उत्तर प्रदेश भारत के टॉप टूरिस्ट प्लेस में से एक है। इस राज्य में कई धार्मिक और दर्शनीय मंदिर हैं जो कि दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। यह राज्य अपनी कला और संस्कृति के लिए भी प्रसिद्ध है। उत्तर प्रदेश भारत का एक खूबसूरत राज्य हैं जो कि उत्तर भारत में स्थित हैं। उत्तर प्रदेश अपने क्षेत्रफल के अनुसार भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है जबकि जनसंख्या के आधार पर भारत का सबसे बड़ा राज्य हैं। इस राज्य के पर्यटन स्थल इतिहास, संस्कृति और धर्म से सम्बंधित हैं। यहाँ विरासत पर्यटन, प्राचीन वास्तुकला, हिंदू तीर्थ यात्राएं, वन्यजीव पर्यटन, पक्षी विहार पर्यटन, सांस्कृतिक पर्यटन, कला और हस्तकला पर्यटन आदि शामिल है।
Uttar Pradesh Tourist Places Map
उत्तर प्रदेश पर्यटन स्थल
अयोध्या, उत्तर प्रदेश
अयोध्या सरयू नदी के तट पर बसा हुआ है। अयोध्या देश के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में एक है। इस जगह पर राम जन्मभूमि होने के वजह से इसका धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है। इस शहर का पहले नाम फैजाबाद था, जिसका नाम बदलकर अयोध्या रख दिया गया है। जिसके बाद से ये शहर दुनियाभर में अयोध्या के नाम से प्रसिद्ध है। प्राचीन काल से ही यह एक प्रमुख तीर्थस्थल और लोगों की आस्था का केंद्र रहा है। अयोध्या ही वह स्थान है जहाँ पर हमारे सबसे पवित्र और पौराणिक ग्रंथ-रामायण की रचना हुई है। अगर आप भी खूबसूरत अयोध्या को देखने जाना चाहते है तो आपके लिए यह एक दर्शनीय स्थल है। यहाँ पर राम मंदिर के साथ-साथ सैकड़ों मंदिर स्थित हैं जो एक बहुत प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है।
अयोध्या में घूमने की जगह – राम जन्मभूमि, कनक भवन, नागेश्वरनाथ मंदिर, हनुमान गढ़ी, अयोध्या, गुलाब बाड़ी, त्रेता के ठाकुर, सीता की रसोई, तुलसी स्मारक भवन संग्रहालय, बहू बेगम का मकबरा, रामकथा पार्क, मोती महल, राजा मंदिर
अयोध्या घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से जनवरी तक
अयोध्या घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन
अयोध्या का निकटतम रेलवे स्टेशन – अयोध्या जंक्शन रेलवे स्टेशन (AY)
अयोध्या का निकटतम बस स्टैंड – अयोध्या बस स्टेशन
अयोध्या का निकटतम एयरपोर्ट – चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट ( LKO)
आगरा, उत्तर प्रदेश
आगरा उत्तर प्रदेश राज्य के बेस्ट टूरिस्ट प्लेस में से एक है। आगरा का नाम सुनते ही ताजमहल ख्याल जरुर आता है, जिसका नाम विश्व धरोहर स्थलों की सूची में है। ताजमहल भारत के सबसे प्रमुख विरासत आकर्षणों में से एक है। यह मुगल सम्राट शाहजहाँ द्वारा अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था। ताजमहल का निर्माण सन् 1632 से 1653 ईस्वी के बीच में हुआ था। आगरा में ऐसी बहुत सी जगह जहां आप घूम सकते है।
आगरा में घूमने की जगह – ताजमहल, फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा, इत्माद उद दौला, सूर सरोवर, चौसठ खम्भा, रोमन कैथोलिक कब्रिस्तान, चिनी का रौजा, मरियम का मकबरा, राजा जसवंत सिंह की छत्री, दयाल बाग, गुरु का ताल
आगरा घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से अप्रैल तक
आगरा घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 1 दिन
आगरा का निकटतम रेलवे स्टेशन – आगरा फोर्ट, आगरा कैंट और आगरा रेलवे स्टेशन (AGA)
आगरा का निकटतम बस स्टैंड – आगरा बस स्टैंड
आगरा का निकटतम एयरपोर्ट – आगरा एयरपोर्ट (AGR)
