UP News : वैसे तो यूपी में नए-नए एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है और अब जल्द ही यूपी में 8 नए एक्सप्रेस-वे बनाने का खाका तैयार किया किया गया है। इन 8 नए एक्सप्रेसवे के निर्माण से प्रदेश के 30 जिलों की तस्वीर एकदम बदल जाएगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। ऐसे में आइए खबर में जानते हैं कि ये 8 नए एक्सप्रेसवे (UP Expressway News ) कौन से होने वाले हैं।
यूपी में विकास की गति को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से नए-नए एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। यूपी में इन एक्सप्रेस-वे (UP Expressway Updates) के निर्माण से प्रदेश के विकास की रफ्तार आसमान छूएगी। इन नए एक्सप्रेसवे के निर्माण से रोड कनेक्टिविटी बेहतर होने के साथ ही 30 जिलों में औद्योगिक निवेश और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। आइए खबर में जानते हैं इन नए एक्सप्रेसवे के बारे में।
आर्थिक और सामाजिक स्थिति होगी सुचारू
यूपी में इन 8 नए एक्सप्रेसवे के निर्माण से तकरीबन 30 जिलों को जोड़ा जाएगा, जिससे लोगों का आवागमन सुगम होगा। इन नए एक्सप्रेसवे (UP Expressway Project) के निर्माण से कई जिलों की केवल सड़क कनेक्टिविटी बेहतर होने के साथ -साथ इन क्षेत्रों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति सुचारू हो सकेगी। जानकारी के लिए बता दें कि इन 8 नए एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट्स में से कई एक्सप्रेसवे पर काम शुरू हो गया है, जबकि कई एक्सप्रेसवे पर तैयारियां अंतिम चरण में है।
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे
यूपी में इन 8 नए एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट्स (UP Expressway projects) में चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे (Chitrakoot Link Expressway) टॉप पर आता है। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस तकरीबन 120 किलोमीटर लंबा होने वाला है और यह एक्सप्रेस-वे चित्रकूट को वाराणसी और बांदा से सीधे तौर पर कनेकट करेगा। यूपी के इस प्रोजेक्ट को जुलाई 2025 में मंजूरी मिल चुकी है और इसे 2026 के आखिर तक पूरा करने का मकसद रखा गया है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से चित्रकूट धाम की कनेक्टिविटी बेहतर बेहतर होगी।
विंध्य एक्सप्रेस-वे
दूसरे नंबर पर आता है विंध्य एक्सप्रेस-वे (Vindhya Expressway)। यूपी का यह प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे सबसे लंबा होगा। यह एक्सप्रेसवे तकरीबन 320 किलोमीटर लंबा होगा और इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत प्रयागराज से मिर्जापुर, वाराणसी और चंदौली के रास्ते सोनभद्र तक कनेक्ट करेगा। इस एक्सप्रेसवे की लागत तकरीबन 23,000 करोड़ रुपये की आंकी गई है और यह प्रोजेक्ट 2 से 3 साल में पूरा करने का मकसद है।
जालौन लिंक एक्सप्रेसवे की लंबाई
तीसरे नंबर पर आता है जालौन लिंक एक्सप्रेसवे। जालौन (Jalaun Link Expressway) जिले को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से कनेक्ट करेगा और यह एक्सप्रेसवे 115 किलोमीटर लंबा बनाया जाने वाला है और यह एक्सप्रेसवे नेशनल हाईवे 27 के पैरेलेल बनाया जाएगा। अभी तो इस एक्सप्रेसवे को 4 लेन का बनाया जा रहा है, जिसे बाद में 6 लेन तक विस्तार देने का प्लान है और इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 63 गांवों की जमीन को अधिग्रहित किया जाएगा, जिससे स्थानीय जमीनों के दाम और औद्योगिक गतिविधियां में तेजी आ सकती है।
जालौन लिंक एक्सप्रेसवे की खासियत
यूपी के इन 8 नए प्रोजेक्ट में जेवर लिंक एक्सप्रेस-वे (Jewar Link Expressway) का नाम भी शामिल होगा। यूपी का ये नया एक्सप्रेसवे यमुना एक्सप्रेस-वे को जेवर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सीधे तौर पर कनेक्ट होगा। यूपी के इस प्रोजेक्ट को मंजूरी और बजट मिल चुके हैं। इस एक्सप्रसेवे का निर्माण कार्य साल के आखिर तक शुरू हो जाएगा। बता दें कि यह एक्सप्रेसवे बुलंदशहर के रास्ते यमुना और गंगा एक्सप्रेसवे को भी आपस में कनेक्ट करेगा।
विंध्यपूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे
इसके साथ ही विंध्यपूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे (Vindhyapurvanchal Link Expressway) का भी निर्माण किया जाएगा। ये एक्सप्रेसवे 100 किलोमीटर लंबा होगा और ये एक्सप्रेस-वे चंदौली के पास विंध्य एक्सप्रेस-वे को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से गाजीपुर के पास सीधे तौर पर कनेक्ट होगा। लागत की बात करें तो इस प्रोजेक्ट पर तकरीब 7,000 करोड़ रुपये खर्च आ सकता है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से पूर्वी यूपी में आर्थिक और पर्यटन विकास को नई मजबूती मिलेगी।
मेरठहरिद्वार लिंक एक्सप्रेस-वे
मेरठहरिद्वार तक सीधी कनेक्टिविटी के लिए यूपी सरकार मेरठ से आगे एक्सप्रेस-वे का निर्माण करने पर जोर दे रही है। गाजियाबाद से मेरठ तक बन रहा मौजूदा एक्सप्रेसवे हरिद्वार तक विस्तारित किया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे प्रयागराज से आ रहे गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) से भी सीधे तौर पर कनेक्ट करेगा। इसके लिए 50 करोड़ रुपये का बजट मंजूरी किया गया है।
इन दोनो एक्सप्रेसवे का होगा निर्माण
यूपी को एमपी से कनेक्ट करने के लिए 70 किलोमीटर लंबा चित्रकूट-रीवा लिंक एक्सप्रेसवे (Chitrakoot-Rewa Link Expressway) का निर्माण किया जाएगा और यह सड़क बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगी। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से एमपी, पूर्वी और पश्चिमी यूपी के बीच सीधी कनेक्टिविटी बढ़ सकेगी। इसके साथ ही 90 किलोमीटर लंबे इस नए लिंक एक्सप्रेसवे से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra-Lucknow Expressway) को फर्रुखाबाद के रास्ते गंगा एक्सप्रेस-वे से सीधे तौर पर कनेक्ट किया जाएगा, जिसके लिए 7,488 करोड़ रुपये की लागत आंकी गई है और इस प्रोजेक्ट के लिए 900 करोड़ रुपये के आस-पास की लागत आ सकती है। जानकारी के मुताबिक इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 2025 के आखिर तक हो जाएगा।
