UP News: उत्तर प्रदेश को इस साल गंगा एक्सप्रेसवे के रूप में एक और एक्सप्रेसवे मिल जाएगा। 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 2 नवंबर तक पूरा हो जाएगा। अब तक 430 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है।
इसका निर्माण पूरा होने के बाद मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज के औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।
नवंबर तक पूरा हो जाएगा गंगा एक्सप्रेसवे का काम
राज्य सरकार ने पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए वर्ष 2022 में गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना पर काम शुरू करने के निर्देश दिए थे। इस परियोजना पर काम करने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईआईडीए) को सौंपी गई थी।
यूपीडा ने 3 नवंबर 2022 को इसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू की थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ से पहले इसका निर्माण पूरा करने के निर्देश दिए थे, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद यह संभव नहीं हो सका। 36,230 करोड़ रुपये की इस परियोजना के तहत 7453.13 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
6 लेन में बन रहा गंगा एक्सप्रेसवे
छह लेन में बन रहे इस एक्सप्रेसवे को वाहनों की 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के हिसाब से डिजाइन किया गया है। इस पर शाहजहांपुर के जलालाबाद में लड़ाकू विमानों के लिए 3.5 किलोमीटर लंबे रनवे का निर्माण भी पूरा हो चुका है
मेरठ-बुलंदशहर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 334 पर स्थित बिजौली गांव से शुरू होकर यह एक्सप्रेसवे प्रयागराज बाईपास पर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 पर स्थित जूधापुर डांड गांव में समाप्त होगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद संबंधित 12 जिलों के औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।
इसी साल शुरू हो जाएगा गंगा एक्सप्रेसवे
सरकार औद्योगिक उत्पादों के साथ-साथ कृषि उत्पादों को कई देशों के बाजारों तक पहुंचाने के लिए इसे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने की कोशिश कर रही है। इसके लिए यूपीडा ने 4,415 करोड़ रुपये की लागत वाली 76 किलोमीटर की नई लिंक एक्सप्रेसवे परियोजना पर काम भी शुरू कर दिया है।