लखनऊ, उत्तर प्रदेश
लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी है। साथ ही उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा शहर भी है, जो गोमती नदी के किनारे बसा है। यह राज्य अपने समृद्ध संस्कृति और प्राचीन विरासत के लिए जाना जाता है। लखनऊ को नवाबों का शहर भी कहा जाता है। यह शहर अपने नवाबी अंदाज की वजह से पर्यटकों के बेस्ट पर्यटन स्थलों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि इस शहर का निर्माण लक्ष्मण द्वारा किया गया है। लखनऊ शहर की नीव रामायण काल से जुड़ी हुई है। बताया जाता है कि इस शहर का पुराना नाम लखनपुर है, जो भगवान राम के अनुज भाई लक्ष्मण के नाम से पड़ा है। यह जगह पर्यटकों के घूमने के लिए बहुत अच्छी जगह में से एक है।
लखनऊ में घूमने की जगह – मरीन ड्राइव, जनेश्वर मिश्र पार्क, साइंस सिटी लखनऊ, अम्बेडकर पार्क, बड़ा इमामबाड़ा , गोमती नदी नौका विहार, चिड़िया घर , दिलकुशा कोठी, फिरंगी महल, ब्रिटिश रेजिडेंसी, चंद्रिका देवी का मंदिर, फन रिपब्लिक मॉल (शॉपिंग मॉल), जामा मस्जिद, कैसरबाग पैलेस, छत्तर मंजिल
लखनऊ घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च तक
लखनऊ घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन
लखनऊ का निकटतम रेलवे स्टेशन – चारबाग रेलवे स्टेशन (LJN)
लखनऊ का निकटतम बस स्टैंड – वीरांगना ऊदा देवी बस स्टेशन
लखनऊ का निकटतम एयरपोर्ट – लखनऊ एयरपोर्ट (LKO)
वाराणसी, उत्तर प्रदेश
वाराणसी उत्तर प्रदेश के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है। वाराणसी गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है। यहां पर लाखों की संख्या में देश के लोग गंगा में स्नान करने के लिए आते हैं। इसके अलावा विदेश से भी लोग भारत की संस्कृति को देखने के लिए आते हैं। बनारस को वाराणसी तथा काशी के नाम से भी जानते हैं। काशी के बारे में कहा जाता है कि यह नगरी भगवान शिव के त्रिशूल पर टिकी हुई है। यहां पर शिवजी के कई मंदिर बने हुए हैं लेकिन यहां का प्रसिद्ध मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर है। काशी में कुल 84 घाट बने हुए हैं। यहाँ शाम के समय गंगा नदी के पास महाआरती की जाती है। उस समय शाम की शोभा देखने लायक होती है। इसलिए यह शहर पर्यटको का मुख्य दर्शनीय स्थल है।
वाराणसी में घूमने की जगह – भारत माता मंदिर, गंगा घाट बनारस, संत रविदास उद्यान, काशी विश्वनाथ मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, चौसठ योगिनी मंदिर, वाराणसी फन सिटी वॉटर पार्क, दशाश्वमेध घाट, दुर्गा मंदिर काशी, रामनगर किला बनारस, अस्सी घाट, सारनाथ, संकट मोचन हनुमान मंदिर, मणिकर्णिका घाट
वाराणसी घूमने का सबसे अच्छा समय – नवंबर से मार्च तक
वाराणसी घूमने के लिए कितने दिन लगते है – तीन दिन
वाराणसी का निकटतम रेलवे स्टेशन – वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन (BSB)
वाराणसी का निकटतम बस स्टैंड – गोलगड्डा बस स्टैंड
वाराणसी का निकटतम एयरपोर्ट – लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (VNS)
फतेहपुर सीकरी, उत्तर प्रदेश
फतेहपुर सीकरी एक ऐसा शहर है जो मुख्य रूप से लाल बलुआ पत्थर से बना है इसकी स्थापना मुगल सम्राट अकबर द्वारा की गई थी। फतेहपुर सीकरी अपने पर्यटक स्थलों के कारण के भारत में प्रसिद्ध है। ये जगह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया गया है इसलिए यह मुख्य पर्यटन स्थल में से एक है। यह जगह पयर्टकों को बहुत ही पसंद आती है। फतेहपुर सीकरी आने वाला प्रत्येक पर्यटक यहां की खूबसूरती को देखकर हैरान रह जाता है। पहला भाग में बुलंद दरवाजा, जामा मस्जिद और सलीम चिश्ती दरगाह है और दूसरे भाग में कई महल, पार्क और इमारतें हैं जहाँ मुगल बादशाह अकबर अपनी पत्नी जोधा के साथ रहा करते थे।
