Gehu Ka Bhav : गेहूं के दामों में गिरावट का दौर लगातार जारी है। यह अब प्रति क्विंटल पर 700 रुपये और गिर गया है। इस कारण गेहूं के दाम (wheat price update) एमएसपी से काफी नीचे हो गए हैं। इससे किसानों में मायूसी साफ झलक रही है। आइये जानते हैं अब घटकर कितने रह गए 1 क्विंटल गेहूं के दाम।
मंडियों में आज फिर गेहूं के भाव में तगड़ी गिरावट देखी गई है। यह पिछले कई दिनों से जारी है, अब तो गेहूं के दाम (wheat price fall) प्रति क्विंटल पर 700 रुपये और गिर गए हैं। गेहूं के भाव में लगातार गिरावट के चलते किसानों ने अब अपनी गेहूं को घरों पर ही स्टॉक करना शुरू कर दिया है। गेहूं को स्टॉक करने का कारण यह भी है कि गेहूं बिक्री (wheat purchasing) पर पहले के बजाय मुनाफा घटने से किसानों को अब नुकसान ही उठाना पड़ रहा है। इस समय अधिकतर मंडियों (mandi bhav today) में गेहूं के दाम एमएसपी से नीचे ही ट्रेंड कर रहे हैं।
इस महीने में इतने गिरे गेहूं के दाम-
जुलाई महीने में गेहूं के भाव (wheat rate 16 july) में शुरू से ही गिरावट देखी जा रही है। शुरू में यह 2450 रुपये क्विंटल के आसपास था, अब गिरते-गिरते एमएसपी 2425 रुपये क्विंटल से भी नीचे आ गया है। अधिकतर मंडियों में गेहूं अब 1825 रुपये के मिनिमम रेट (wheat minimum price) पर बिक रहा है। हालांकि गेहूं के अधिकतम रेट एमएसपी के करीब ही है। गेहूं की अच्छी किस्मों व बेहतर गुणवत्ता वाली गेहूं का रेट 2600 रुपये क्विंटल तो हल्की किस्मों व खराब गुणवत्ता वाले गेहूं के दाम (wheat price) एमएसपी से नीचे चल रहे हैं।
इन राज्यों में यह है गेहूं का भाव-
राजस्थान में गेहूं का भाव सबसे अधिक गिरा है। यहां पर पिछले माह के अंत तक 2650 रुपये के करीब बिकने वाला गेहूं अब एमएसपी (wheat MSP) के बराबर आ गया है। इसमें 200 से 250 रुपये की गिरावट प्रति क्विंटल के हिसाब से हुई है। उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश (MP wheat price) में भी अब गेहूं के दाम पहले की अपेक्षा लगभग 175 रुपये तक गिर गए हैं। यहां पर गेहूं का औसत भाव पहले 2675 रुपये प्रति क्विंटल तक था जो अब 2500 रुपये के एवरेज प्राइस (wheat everage price) पर बिक रहा है।
इस कारण लगातार घट रहा भाव-
गेहूं का भाव (gehu ka rate) इस समय लगातार गिर रहा है। बाजार भाव विशेषज्ञों का मानना है कि इसका मुख्य कारण तो यह है कि अब गेहूं की मांग में कमी आई है और आटे के दाम (wheat flour price today) भी सामान्य चल रहे हैं। गेहूं से बने पदार्थों के रेट भी स्थिर हैं। यही कारण है कि गेहूं के भाव (gehu ke daam) में गिरावट आई है।
अगले माह इतने होंगे गेहूं के दाम-
एक्सपर्ट्स के अनुसार अगले माह में गेहूं के दाम (wheat rate update) गिरावट पर ही नजर आएंगे, हालांकि इनमें कुछ उतार चढ़ाव बीच बीच में जारी रहेगा। इसके बाद सितंबर और अक्टूबर में जाकर गेहूं के भाव (wheat rate latest) में कुछ तेजी आ सकती है। किसानों को त्योहारी सीजन में गेहूं के अच्छे रेट मिल सकते हैं, क्योंकि उस समय आटे (wheat flour price) की मांग बढ़ सकती है और गेहूं का रेट हाई हो सकता है।