Wheat MSP Hiked: इस वर्ष सरकार ने गेहूं के समर्थन मूल्य में 150 रुपये की बढ़ोतरी करते हुए इसे 2425 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है. यह कदम गेहूं के निम्न बाजार मूल्य के दृष्टिगत किसानों को अपनी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए उठाया गया है. इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होने की संभावना है.
मंडियों में व्यवस्थाएं और किसानों का रुझान
सरकार द्वारा गुरुग्राम जिले में पांच प्रमुख मंडियों – पटौदी, फरुखनगर, सोहना, गुरुग्राम और खोड़ – का चयन किया गया है जहां गेहूं की खरीद की जाएगी. मार्केट कमेटी ने किसानों के लिए आवश्यक सुविधाएं जैसे पानी, बिजली और शौचालय उपलब्ध कराई हैं. इससे मंडी में गेहूं की आवक में वृद्धि होने की उम्मीद है.
गुरुग्राम और खोड़ मंडी का हाल
गुरुग्राम मंडी, जो मुख्य रूप से सब्जियों की बिक्री के लिए जानी जाती है, में गेहूं की खरीद नहीं होती. इसके विपरीत, खोड़ मंडी पटौदी जाटोली मंडी के रूप में खरीद केंद्र के रूप में कार्य कर रही है. जिले की गेहूं की पैदावार 18 से 19 लाख क्विंटल के बीच होने का अनुमान है, जो खरीद केंद्रों पर बड़े पैमाने पर खरीदारी की संभावना को दर्शाता है.
मंडियों में सरसों की आवक और खरीदारी
सरसों की खरीद भी सक्रिय रूप से चल रही है. 31 मार्च तक 1.21 लाख क्विंटल सरसों की खरीद की गई है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है. सरसों की खरीद और आवक के आंकड़े इस प्रकार हैं:
- फरुखनगर में 14,307 क्विंटल,
- पटौदी में 76,601 क्विंटल,
- सोहना में 18,221 क्विंटल.
इससे स्पष्ट है कि किसान सरकारी खरीद से खुश हैं और मंडी में अपनी फसल लाने के लिए उत्सुक हैं.