फतेहपुर सीकरी में घूमने की जगह – बुलंद दरवाजा, शेख सलीम चिश्ती का मकबरा, जामा मस्जिद, जोधाबाई पैलेस, पंच महल, दीवान-ए-खास, दीवान-ए-आम, बीरबल का महल और राजकोष भवन, हिरण मीनार और हाथी द्वार, पुरातत्व संग्रहालय और मुगल उद्यान
फतेहपुर सीकरी घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च तक
फतेहपुर सीकरी घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 1 दिन
फतेहपुर सीकरी का निकटतम रेलवे स्टेशन – फतेहपुर सीकरी रेलवे स्टेशन (FTS)
फतेहपुर सीकरी का निकटतम बस स्टैंड – फ़तेहपुर सीकरी बस स्टैंड
फतेहपुर सीकरी का निकटतम एयरपोर्ट – खेरिया एयरपोर्ट (AGR)
मथुरा, उत्तर प्रदेश
मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। श्रीकृष्ण जन्म के कारण इसे बहुत ही पावन नगरी भी माना जाता है। इस शहर को बृज भूमि के रूप में भी जाना जाता है। मथुरा भारत के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है। ये जगह अपनी समृद्ध इतिहास और संस्कृति के लिए जानी जाती है। हर साल बड़ी संख्या में लोग यहां घूमने के लिए आते हैं। यह एक ऐसा तीर्थस्थल है जो भारतीयों के बीच ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटकों के बीच भी काफी प्रसिद्ध है।
मथुरा में घूमने की जगह – कृष्ण जन्म भूमि मंदिर, द्वारकाधीश मंदिर, राधा कुंड, कंस किला, गोवर्धन पहाड़ी, मथुरा संग्रहालय, कुसुम सरोवर, रंगजी मंदिर, बरसाना मथुरा, मथुरा के घाट
मथुरा घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च तक
मथुरा घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 3 दिन
मथुरा का निकटतम रेलवे स्टेशन – मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन (MTJ)
मथुरा का निकटतम बस स्टैंड – मथुरा बस स्टैंड
मथुरा का निकटतम एयरपोर्ट – इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (DEL)
वृंदावन, उत्तर प्रदेश
वृंदावन उत्तर प्रदेश के बेस्ट पर्यटन स्थलों में से एक है। वृन्दावन हिंदुओं का एक प्रमुख तीर्थस्थल और देश के सबसे पुराने शहरों में से एक है। ऐसा माना जाता है की भगवान कृष्ण ने अपने बचपन के दिन यही बिताए थे। वृंदावन मुख्य तौर पर कृष्ण की बाल लीलाओं के लिए प्रसिद्ध है। वृन्दावन उत्तर प्रदेश मुख्य दर्शनीय स्थल से से एक है। इस शहर में अधिकतर मंदिर भगवान कृष्ण के ही हैं, यहां लगभग 5000 मंदिर और कई धार्मिक स्थल हैं, जो बहत ही खूबसूरत है। आप छुट्टी के दिन में यहाँ जाकर अपने परिवार के कुछ पल बीता सकते है।
वृंदावन में घूमने की जगह – राधाबल्लभ मंदिर, प्रेम मंदिर, स्कॉन मंदिर, बांके बिहारी मंदिर, श्री वृंदाकुंड, निधिवन, केसी घाटो, बंसीवट, राधा दामोदर मंदिर, यमुना नदी, रंगजी मंदिर, कुसुम सरोवर, मानसरोवर, मदन मोहन मंदिर, इसेवा कुंज, वैष्णो देवी मंदिर, गोविंद देव मंदिर, पागल बाबा मंदिर, कालियादेह घाट
वृंदावन घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च
वृंदावन घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 3 दिन
वृंदावन का निकटतम रेलवे स्टेशन – वृंदावन रेलवे स्टेशन (VRBD)
वृंदावन का निकटतम बस स्टैंड – गोर्वधन बस स्टैंड
वृंदावन का निकटतम एयरपोर्ट – इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (DEL)
