Wheat Mandi Bhav: राजस्थान की मंडी में सरसों की फसल की आवक 15 फरवरी से शुरू हो गई थी, लेकिन सरसों की खरीद के लिए अभी तक कोई निश्चित तारीख तय नहीं की गई है. इस वजह से किसानों में बड़ी नाराजगी देखी जा रही है, और वे बड़े पैमाने पर आंदोलन की तैयारी में हैं.
गेहूं की एमएसपी पर खरीद और बाजार भाव
जहां एक ओर गेहूं की एमएसपी पर खरीद 10 मार्च से मंडी में शुरू हो गई है और इसका बाजार भाव भी एमएसपी से अधिक है, वहीं सरसों के किसान अपनी फसल को घाटे में बेचने को मजबूर हैं. यह स्थिति किसानों के बीच बढ़ती हुई असंतोष का कारण बन रही है (Growing discontent among farmers).
किसानों का प्रस्तावित आंदोलन
किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर सरसों की एमएसपी पर खरीद जल्दी शुरू नहीं हुई तो वे 20 मार्च तक विभिन्न स्तरों पर आंदोलन करेंगे. यह आंदोलन तहसील, उपखंड और जिला स्तर पर होगा, और अगर मांगें नहीं मानी गईं तो जयपुर में राज्य स्तरीय प्रदर्शन किया जाएगा.
सरकार की तैयारी और आश्वासन
सहकारिता राज्य मंत्री गौतम कुमार दक ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अप्रैल से सरसों और चने की खरीद समर्थन मूल्य पर शुरू की जाएगी. इसके लिए जरूरी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने का आदेश दिया गया है, जिससे किसानों की मांग को पूरा किया जा सके.