New GST rates : मार्केट से कोई सामान लेते हैं या गहने या जरूरत की चीजों की खरीददारी करते हैं तो इसके लिए जीएसटी रेट के साथ भुगतान करना पड़ता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अब हाल ही में यूपी में एक लिस्ट जारी की गई है, जिसमे यूपी (UP News ) में बिकने वाले कुछ सामानों पर लगी वाली जीएसटी को 0 कर दिया गया है। अब आपको ये चीजें बिल्कूल सस्ते में मिलेंगी।
यूपी के लोगों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। बता दें कि हाल ही में प्रदेश सरकार (UP GovernmentNews) ने उन वस्तुओं की सूची जारी जिनमें कोई टैक्स नहीं होगा। सरकार का यह फैसला आम जनता के लिए राहत भरा हो सकता है, क्योंकि इस लिस्ट में जो वस्तुएं शामिल की गई है, वो रोजमर्रा की जरूरतों और बुनियादी उपभोग से जुड़ी हुई हैं। जानकारो का कहना है कि सरकार के इस कदम से लोगों को आर्थिक लाभ मिलने के साथ ही छोटे कारोबारियों के लिए कर प्रणाली आसान हो सकेगी।
जीएसटी वाली वस्तुओं का हुआ उल्लेख
बता दें कि नई अधिसूचना में शून्य जीएसटी वाली वस्तुओं (Zero GST items) को खासतौर पर बताया गया है। इनमें कई चीजें शामिल है। जैसे खाद्य पदार्थ, शैक्षिक सामग्री और कुछ जरूरी सेवाएं जुड़ी हुई है। सरकार का यह कदम सरकार की जनहित और उपभोक्ता हितैषी नीति की दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकता है।
इसके साथ ही मंदिरों, मस्जिदों, चर्चों, गुरुद्वारों और दरगाहों द्वारा जिस प्रसाद की आपूर्ति की गई है, उस पर भी जीएसटी नहीं लगेगा। इन वस्तुओं को शून्य कर दायरे में रखने से सरकार का मकसद है कि बुनियादी उपभोक्ता वस्तुओं (basic consumer goods) पर कर का बोझ जनता पर नहीं डाला जाएगा।
जानिए कौन सी वस्तुएं हैं शून्य जीएसटी के दायरे में
अधिसूचना के मुताबिक, शून्य जीएसटी (zero GST items) वाली वस्तुओं में ऐसे कई उत्पाद शामिल हैं, जो सीधे तौर पर आम आदमी की लाइफ से जुड़े हुए हैं और खासकर गरीब और मध्यम वर्ग के उपभोग की वस्तुओं को इस दायरे में रखा गया है। आइए जानते हैं इन वस्तुओं के बारे में।
पहले नंबर पर गेहूं, चावल और दालें बिना पैकिंग व बिना ब्रांड वाले अनाज और दालों पर लगने वाली जीएसटी को शून्य के दायरे में रखा गया है। इसके साथ ही ताजे फल व सब्जियां कच्चे और प्राकृतिक रूप से बिकने वाले उत्पाद और बिना पैकेट वाला दूध और बिना प्रोसेस्ड दूध को भी शून्य जीएसटी (zero gst) के दायरे में रखा जाने वाला है।
इसके साथ ही अंडे और मीट बिना प्रोसेसिंग के सीधे बिकने वाले उत्पाद ओर किताबें शैक्षिक किताबें और नोटबुक को शून्य जीएसटी के दायरे में रखा जाने वाला है। इसके साथ ही नमक खाद्य नमक पूरी तरह शून्य कर श्रेणी में ओर हैंडमेड उत्पाद जैसे टोकरी, रस्सी, पारंपरिक कुटीर उत्पाद पर जीएसटी नहीं लगेगा।
किन उपभोक्ताओं को होगा लाभ
सबसे पहले तो आप यह जान लें कि शून्य जीएसटी सूची (Zero GST listing) का सबसे बड़ा लाभ गरीब और निम्न-मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं को मिलने वाला है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि अगर ये वस्तुएं टैक्स के दायरे में आ जाती है तो इससे महंगाई पर सीधा असर पड़ता है। लेकिन सरकार ने इनमे छूट देकर उपभोक्ताओं की जेब पर बढ़ते बोझ को कम किया है।
वहीं, दूसरी ओर शिक्षा क्षेत्र को भी राहत दी गई है। किताबों और नोटबुक पर शून्य जीएसटी (Zero GST on notebooks) कर दिया जाता है तो इससे छात्रों और अभिभावकों को बंपर लाभ होगा। वहीं, कृषि उत्पादों पर टैक्स न होने के चलते किसानों को भी परोक्ष रूप से इसका फायदा मिलेगा, क्योंकि इससे उनके उत्पाद सीधे और सस्ते दाम पर ग्राहकों तक पहुंच सकेंगे।