प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
प्रयागराज को पहले इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था। इसे कौशांबी के नाम से भी जाता है। भारत के सबसे धार्मिक शहरों में से एक है। यह शहर अपने इतिहास और पौराणिक कथाओं के लिए पर्यटकों के बीच सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है। यह जगह हिन्दुओं के प्रमुख धार्मिक तीर्थ स्थलों में से एक है। यहाँ में घूमने के लिए अनेक प्राचीन मंदिर, तीर्थ स्थल, संगम, प्रसिद्ध कुंभ का मेला हैं। भारत की तीन नदियों गंगा, यमुना और सरस्वती के इस संगम पर अनेको तीर्थ स्थान मौजूद है। यहाँ दुनिया भर से लोग संगम में स्नान करने के लिए आते है।
प्रयागराज में घूमने की जगह – त्रिवेणी संगम, कुंभ मेला, आनंद भवन, खुसरो बाग, अशोक स्तंभ, प्रयागराज किला, जवाहर तारामंडल, सैंट कैथेड्रल चर्च, अल्फ्रेड पार्क, पब्लिक लाइब्रेरी, मदनमोहन मालवीय पार्क, भारद्वाज पार्क, मनकामेश्वर मंदिर, लेटे हनुमान जी मंदिर
प्रयागराज घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च तक
प्रयागराज घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन
प्रयागराज का निकटतम रेलवे स्टेशन – प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन (PRYJ)
प्रयागराज का निकटतम बस स्टैंड – जीरो रोड बस स्टॉप प्रयागराज
प्रयागराज का निकटतम एयरपोर्ट – प्रयागराज घरेलू एयरपोर्ट (IXD)
झाँसी, उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश राज्य का शहर झाँसी रानी लक्ष्मीबाई नाम से जुड़ा है। यह शहर अपने किलों और महलों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। रानी लक्ष्मीबाई वह मराठा शासित झाँसी रियासत की रानी थीं। वह 1857 के भारतीय विद्रोह की प्रमुख व्यक्तित्त्वों में से एक थीं। उन्हें भारत में ब्रिटिश शासन के प्रतिरोध के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। वैसे तो यहाँ बहुत ही कम लोग जाते है लेकिन अगर आप किसी काम से घूमने के लिए जा रहे है आप झाँसी जरुर घूमें। यहाँ के ऐतिहासिक जगहों पर घूम के अपनी यात्रा को यादगार बना सकते हैं। झाँसी में घूमने के लिए बहुत अच्छी-अच्छी जगह है।
झाँसी में घूमने की जगह – झाँसी का किला, रानी महल, रानी झांसी संग्रहालय, राजा गंगाधर राव स्मारक, बरुआ सागर, पारीछा बांध, ओरछा, हर्बल गार्डन, रानी लक्ष्मी बाई पार्क
झाँसी घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से फरवरी तक
झाँसी घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन
झाँसी का निकटतम रेलवे स्टेशन – झांसी रेलवे स्टेशन (JHS)
झाँसी का निकटतम बस स्टैंड – झाँसी बस स्टैंड
झाँसी का निकटतम एयरपोर्ट – ग्वालियर एयरपोर्ट (GWL)
कुशीनगर, उत्तर प्रदेश
कुशीनगर उत्तर प्रदेश के बेस्ट टूरिस्ट प्लेस में से एक है। यह जगह एक विश्व प्रसिद्ध नगरी है, जहां बौद्ध धर्म के प्रवर्तक गौतम बुद्ध ने जीवन के अंतिम क्षण बिताए थे, इसलिए यह जगह सबसे महत्वपूर्ण बौद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है। यह जगह लोकप्रिय स्थानों में से एक है जो पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। कुशीनगर खूबसूरत स्तूपों और मंदिरों का शहर है। यहाँ खास बात यह है की देश के ही नहीं बल्कि श्रीलंका,थाईलैण्ड,लाओस, कम्बोडिया, भूटान, म्यानमार सहित कई देशों के लोग यहां घूमने के लिए आते हैँ। यहाँ जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी ने पावानगर में ही परिनिर्वाण प्राप्त किया था।
