं। बुलंदशहर में 60 और गौतम बुद्ध नगर के 20 गांव हैं। यह दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे (DMIC) का एक प्रमुख हिस्सा है। बता दें कि योगी सरकार का यह मास्टर प्लान परियोजना को चार चरणों में पूरा किया जाएगा। 3165 हेक्टेयर क्षेत्र में इसे बसाने का लक्ष्य साल 2027 रखा गया है।
वहीं, 3798 हेक्टेयर क्षेत्र को साल 2027 से 2032 के बीच डेवलेप किया जाएगा। इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा (IITGN) MMLH और MMTH के साथ मुख्य रूप से एक औद्योगिक क्षेत्र होगा, जिसमें एक आवासीय क्षेत्र भी शामिल किया जाएगा।
जान लें क्या है योगी सरकार का प्लान?
रिपोर्ट में पता चला है कि राया हेरिटेज सिटी के लिए जमीन अधिग्रहण का कमा जल्दी ही शुरू किया जाएगा। यह सिटी 750 हेक्टेयर में फैली हुई है. यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) प्राधिकरण द्वारा विकसित इस परियोजना में लक्जरी और बजट होटल (46 एकड़), यमुना वाटरफ्रंट, थीम-आधारित केंद्र (350 एकड़), पार्क, कन्वेंशन सेंटर और बहुत कुछ शामिल होंगे।
364 एकड़ में फैले टप्पल-बाजना लॉजिस्टिक्स पार्क (Tappal-Bajna Logistics Park) का निर्माण तीन चरणों में किया करने का प्लान तैयार किया गया है। इसे बनाने में करीब 1,040 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। न्यू आगरा का विकास एत्मादपुर तहसील में किया जाएगा, जिसके लिए 60 गांवों की जमीन का अधिग्रहण होगा।
इन मुख्य परियोजनाओं का मकसद आगरा की ऐतिहासिक धरोहर को बनाए रखना है और आधुनिक सुविधाओं का निर्माण करना है। 105,000 हेक्टेयर में फैला यह प्रोजेक्ट चार प्रमुख क्षेत्रों उद्योग, पर्यावरण, विरासत और परिवहन पर फोकस रहने वाला है।