Wheat Price Today : आप सभी को बता दे कि गेहूं का कीमत में तेजी के साथ बढ़ोतरी हुई है। आलम यह है कि गेहूं के रेट बढ़ने से लोगों की रोटी महंगी हो गई है। हर जगह इसके दाम चलांग लगते ही नजर आ रहे हैं। गेहूं से बने हुए खाद्य पदार्थ के दाम भी बढ़ गए हैं। इससे आम लोगों के घर की बजट बिगड़ गया है। आने वाले कुछ महीनो में गेहूं के दाम में गिरावट देखने की कोई भी असर नहीं नजर आ रहे हैं। आईए देखते हैं गेहूं का ताजा प्राइस क्या है?
Wheat Price Today
पूरे देश भर में गेहूं की कीमत लगातार बढ़ रहे हैं। जिससे कि आम जनता पर इसका सबसे बड़ा असर पड़ा है। पिछले कई दिनों से लगातार यह रफ्तार और भी तेज हो रही है। अधिकतर राज्य में गेहूं के रेट MSP से कहीं ज्यादा ऊपर चल रहे हैं। सरकार गेहूं के दम पर भी लगाम लगाने की कई तरह की कदम उठा रही है, लेकिन सरकार की भी कम नाकाम रह रहे हैं। उम्मीद किया जा रहा है कि सरकार अपने भंडारण से सस्ते दाम पर गेहूं को बाजार में उपलब्ध करवाएगी, तभी गिरावट देखी जा सकेगी और उपभोक्ता को राहत मिल सकेगा।
MSP से इतना ऊपर चल रहा है गेहूं का रेट
बता दे कि भारत के प्रत्येक राज्य में गेहूं की कीमत पहले से काफी ज्यादा बढ़ गई है। फिलहाल गेहूं का औसत मूल्य 3105 प्रति क्विंटल है। जो पिछले साल के मुकाबले बहुत ज्यादा है। 1 साल पहले इसी समय करीब 2540 रुपए गेहूं के रेट चल रहे थे। इस सप्ताह गेहूं की कीमत में ₹100 प्रति क्विंटल का उछाल देखा गया है। इस समय गेहूं का MSP 2275 प्रति क्विंटल है। लेकिन गेहूं के रेट में प्रति कुंतल पर ₹900 प्रति की बढ़ोतरी देखी जा रही है।
MSP बढ़ने के बाद गेहूं की हुई बंपर बुवाई।
रवि के सीजन में किसान गेहूं की जबरदस्त बुवाई करते हैं। ऐसे में 2024-25 में किसान बहुत तेजी के साथ गेहूं की बुवाई करें हैं। सरकार द्वारा गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 की बढ़ोतरी करने की घोषणा कर दिए हैं। इसके बाद किस की ओर से गेहूं की अधिक बिजाई की गई है। इससे गेहूं का रकबा काफी ज्यादा बढ़ गया है। गेहूं की बुवाई लगभग 320 लाख हेक्टेयर में हो चुका है। जो गेहूं के सामान्य बजाई रखने से लगभग 9 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। इस बढ़ोतरी से देश भर में गेहूं उत्पादन में तगड़ा बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है।
गेहूं का अधिकतम दाम बढ़ने का कारण क्या है?
विशेषज्ञ के अनुसार गेहूं की कीमत लगातार बढ़ रही है इसका मुख्य कारण है की फसल का ऑफ सीजन का होना। इस समय किस के पास गेहूं का पर्याप्त स्टॉक भी नहीं है और जितना स्टॉक है वह अगले सीजन की फसल आने तक उन्हें बेचना नहीं चाहते हैं। इसके पीछे और रेट बढ़ाने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके अलावा एक कारण यह भी है कि इस साल सरकार की तरफ से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी कर दिए हैं। जिसके कारण किसान गेहूं को स्टॉक किए हुए हैं। इसके अलावा एफएमसीजी खाद उद्योग ने ब्रेड, बिस्कुट और अन्य खाद्य पदार्थ की चीज गेहूं की के काफी खरीदारी कर डाली है। जिससे कि बाजार में गेहूं की मांग बढ़ रही है और मांग के अनुसार गेहूं की आपूर्ति नहीं हो पा रहा है।