कुशीनगर में घूमने की जगह – परिनिर्वाण स्तूप एवं मंदिर, रामाभार स्तूप, वाट थाई मंदिर, जापानी मंदिर/बर्मी मंदिर, बौद्ध संग्रहालय/कुशीनगर संग्रहालय, वियतनामी मंदिर/चीनी बौद्ध मंदिर, माथा कुआर तीर्थ, बिड़ला मंदिर, सूर्य मंदिर, ध्यान पार्क
कुशीनगर घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूब से मार्च तक
कुशीनगर घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन
कुशीनगर का निकटतम रेलवे स्टेशन – गोरखपुर रेलवे स्टेशन (GKP)
कुशीनगर का निकटतम बस स्टैंड – कुशीनगर बस स्टैंड
कुशीनगर का निकटतम एयरपोर्ट – महायोगी गोरखनाथ हवाई अड्डा (GOP)
चित्रकूट धाम, उत्तर प्रदेश
चित्रकूट मंदाकिनी नदी के किनारे बसा है। यह भारत के सबसे प्राचीन तीर्थ स्थलों में से एक है। चित्रकूट तीर्थयात्रियों के लिए एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। चित्रकूट हिंदू पौराणिक कथाओं और महाकाव्य रामायण की वजह से बहुत अधिक महत्व रखता हैं। ऐसा माना जाता है की भगवान राम, माता सीता और श्री लक्ष्मण ने 14 में से 11 वर्ष का वनवास इसी स्थान पर गुजारा था। यह अपने सांस्कृतिक, धार्मिक, ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व रखता है। इस क्षेत्र में कई पर्यटक स्थल है जो देखने लायक हैं। हर साल बहुत से तीर्थयात्री यहाँ पर घूमने के लिए आते हैं। यह स्थान भारतीय तीर्थ यात्रियों के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों द्वारा भी पसंद किया जाता है।
चित्रकूट धाम में घूमने की जगह – कामदगिरि पर्वत चित्रकूट, लक्ष्मण पहाड़ी, रामघाट चित्रकूट, गुप्त गोदावरी, हनुमान धारा, स्फटिक शिला, वाल्मीकि आश्रम, भरत मिलाप, भरत कूप, जल प्रपात और दंतेवाड़ा काली माता मंदिर, सती अनुसुइया, जानकी कुंड चित्रकूट
चित्रकूट धाम घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च के बीच
चित्रकूट धाम घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन
चित्रकूट धाम का निकटतम रेलवे स्टेशन – चित्रकूट धाम रेलवे स्टेशन (CKTD)
चित्रकूट धाम का निकटतम बस स्टैंड – चित्रकूट बस स्टैंड
चित्रकूट धाम का निकटतम एयरपोर्ट – प्रयागराज एयरपोर्ट (IXD)
हस्तिनापुर, उत्तर प्रदेश
हस्तिनापुर उत्तर प्रदेश राज्य का लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। हस्तिनापुर का नाम आते ही महाभारत काल में लोग पहुंच जाते हैं। हस्तिनापुर उत्तर प्रदेश में स्थित एक प्राचीन शहर है। यह भारतीय पौराणिक कथाओं और इतिहास में महत्वपूर्ण महत्व रखता है। हस्तिनापुर शहर को शानदार महलों, मंदिरों और बगीचों के साथ एक भव्य और समृद्ध राजधानी के रूप में दर्शाया गया है। मेरठ में बसा शहर वह है जिसके लिए महाभारत हुई थी। कुरुक्षेत्र में महाभारत की लड़ाई लड़ी गई थी। इसलिए हस्तिनापुर एक खास जगह है। पर्यटकों के घूमने के लिए बहुत अच्छी जगह है।
हस्तिनापुर में घूमने की जगह – वाइल्ड लाइफ सेंचुरी, बड़ा दिगंबर जैन मंदिर, अष्टापद, द्रौपदी घाट, जंबुद्वीप, कैलाश पर्वत मंदिर, प्राचीन पांडेश्वर मंदिर, करण मंदिर, कर्ण मंदिर
हस्तिनापुर घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च तक
हस्तिनापुर घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 1 से 2 दिन
हस्तिनापुर का निकटतम रेलवे स्टेशन – मेरठ रेलवे स्टेशन (MTC)
हस्तिनापुर का निकटतम बस स्टैंड – हस्तिनापुर बस स्टैंड
हस्तिनापुर का निकटतम एयरपोर्ट – इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (DEL)
मेरठ, उत्तर प्रदेश
मेरठ एक प्राचीन शहर है जिसकी सभ्यता सिंधु घाटी के समय की है। मेरठ के साथ कौरव साम्राज्य का एक लंबा इतिहास जुड़ा हुआ है, जो हस्तिनापुर शहर का एक हिस्सा था। यह स्थान राजसी, भव्यता, शाही संघर्षों एवं महाभारत के पांडवों और कौरवों के रियासतों का साक्षात गवाह है। ऐसा माना जाता है कि महाभारत काल में हस्तिनापुर के कुछ अवशेष यहां पर प्राप्त हुए थे। इसके अलावा महाभारत काल में दुर्योधन और उसके भाइयों ने पांडवों को जलाने के लिए लाक्षा ग्रह का निर्माण भी मेरठ में किया था। इसके अलावा कई ऐतिहासिक घटनाएं भी मेरठ से ही शुरू हुई है। मेरठ एक बहुत प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है।
मेरठ में घूमने की जगह – सूरजकुंड, हस्तिनापुर, संग्रहालय, विल्ववेश्वर मंदिर, सरधना का पांडव मंदिर, फैंटेसी वर्ल्ड वाटर पार्क, सेंट जॉन चर्च, औघड़नाथ मंदिर, विदुर का टीला, मिया की दरगाह, दिगंबर जैन मंदिर, मनसा देवी मंदिर, गांधी पार्क, शहीद स्मारक, भोले की झाल, द्रौपदी की रसोई
मेरठ घूमने का सबसे अच्छा समय – नवंबर से लेकर फरवरी तक
मेरठ घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 3 से 4 दिन
मेरठ का निकटतम रेलवे स्टेशन – मेरठ रेलवे स्टेशन (MTC)
मेरठ का निकटतम बस स्टैंड – मेरठ बस स्टेशन
मेरठ का निकटतम एयरपोर्ट – दिल्ली एयरपोर्ट (DEL)
सारनाथ, उत्तर प्रदेश
सारनाथ उत्तर प्रदेश राज्य के बेस्ट पर्यटन स्थलों में से एक है। यह शहर बनारस से 10 किलोमीटर दूर स्थित है। सारनाथ की लोकप्रियता बौद्ध और जैन धर्म के तीर्थ यात्रियों की वजह से अत्यधिक लोकप्रिय है। यहां पर बौद्ध और जैन धर्म के लोग यात्रा करने के लिए अत्यधिक संख्या में पहुंचते हैं। ऐसा कहा जाता है कि गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश यहां पर दिया था। इसी वजह से सारनाथ की लोकप्रियता देश विदेशों में छाई हुई है। यहाँ बुद्ध पूर्णिमा बहुत उत्साह के साथ मनाता है। यह सारनाथ के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार में से एक है जो वैसाख महीने की पूर्णिमा के दिन पड़ता है और आमतौर पर अप्रैल/मई में पड़ता है। दुनिया भर से तीर्थयात्री सारनाथ में एकत्रित होते हैं।
सारनाथ में घूमने की जगह – डियर पार्क, चौखड़ी स्पुत, अशोक स्तंभ, तिब्बती मंदिर सारनाथ, पुरातत्व संग्रहालय, धमेख स्तूप, धर्मराजिका स्तूप, मूलगंध कुटी विहार, थाई मंदिर
सारनाथ घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च तक
सारनाथ घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 1 दिन
सारनाथ का निकटतम रेलवे स्टेशन – सारनाथ रेलवे स्टेशन (SRNT)
सारनाथ का निकटतम बस स्टैंड – सारनाथ बस स्टैंड
सारनाथ का निकटतम एयरपोर्ट – वाराणसी एयरपोर्ट (VNS)
विंध्याचल, उत्तर प्रदेश
विंध्याचल उत्तर प्रदेश के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है। पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित, यह शहर कई तीर्थयात्रियों को अपनी तरफ आकर्षित करता है जो यहां पवित्र स्नान करने और देवी गंगा की पूजा करने आते हैं। यह जगह एक प्रमुख हिंदू तीर्थ जगह है। यहाँ योगियों, ऋषि मुनियों की श्रद्धा का केंद्र है। इस क्षेत्र में बहुत सारे मंदिर बने हुए हैं। विंध्याचल धाम एक सिद्ध देवी पीठ है। यहाँ के मंदिरों में अत्यंत भीड़ देखने को मिलती है परन्तु विन्ध्याचल जगह शांतिप्रिय जगह है। विन्ध्याचल में आपको पहाड़ भी देखने को मिल जायेंगे।
विंध्याचल में घूमने की जगह – अष्टभुज मंदिर, विजयगढ़ किला, सीता कुंड, रामेश्वर महादेव मंदिर, विंध्यवासिनी देवी मंदिर, विन्घम फॉल्स, काली खोह मंदिर, संकट मोचन हनुमान मंदिर, राम गया घाट, सीता संहिता स्थल
विंध्याचल घूमने का सबसे अच्छा समय – नवंबर से मार्च तक
विंध्याचल घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन
विंध्याचल का निकटतम रेलवे स्टेशन – विंध्याचल रेलवे स्टेशन (BDL)
विंध्याचल का निकटतम बस स्टैंड – विंध्याचल बस स्टैंड
विंध्याचल का निकटतम एयरपोर्ट – लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट (VNS)
उत्तर प्रदेश की अन्य घूमने लायक जगह
अगर आपके पास अधिक समय है तो इन सब के अलावा यहाँ कई जगह है जहाँ आप घूम सकते है जैसे कपिलवस्तु गढ़मुक्तेश्वर, देवगढ़, बरेली, झाँसी, पीलीभीत, सोनभद्र, सरधना अलीगढ उत्तर प्रदेश के पर्यटक जगह है, जहां आप अपने परिवार के घूम सकते है।
उत्तर प्रदेश जाने का उचित समय
उत्तर प्रदेश में गर्मियाँ बहुत ही ज्यादा पड़ती हैं। इस प्रकार, उत्तर प्रदेश की यात्रा के लिए नवंबर से फरवरी के महीने सबसे अच्छे हैं। सर्दियों में उत्तर प्रदेश में घूमने वाली की संख्या अधिक होती है, क्योंकि इस समय मौसम बहुत सुहाना होता है।
उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध भोजन, उत्तर प्रदेश
जिस तरह उत्तर प्रदेश अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है,उसी तरह यहाँ का भोजन भी मशहूर है। उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध भोजन बाटी चोखा है। इसके अलावा भी यहाँ की प्रमुख व्यंजन भी बिरयानीयां, कबाब, कोरमा, नाहरी कुल्चे, शीरमाल, ज़र्दा, रुमाली रोटी और वर्की परांठा और रोटियां आदि हैं। यहाँ के लोग शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के भोजन करते है।
उत्तर प्रदेश कैसे जाएँ?
उत्तर प्रदेश स्टेट अपने खूबसूरत पर्यटन स्थलों के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। उत्तर प्रदेश की यात्रा पर जाने के लिए पर्यटक फ्लाइट, ट्रेन और बस में से किसी का भी चुनाव कर करके उत्तरप्रदेश जा सकते है। उत्तरप्रदेश पंहुचने का तरीका इस प्रकार है:-
उत्तर प्रदेश फ्लाइट से कैसे पहुँचे?
उत्तर राज्य में दो अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं। पहला लखनऊ में चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट है, दूसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाराणसी में लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट है,जो उत्तर प्रदेश के क्षेत्र और भारत के अन्य शहरों से आने वाले यात्रियों को सेवा प्रदान करती हैं।
उत्तर प्रदेश ट्रेन से कैसे पहुँचे?
रेल द्वारा उत्तर प्रदेश पहुंचना राज्य तक पहुंचने के सबसे सुविधाजनक तरीकों में से एक है। उत्तर प्रदेश रेलवे द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। लखनऊ, मेरठ, प्रयागराज (प्रयागराज), कानपुर, झांसी, आगरा और मथुरा, वाराणसी उत्तर प्रदेश राज्य के कुछ सबसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन हैं। इन स्टेशनों से बस के द्वारा आसानी से उत्तर प्रदेश के किसी भी पर्यटन स्थल तक पंहुच सकते है।
सड़क मार्ग से उत्तर प्रदेश कैसे पहुंचे?
कार से उत्तर प्रदेश जाना आसान है क्योंकि यह राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यदि आप गाड़ी नहीं चलाना चाहते हैं, तो आप उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा संचालित बस ले सकते हैं, जो सभी प्रमुख मार्गों पर चलती है। बस से जाना संभवतः सबसे सस्ता तरीका है और सुविधाजनक भी है।